अधिकारी ने चेंबर में भाजपा के पदाधिकारी को लगाई लताड़


बंगरा मंडल अध्यक्ष युवा मोर्चा से बोले तुमसे बड़े भाजपाई हम।                                                  अहेता ग्राम प्रधान की सिफारिश को गए थे युवा नेता
कार्यालय संवाददाता, उरई

मुख्य रिपोर्टर, उरई
ऋषि न्यूज। माधौगढ़ में इस समय खंड विकास अधिकारी पूरी तरह मनमानी पर उतारू है। वह अपने के आगे किसी की नहीं सुन रहे। हालात यह है कि कोई शिकायत लेकर जाओ तो वह उल्टा आरोप लगाने से भी नहीं चूक रहे। यहां तक की वह अपने आप को भाजपा का बड़ा नेता भी बता रहे है। यह बात हम नहीं कह रहे बल्कि इस समय पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। भाजपा युवा मोर्चा बंगरा मंडल अध्यक्ष का कहना है कि उनके साथ बदसलूकी की गई है। इस बात को वह पार्टी में उचित प्लेटफार्म पर रख चुके है।
जानकारी के मुताबिक बीते बुधवार छह सितंबर को भाजपा युवा मोर्चा बंगरा मंडल के अध्यक्ष वंदन द्विवेदी ग्राम पंचायत अहेता के ग्राम प्रधान हरकिशुन के साथ खंड विकास अधिकारी कार्यालय गए हुए थे। यहां पर वह अहेता गांव की समस्याओं को लेकर जब खंड विकास अधिकारी रमेश चंद्र शर्मा से मुलाकात करने पहुंचे। युवा मोर्चा के उक्त पदाधिकारी ने जब ग्राम पंचायत अहेता के विकास कार्यों की बात की तो खंड विकास अधिकारी के तेवर तल्ख हो गए। इस दौरान दोनों ही ओर से वार्तालाप हुआ। आखिर में उक्त नेता व जनप्रतिनिधि को कार्यालय में बुरी तरह से लताड़ लगाई। अध्यक्ष वंदन द्विवेदी का कहना है कि जब उन्होंने मुझसे मेरा परिचय पूछा तो मैने अपना दायित्व बताया तो खंड विकास अधिकारी महोदय और भड़क गए और बोले मैं तुमसे बड़ा भाजपाई हूं। मामला और तल्ख होता इसके पहले ही भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष ग्राम प्रधान के साथ बाहर आ गए। उनका कहना था कि खंड विकास अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग कर रहे है। वह पार्टी और सरकार की छवि खराब करने पर तुले हुए है। क्षेत्र के ग्राम प्रधान भी पूर्व में शोषण का आरोप उक्त अधिकारी पर लगा चुके है।
हां मैं भाजपा सरकार का आदमी हूं
उरई। भाजपा युर्वा मोर्चा बंगरा मंडल अध्यक्ष वंदन द्विवेदी की ओर से लगाए गए आरोपों के बावत जब अमृत विचार संवाददाता ने खंड विकास अधिकारी रमेश चंद्र शर्मा से वार्ता की तो उन्होंने कहा कि वह लोग आए थे वार्ता हुई लेकिन जो आरोप लगा रहे है वह गलत है। हां में भाजपा सरकार का आदमी हूं। प्रदेश में जिसकी सरकार रहे में उसका आदमी हूं। क्योंकि प्रदेश में जिसकी सरकार होती है उसकी नीतियों पर काम करना होता है। सरकारें तो हर पांच साल में आती जाती रहती है। मैं रहूं या न रहूं लेकिन गलत कार्य नहीं होने दूंगा।

इनसेट
ग्राम प्रधान लगा चुके शोषण का आरोप
उरई। खंड विकास अधिकारी रमेश चंद्र शर्मा ने जब से कार्यभार संभाला है वह सुर्खियों में बने हुए है। ग्राम प्रधानों का जब शोषण शुरू हुआ तो वह लामबंद हुए। ग्राम प्रधान संगठन की ओर से 26 जुलाई को बकायदा एक बैठक करके रणनीति बनाई और आंदोलन की चेतावनी के साथ समस्याओं को लेकर छह सूत्रीय मांग पत्र खंड विकास अधिकारी को ही सौंपा था। ज्ञापन प्रधानों रामहेतपुरा सचिवालय में उस समय बैठक करके प्रधानों द्वारा कराए गए कार्यों की आए दिन जांच के नाम पर शोषण करने का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं यह भी कहा गया था कि वह क्षेत्र पंचायत के कामों को नहीं देखरहे है।

डीपीआरओ कार्यालय में 58 लाख 98 हजार का गबन


सीडीओ ने पकड़ा फर्जीबाड़ा, रात में किया खुलासा


मुख्य रिपोर्टर ,उरई


ऋषि न्यूज । भूमि संरक्षण विभाग के बाद अब जिला पंचायत राज विभाग में फर्जीबाड़ा पकड़ में आया है। मुख्य विकास अधिकारी भीमजी उपाध्याय ने शुक्रवार को जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था। आय-व्यय रजिस्टर को चेक किया तो उन्हें कुछ झोल समझ में आई। इसके बाद बारीकी से जांच की तो 58 लाख 98 हजार 544 रुपये के कथित गबन की हकीकत सामने आ गई। शुक्रवार को दोपहर बाद से ही डीपीआरओ कार्यालय में अधिकारी से लेकर कर्मचारी परेशान थे। देर रात इस मामले का खुलासा किया गया। खास बात तो यह है कि डीपीआरओ ने इस मामले में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
जानकारी के अनुसार मुख्य विकास अधिकारी भीमजी उपाध्याय ने 6 सितंबर को डीपीआरओ कार्यालय के निरीक्षण का पत्र जारी किया था, उसी के क्रम में वह शुक्रवार को डीपीआरओ कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंच गए। उन्होंने कार्यालय का निरीक्षण करने के बाद जब आय-व्यय का रजिस्टर मंगाया और उसका बारीकी से अवलोकन किया तो उसमें 58 लाख 98 हजार 544 रुपये जो कि स्वच्छ भारत मिशन से संबधित थे जिसे विभिन्न तारीखों में दूसरे खातों में ट्रांसफर किया गया था। इस पर उन्हें संदेह हुआ तो उन्होंने उसकी गहराई से जानकारी करनी शुरू कर दी। सीडीओ का शक उस दौरान सच साबित हो गया जब पूरा मामला उनके सामने आ गया। इसके बाद उन्होंने बकायदा इसका खुलासा किया और पूरी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी। डीपीआरओ कार्यालय में कोई एकाउंटेंट नहीं है। इसके लिये पूर्व डीपीआरओ अभय यादव ने अपने पत्रांक द्वारा 14.11.2019 के द्वारा कंप्यूटर आपरेटर मनोज वर्मा को एकाउंटेंट का कार्यभार देखने के लिये अधिकृत किया था। बताते है कि उनकी आईडी व पासवर्ड का प्रयोग करने का भी अधिकार उसे प्राप्त था। पूर्व डीपीआरओ की संस्तृति पर पूर्व मुख्य विकास अधिकारी डा. अभय कुमार श्रीवास्तव ने 3.7.2021 को यह आदेशित किया कि मनोज वर्मा कंप्यूटर ऑपरेटर कम एकाउंटेंट उनके डिजटल साइन का भी प्रयोग करने के लिये आदेश जारी किया था। इसी क्रम में तत्कालीन डीपीआरओ अभय यादव ने सफाई कर्मी विक्रेन्द्र कुमार पुत्र गंगाराम साहू को स्वच्छ भारत मिशन की कंप्यूटर फीडिंग करने के लिये कार्यालय संबद्ध कर लिया। मनोज वर्मा ने इसका फायदा उठाते हुए पैसा कमाने के लिए खेल कर दिया।


इनसेट—–
बैंक खातों में स्थानांतरित की गयी धनराशि
उरई। कंप्यूटर आपरेटर से एकाउंटेंट का कार्यभार संभालने वाले मनोज वर्मा द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के प्रचार प्रसार के लिये आए लाखों रुपयों के बजट को हड़पने की मंशा से सबसे पहले 15.10.2022 को सफाई कर्मी विक्रेन्द्र कुमार पुत्र गंगाराम साहू के खाते में 8 लाख 30 हजार रुपये ट्रांसफर किये थे। इसके बाद उसने दूसरी बार 30.10.2022 को शैलेंद्र कुमार के बैंक खाते में 6 लाख 30 हजार रुपये ट्रांसफर किये। इसके बाद तीसरी बार मनोज वर्मा द्वारा विक्रेन्द्र साहू के बैंक खाते में 2.12.2022 को 8 लाख 87 हजार रुपये ट्रांसफर किये। इसी प्रकार से 18.1.2023 को पुनः 35 लाख 51 हजार 544 रुपये विक्रेन्द्र साहू के खाते में ट्रांसफर किये। इस तरह से कुल 58 लाख 98 हजार 544 रुपये ट्रांसफर कर सरकारी धन का गबन अंजाम तक पहुंचा दिया।


इनसेट—–
डीपीआरओ ने दर्ज कराई एफआईआर
उरई। डीपीआरओ अवधेश सिंह ने उक्त मामले की तहरीर कोतवाली पुलिस को दी। तहरीर के आधार पर डीपीआरओ कार्यालय में 58 लाख 98 हजार 544 रुपये के गबन के मामले में कंप्यूटर आपरेटर से एकाउंटेंट बने मनोज वर्मा, सफाई कर्मी से कंप्यूटर आपरेटर बने विक्रेंद्र साहू व शैलेंद्र कुशवाहा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।


इनसेट


अधिकारियों पर उठ रहे सवाल
उरई। डीपीआरओ कार्यालय में आधे लाख से अधिक का गबन हो गया और अधिकारी के कानों में भनक तक नहीं लगी। दूसरों के खाते में पैसा ट्रांसफर हुआ, लेकिन साहब को पता नहीं। ऐसा भी नहीं था कि स्टोर से कोई वस्तु चुराई गई हो। जो बजट शासन से प्राप्त होता है वह अधिकारी के संज्ञान में रहता है। इसके अलावा मार्च में लेखा जोखा दुरुस्त किया जाता है। उस दौरान भी अधिकारी की नजर नहीं पड़ी। यह तमाम बाते है जो इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है। जब मामला सीडीओ ने पकड़ा है तो फिर रिपोर्ट डीपीआरओ से दर्ज क्यों कराई गई? मामले की अगर जांच कराई जाए तो अधिकारी भी आ सकते है कार्रवाई की जद में।

छोटे बच्चों के लिए घातक है टीवी और मोबाइल

न्यूज रिपोर्टर, उरई

ऋषि न्यूज।  कम उम्र के बच्चे रोने लगें तो उनके सामने टीवी ऑन कर दी जाती है या फिर मोबाइल पकड़ा दिया जाता है। यह अक्सर एकल परिवारों में देखने का मिल रहा है। अगर आप भी अपने बच्चों को चुप रखने के लिए यह काम कर रहें है तो सावधान हो जाइए। इससे आपके बच्चे के जीवन पर दुष्प्रभाव पड़ता है। बच्चा जो देखता है उसी को ग्रहण करता है। यह बात जालौन निवासी शिक्षक धीरज कश्यप ने सोशल साइड  पर अपने अनुभव को साझा किया। उनका मकसद है बच्चों की बेहतर ग्रोथ हो।
उन्होंने बताया कि बात वर्ष 2013 की है, जब वह एक प्राइवेट  कॉलेज में प्रधानाचार्य पद पर कार्यरत थे। जुलाई माह में एक परेशान पेरेंट्स मेरे पास अपने 4 साल के बच्चे को लेकर आए वह उसे प्ले ग्रुप की कक्षा में प्रवेश दिलाना चाहते थे। उन्हें कहीं से मेरे बारे में पता चला था। प्रारंभ में मुझे सब सामान्य लगा लेकिन जैसे ही बच्चे से बात करना शुरू किया तो मैं बच्चे के बोले गए एक भी शब्द को नहीं समझ पा रहा था। मुझे लगा कि प्री प्राइमरी क्लास के टीचर्स इसमें पारंगत होंगे और बच्चे की बात को समझ पाएंगे मैंने एलकेजी, यूकेजी, प्ले ग्रुप यहां तक की फर्स्ट के क्लास के टीचर्स को बुलाया और बच्चे से बात करने को कहा वह सभी टीचर उस बच्चे द्वारा बोले गए एक भी शब्द को समझने में नाकाम रहे। जब मैं इस बारे में पेरेंट्स से पूछा तो उन्होंने कहा यही तो समस्या है इसका बोला हुआ शब्द हम भी नहीं समझ पा रहे हैं। हमारी मदद कीजिए। मेरे लिए एक शिक्षक के रूप में यह बहुत बड़ा चैलेंज था। मैं ने विनम्रता के साथ बच्चे के अभिभावकों से तीन दिन का समय मांगा फिर मैंने अपने टीचर्स स्टाफ से विचार विमर्श किया। बच्चों द्वारा की जाने वाली तमाम गतिविधियों का बारीक अध्ययन करने के बाद हमें लगा कि उसका समाधान खोज लिया तो एक दिन पहले ही पेरेंट्स को विद्यालय बुला लिया। बातचीत में पता चला कि पिता सुबह से ही चले जाते हैं और देर रात तक आते हैं घर में केवल बच्चा और मां रहती है और मां भी कामकाजी महिला है, जो दिन भर सिलाई करतीं हैं। बच्चे की मां से पूछा कि जिस समय आप सिलाई करती हैं उस समय बच्चा क्या करता है? उन्होंने बताया कि मैं टीवी खोल देती हूं बच्चा दिनभर टीवी देखता रहता है। हमने पूछा बच्चा टीवी पर क्या देखता रहता है? आप कौन सा प्रोग्राम उसके सामने लगा देती है ?उसके बाद जो जवाब आया उसी में बच्चे की सारी समस्याएं और समाधान था। मैंने कहा बच्चा दिनभर कार्टून देखता है इसलिए कार्टून में बोले जाने वाली भाषा बच्चे ने अडॉप्ट कर ली थी और वही वह बोल रहा था। समस्या यह नहीं थी कि वह कार्टून की तरह बात कर रहा था, समस्या उसे आगे बढ़कर थी कि जब कोई भी बच्चे इंटरेक्ट करता बच्चा तो  सामने वाले को कार्टून ही समझ रहा था। हमने पेरेंट्स को सलाह दी कि बच्चों को सामान्य बच्चों के बीच खेलने का मौका दें। टीवी पर कार्टून से कम से कम बच्चे को 90 दिन दूर रखें और ऐसा ही किया गया। आज वह बच्चा सामान्य तरीके से पढ़ लिख रहा है। इस पूरी स्टोरी का एक ही मोटिव है कि आप अपने बच्चों को जो माहौल देंगे बच्चा बहुत तेजी से उसे अडॉप्ट करेगा। आपका बच्चा है ना आपको ही ख्याल रखना हैl

धीरज कश्यप शिक्षक

युवाओं के बीच बढ़ती लोकप्रियता से थे निशाने पर


उरई। कालपी विधान सभा क्षेत्र में युवा क्रिकेटरों को संशाधन और अवसर मुहैया कराने के उद्देश्य से कालपी प्रीमियर लीग के नाम से शुरू की गई पहल ने कम समय में ही सुदामा दीक्षित को युवाओं का चहेता बना दिया। उन्होंने कालपी क्षेत्र के क्रिकेटरों को गांव गांव जाकर किट बैग दिए। यह पहला मौका था जब जिले का कोई नेता युवाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए उनके द्वार पर था। अपने द्वार पर आए युवा नेता के साथ गांव गांव युवा जुड़ने लगा। युवा वर्ग के बीच बढ़ती लोकप्रियता देख भाजपा का एक वह ग्रुप जो इस समय भाजपा को पार्टी नहीं अपनी बपौती समझ रहा है उसे ये सब नागवार गुजरने लगा और निशाने पर आ गए। धीरे धीरे सुदामा दीक्षित की उपेक्षा शुरू हो गई। फिर मुकदमा का दौर शुरू हुआ। कुछ लोगों को सोशल मीडिया पर एक्टिव कर दिया कि जो बुरा भला लिख सकते हो लिखो तुम्हारे लिए हम है। इस सबके बाद भी कालपी प्रीमियर लीग का काम नहीं रुका। युवाओं के लिए आटा में क्रिकेट ग्राउंड तैयार कराया जा रहा। 17 अक्टूबर से कालपी प्रीमियर लीग का शुभारंभ था लेकिन लगातार हो रही बारिश के चलते तैयारियां पूरी नहीं हो पाई।

अपनी ताकत का आंकलन कर गए जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष

भाजपा, बसपा व सपा पर गरजे राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री

कोंच में आयोजित हुआ सम्मेलन

Orai – Rishi news

अगले वर्ष होने वाले विधान सभा चुनाव के पहले जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा अपनी ताकत का आंकलन करने में जुटे है। इसी क्रम में वह सोमवार को कोंच आए। यहां पर पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित व अलसँख्यक वर्ग प्रतिनिधि सम्मेलन को सम्बोधित किया। तीनों ही वर्गों के लोगों से कहा की आप सभी की समस्याएं एक जैसी है और इसका निदान तभी सम्भव है जब सत्ता में आपकी हिस्सेदारी सुनिश्चित हो।

कोंच में जन अधिकार पार्टी की ओर से पिछड़ा, अनुसूचित और अल्पसंख्यक वर्ग सम्मेलन आयोजित हुआ। सम्मेलन के मुख्य अतिथि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री बाबूसिंह कुशवाहा का कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। स्वागत के बाद उन्होंने सम्मेलन को संबोधित किया। कहा कि पार्टी की ताकत बढ़े, विस्तार हो इसके लिए सभी को अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य पार्टी को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में हर ओर निराशा नजर आ रही। मंहगाई चरम पर है। आम आदमी की कमर टूट चुकी है। जो सपने दिखाए थे वह कोरे साबित हो रहे। महिलाओं और बेटियों के साथ रेप व हत्या की घटनाएं तेजी के साथ बढ़ी है। बसपा पहले कांशीराम और बाबा साहब अम्बेडकर की विचारधारा से चलती थी। अब यह विचारधारा कोसो दूर चली गई। बहुजन समाज पार्टी में यह नारा लगने लगा है कि जितनी जिसकी थैली भारी उतनी उसकी हिस्सेदारी। अब बिना थैली के टिकट नही मिलता है। समाजवादी पार्टी पिछडो के नाम पर वोट ले लेती है लेकिन उनके हक के लिए कुछ नही करती है । उन्होंने कहा कि भागीदारी संकल्प मोर्चा के तहत समान विचारधारा वाले दलों ने मिल कर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। मोर्चा का मकसद समाज के उपेक्षित और वंचित लोगों को न्याय दिलाना है। यह तभी संभव है जब दलित पिछड़े और अल्पसंख्यक एकजुट होंगे और मोर्चा के प्रत्याशियों को वोट देगें। तभी आपका हक आपको मिल सकेगा। सम्मेलन की अध्यक्षता रामस्वरूप निषाद ने की। डॉ अरुण आर्य सरावन, दीपराज, जगदीश, राकेश आदि की मौजूदगी रही।

सम्मेलन में भरा जोश

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पहले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद निषाद ने सम्मेलन में मौजूद लोगों में जोश भरने का काम किया। उन्होंने भाजपा को निशाने पर रखा। इसके अलावा महेश प्रकाश, रामकरन निषाद, बाबूराम पाल ,जिला अध्यक्ष गयाप्रसाद, रविंद्र कुमार कुशवाहा, गजेंद्र कुशवाहा, दीपराज कुशवाहा, रामअवतार कुशवाहा ,रामानंद राजपूत ,कृपाल कुशवाहा, बल्लू कुशवाहा खितौली आदि ने सम्मेलन को सम्बोधित किया

चांदी का मुकुट पहनाया

जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को चांदी का मुकुट पहनाकर सम्मानित किया गया। शिवकुमार कुशवाहा ठेकेदार, पूर्व प्रधान औरेखी रामजी कुशवाहा , विवेक कुशवाहा, महेश कुशवाहा ,सुंदर सिंह आदि ने मुकुट पहनने के पहले फूल मालाओं से स्वागत किया।

राधा सच्चे प्रेम का पाया यह इनाम, कान्हा से पहले लिया जग ने तेरा नाम- अंसार कंबरी


O साहित्यिक संस्था संवेदना ने पंडित यज्ञ दत्त त्रिपाठी के अभिनंदन समारोह में बिखेरे काव्य के सतरंगी रंग
O संस्था ने कलमवीर सम्मान से पत्रकार को किया सम्मानित

Orai – Rishi news

जनपद की अग्रणी साहित्यिक संस्था संवेदना की ओर से शिक्षक दिवस के मौके पर मूर्धन्य कवि एवं साहित्यकार पंडित यज्ञ दत्त त्रिपाठी का अभिनंदन समारोह आयोजित हुआ। इसमें उनकी अब तक कि साहित्यिक यात्रा का वर्णन किया गया। जाने-माने कवि अंसार कम्बरी कानपुर ने राधा सच्चे प्रेम का पाया यह इनाम कान्हा से पहले जग ने लिया तेरा नाम समेत कई रचनाएं मंच से उन्हें समर्पित की। कवि, साहित्यकारों और पत्रकारों का सम्मान हुआ।

सतरंगी काव्य रसों के बीच किया समारोह के मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ घनश्याम अनुरागी तथा विशिष्ट अतिथि सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा और जनपद के जाने-माने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बाई के शर्मा ने संयुक्त रूप से किया समारोह एवं कवि सम्मेलन के सुंदर समन्वय और उसे ऊंचाइयों पर पहुंचाने का काम जाने-माने मंच संचालक अर्जुन सिंह चांद ने किया ।
साहित्य शिरोमणि पंडित यज्ञ दत्त त्रिपाठी के अभिनंदन समारोह का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा, डॉ वाई. के.शर्मा समेत मंचासीन अतिथियों ने मां शारदे के चित्र पर पुष्पअर्पित किए दीप प्रज्ज्वलित किया। मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी विलंब से पहुंचे। मंच पर स्थान लेने से पहले उन्होंने पुष्प अर्पित किए। समारोह को संबोधित भी किया। संस्था की अध्यक्ष डॉ माया सिंह माया द्वारा बानी बंदना प्रस्तुत की गई। तत्पश्चात संस्था के पदाधिकारियों द्वारा अतिथियों को माल्यार्पण अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इसी क्रम में काव्य पाठ के लिए आए हुए कवियों ने सर्वप्रथम मूर्धन्य कवि एवं साहित्यकार पंडित यज्ञ दत्त त्रिपाठी के सम्मान में अभिनंदन पत्र और काव्य रचनाएं प्रस्तुत की। उनकी अब तक कि साहित्यिक गौरवशाली यात्रा की समीक्षा प्रेम नारायण दीक्षित ने की और उनकी रचनाओं को सुनाया। उन्हें शिरोमणि की संज्ञा देते हुए महान साहित्यकार बताया। कवि सम्मेलन का आतिथ्य कर रहे देश के जाने माने गीतकार और हिंदी में गजलों के जरिए लोगों के दिलों को जीतने वाले डॉक्टर अंसार कंबरी ने अपनी रचनाओं में एक से बढ़कर एक हृदय को झकझोर देने वाली श्रेष्ठ रचनाएं पढ़ी। उनका यह गीत- चोरी की हर आदमी करता निंदा घोर, दुनिया को भाया मगर अपना माखन चोर’- इसी क्रम में उन्होंने राधा सच्चे प्रेम का पाया यह इनाम कान्हा से पहले लिया जग ने तेरा नाम । पढ़कर उपस्थित श्रोताओं का दिल जीत लिया। इसके पहले भी उन्होंने कई गजलें प्रस्तुत की। इसी क्रम में हास्य और व्यंग के सशक्त हस्ताक्षर शाहजहांपुर से आए विजय तन्हा ने श्रोताओं को कुछ इस तरह से हंसाया- बेलन चिमटा करचूली या हो झाड़ू साथ, बीबी सम्मुख जाइए सदा जोड़कर हाथ। कवियत्री डॉक्टर कुसुम सिंह चंदेल अविचल ने देश के वीर सपूतों को नमन करते हुए – काट दिए शीश लाल लहू से रंगी धरा देश सदा उन्हें श्रद्धा मस्तक निभाएगा। इसी क्रम में समारोह का बखूबी खूबसूरत संचालन कर रहे अर्जुन सिंह चांद ने भी पंडित यज्ञ दत्त त्रिपाठी के सम्मान में अपनी रचनाएं पढ़ी कानपुर से आए गीतकार डॉ मुरली के गीतों ने उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। शायर शफीकुर्रहमान कशफ़ी, कृपाराम कृपालु, संजय शर्मा, शिखा गर्ग, सिद्धार्थ त्रिपाठी ने भी काव्यपाठ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पंडित यज्ञ त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में कहा कि मैं साहित्य शिरोमणि नहीं हूं बल्कि आप सब जिन्होंने मुझे भरपूर स्नेह और अपनापन दिया है सही मायने में हुए साहित्य शिरोमणि हैं । इसके पूर्व संस्था की अध्यक्ष डॉ माया सिंह माया समेत समूचे मंच ने उन्हें सम्मानित किया।इस मौके पर समारोह में अपनी सहभागिता कर उसे सफल बनाने वालों में संस्था के उपाध्यक्ष लाखन सिंह कुशवाहा रामशंकर गौर मनींद्र शर्मा, शांति कनौजिया, स्वतंत्र सिंह, वीरेंद्र सिंह कुशवाहा, पूर्व वारसंघ अध्यक्ष दयाराम अहिरवार, शिक्षक नेता गिरेन्द्र सिंह , जगरूप सिंह, दीपेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह ने मंच से लेकर व्यवस्थाओं को संभाले रखा। संस्था की महामंत्री विमला तिवारी ने अपनी अनुपस्थिति में भी फोन पर पंडित यज्ञ दत्त त्रिपाठी के सम्मान में अभिनंदन और संस्था के लिए सहयोग की भूमिका निभाई। समारोह में मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि और सभी कवियों को सम्मानित किया गया। मानसी निरंजन, अरुण प्रताप सिंह राजू, अवधेश निरंजन आदि को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में कवि विनोद गौतम, अरुण नागर, कीर्ति शर्मा आदि की मौजूदगी रही।

इन्हें मिला कलमवीर सम्मान

संवेदना साहित्य समिति की ओर से पत्रकारों को कलमवीर सम्मान से सम्मानित किया गया। कहा गया पत्रकार समाज का आइना होते है। संजय शर्मा, मनोज शर्मा और अनिल जी को स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया।

बंगरा में अन्याय के खिलाफ गरजा ब्राम्हण समाज

फरार हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रशासन को एक सप्ताह का अल्टीमेटम

फेसबुक पर हुए आह्वान का दिखा असर, बड़ी संख्या में पहुंचा युवा वर्ग

उरई। मनोज शर्मा

बंगरा में दो दिन पूर्व भाजपा नेता हरिओम पचौरी हत्याकांड के चश्मदीद गवाह पर हमला हुआ। दिन दहाड़े गुंडई की घटना को लेकर ब्राम्हण समाज के लोग आक्रोशित हो उठे। हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बंगरा में एकता सभा आयोजित की। इसमें प्रशासन से शेष बचे हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग की गई। समाज के लोगों ने अन्याय के खिलाफ एकजुट रहने की हुंकार भरी। प्रशासन ने लोगों को भरोसा दिया कि सभी हमलावर सात दिन के पहले ही गिरफ्तार होंगे। पीड़ित पक्ष को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।

फेसबुक पर की गई अपील पर बंगरा के हीरा गेस्ट हाउस में ब्राम्हण समाज के नेता अन्याय और अत्याचार के खिलाफ जमकर गरजे। पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुदामा दीक्षित ने कहा कि पूर्व प्रधान पुत्र संदीप दीक्षित उर्फ सोनू के साथ जो घटना घटी वह निंदनीय है। वह किसी जाति के खिलाफ नहीं बल्कि अन्याय के खिलाफ सोनू के समर्थन में खड़े हुए है। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वह इस तरह खुली गुंडई न होने दें। हमलावरों की एक सप्ताह के भीतर गिरफ्तारी हो। प्रशासन अगर अपना काम नहीं करेगा तो फिर ब्राम्हण समाज न्याय के लिए अपनी ताकत भी दिखाएगा और जरूरत पड़ी तो इससे भी अधिक लोग एकजुट होंगे। उन्होंने समाज के लोगों से कहा कि वह एकजुट रहें उनके ऊपर कोई अन्याय, अत्यचार होगा तो उनकी लड़ाई वह लड़ेंगे। राष्ट्रीय ब्राम्हण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिषेक दीक्षित ने कहा कि ब्राम्हणों का उत्पीड़न किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा।कांग्रेस नेता आशीष चतुर्वेदी ने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि वह सख्त कदम उठाए।। बजरंग दल के नेता मनुराज तिवारी ने कहा कि वह ब्राम्हण समाज के लिए हर संघर्ष को तैयार है। अखिल भारतीय ब्राम्हण सभा के जिला संयोजक राजू पाठक, उमाबल्लभ शांडिल्य, सिंटू महाराज जालौन, अनुरुद्ध द्विवेदी, मनीष द्विवेदी,अंशुल शुक्ला आदि नेताओं ने बैठक को सम्बोधित किया। संचालन सुजीत शर्मा ने किया।

ताकत दिखाने को इनकी रही भागीदारी

संदीप दीक्षित उर्फ सोनू के समर्थन में एकजुट हुए ब्राम्हण समाज के लोगों में ब्राम्हण नेता विशम्भर नारायण तिवारी, जिला पंचायत सदस्य रामू महाराज कुठौंद, कुलदीप मिश्रा, लवकुश लम्बरदार, समाजवादी प्रबुद्व सभा के जिलाध्यक्ष संतोष शर्मा, राममोहन पहलवान, सपा नेता आशुतोष माधौगढ़, भाजपा नेता अन्नू शर्मा, श्रीप्रकाश दीक्षित नवादा, अंकित तिवारी प्रधान, अंकित रावत, अतुल अहेता, शिब्बू व्यास, श्यामजी शर्मा, हरिनारायण तिवारी ऊमरी, विनय मुसमरिया, अमित सिंह,शिवा तिवारी, पंकज द्विवेदी, आशुतोश द्विवेदी,अजय पाठक,प्रमोद,शिवम द्विवेदी, पंकज शर्मा, दीपू त्रिपाठी, शिवम बंगरा, राज पचौरी, राहुल शर्मा, रामराजा तिगुनायत, सोनू तिगुनायत, दीपू शर्मा, रविन्द्र दीक्षित सहाव समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

सभा को सम्बोधित करते पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुदामा दीक्षित

एक सप्ताह में हमलावर होंगे जेल में

उरई सीओ ने भरोसा दिया कि ब्राम्हण समाज की ओर से जो मांग की गई है उन्हें पूरा किया जाएगा। एक सप्ताह के भीतर सभी हमलावरों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। जरूरत की सभी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस दौरान सीओ माधौगढ़ शाहिदा नसरीन, कोतवाल प्रवीण यादव, रामपुरा कोतवाल जेपी पाल आदि मौजूद रहे।

चौकी इंचार्ज की भूमिका पर सवाल

पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुदामा दीक्षित ने बंगरा चौकी इंचार्ज गौरव मिश्रा की भूमिका पर सवाल उठाए। पीड़ित के परिजनों ने भी कहा कि घटना के एक दिन पहले आरोपियों के साथ पार्टी की गई।जिससे आरोपियों के हौसले बुलंद थे।चौकी इंचार्ज के खिलाफ भी कार्यवाही होनी चाहिए।

सुरक्षा के रहे तगड़े इंतजाम


-ब्राह्मण समाज के आह्वान पर आयोजित विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने बंगरा को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया था। आठ थाने की पुलिस के साथ अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी।

ब्राम्हण समाज के बड़े नाम रहे नदारद

विभिन्न राजनैतिक दलों में ब्राम्हण नेता है लेकिन सोनू दीक्षित पर हुए अन्याय के खिलाफ बंगरा पहुँचने की अपील पर एक भी बड़ा नेता नहीं पहुंचा। माधौगढ़ से चुनाव लड़ने का मन बनाए नेता फेसबुक तक ही सीमित रह गए। ब्राम्हण संगठनों के नेता जरूर पहुंचे और परिवार को आश्वस्त किया कि वह उनके साथ खड़े है। दो सितंबर की रात तक जो फेसबुक पर बंगरा पहुँचने का आह्वान कर रहे थे और जो सपोर्ट में चलने की बात कर रहे थे वह दूर दूर तक नजर नहीं आये।

घायल सोनू के पिता ने जताया आभार

भाजपा नेता हरिओम पचौरी हत्याकांड के गवाह संदीप दीक्षित उर्फ सोनू के पिता विष्णुदयाल दीक्षित ने सभी का आभार जताया। कहा आप सब है तो हमें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। हम झुकने वालों में से नहीं है।

सीओ से वार्ता करते ब्राम्हण समाज के नेता
कार्यक्रम स्थल पर मौजूद भीड़

ब्राम्हण समाज के फेसबुकिया आक्रोश में कितना है दम ?

बंगरा में पूर्व प्रधान के पुत्र पर हुए जानलेवा हमले से उत्पन्न हुआ आक्रोश

ब्राम्हण समाज का आज बंगरा में एकजुट होने का शंखनाद

उरई। ऋषी न्यूज

बंगरा में पूर्व प्रधान के पुत्र पर हुए प्राणघातक हमले के बाद से ही ब्राम्हण समाज के लोग आक्रोशित है। सोशल मीडिया के सशक्त मंच फेसबुक पर ब्राम्हण संगठनों से लेकर विभिन्न दलों के नेताओं और घायल के समर्थकों ने अपने गुस्से का इजहार भी किया है। इसी के साथ बंगरा में समाज के लोगों को अपनी ताकत दिखाने के लिए एकत्रित होने की अपील भी कर दी गई। अब देखना यह होगा कि फेसबुक पर की गई अपील और जताया गया आक्रोश हकीकत में किस रूप में नजर आएगा। पुलिस के लिए भी माहौल को शांत बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होगी।

बंगरा में यूं तो राजनैतिक विरोधाभास आम था और मारपीट की कुछ घटनाओं तक ही रहा लेकिन वर्ष 2016 में इसको खूनी रूप दिया गया था। प्रधानी चुनाव की रंजिश के चलते भाजपा नेता हरिओम पचौरी की हत्या कर दी गई थी। इस घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ नामदर्ज मुकदमा लिखा गया था और घटना के गवाह प्रधान पुत्र संदीप दीक्षित उर्फ सोनू थे। एक सितंबर को गवाह सोनू पर प्राणघातक हमला हो गया। सुनियोजित तरीके से दोपहर बाद हुए हमले के बाद से ही ब्राम्हण समाज के लोगों में आक्रोश है। फेसबुक पर अपनी गुस्सा का इजहार भी किया जा रहा है। हमलावरों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की जाने लगी। पुलिस प्रशासन को अल्टीमेटम भी दिया गया था कि दो सितंबर को गिरफ्तारी न हुई तो तीन को बंगरा में ब्राम्हण समाज एकजुट होगा। फेसबुक पर की गई इस अपील का समाज के लोगों ने समर्थन किया है। राष्ट्रीय ब्राम्हण संघ के अध्यक्ष अभिषेक दीक्षित, पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुदामा दीक्षित, अखिल भारतीय ब्राम्हण सभा के राजू पाठक, शिवम द्विवेदी,कुलदीप पांडेय आदि ने तीन सितम्बर को सोनू के सपोर्ट में बंगरा पहुंचने की अपील की है। बहुत से लोगों ने फेसबुक पर की गई अपील का समर्थन कमेंट करके दिया है। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अनुज मिश्रा, अनिरुद्ध द्विवेदी इटौरा, प्रशांत दुवे, राजीव पांडेय, आनंद शर्मा कैलिया, रामू सेंगर समेत बड़ी संख्या में लोगों ने अपना समर्थन दिया। देखना यह होगा कि बंगरा में लोग पहुंचेगे या फिर गुस्सा फेसबुक तक ही सीमित रह जाएगा। बड़ी संख्या में अगर लोग जुटे तो पुलिस प्रशासन के सामने भी चुनौती कम नहीं होगी।

सामने आ जाएगी आक्रोश की जमीनी हकीकत

ब्राम्हण समाज सोनू दीक्षित पर हुए प्राणघातक हमला को लेकर तो आक्रोशित है ही इसके पहले प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हुई ब्राम्हण समाज के उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर भी नाराजगी है। दो दिन की ब्याहता खुशी दुवे हो या फिर लखनऊ में सरेराह हुई हत्याओं की बात ब्राम्हण समाज प्रदेश सरकार से नाराज नजर आया। बंगरा में आक्रोश की जमीनी हकीकत भी सामने आ जायेगी

जवाबी कीर्तन के मंच से होता है धर्म, संस्कृति का प्रचार

दो कीर्तन मंडल के बीच हुआ रोचक मुकाबला

गोहनी मंदिर के महंत ने फीता काटकर किया शुभारंभ

उरई। ऋषी न्यूज टाइम्स

जवाबी कीर्तन का मंच धर्म और संस्कृति के प्रचार का सशक्त माध्यम है। आधुनिकता के युग का असर इस कला पर भी पड़ा है। कई कलाकार अवसर न मिलने से आगे नहीं बढ़ पाए। एक समय था जब जिले में कीर्तन के कई कलाकार थे, लेकिन आज ये संख्या बहुत कम रह गई। कीर्तन को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। यह बात मुख्यअतिथि श्री श्री1008 महंत भगवान दास जी महाराज गोहनी मंदिर व जिलापंचायत सदस्य देवेंद्र सोनी ने जवाबी कीर्तन मुकाबले का शुभारंभ करते हुए कही।

बुधवार की देर शाम शाला वाली माता मंदिर प्रांगण में जवाबी कीर्तन मुकाबला सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि गोहनी मंदिर के महंत श्री श्री 1008 भगवान दास जी महाराज ने किया। इसके बाद अतिथियों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया। लखनऊ की रोशनी अंजान संकीर्तन पार्टी और संतोष संगम गोहनी की कीर्तन पार्टी ने मां सरस्वती की वंदना के साथ कार्यक्रम शुरू किया। इसके बाद तो एक से बढ़कर एक कीर्तन हुए। दोनों ही कलाकारों की ओर से फिल्मी गीतों की तर्ज पर ग्रंथों की बातों को गीत के रूप में प्रस्तुत किया गया। कीर्तन पर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। अच्छे गीतों पर कीर्तनकारों का तालियां बजाकर उत्साहवर्धन किया। रात भर चले मुकाबले में रोशनी अंजान ने तर्क संगत विषय रख कर बढ़त बनाई। कार्यक्रम संयोजक नरेंद्र सोनी ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सहकारी समिति के अध्यक्ष हरदेव सिंह सेंगर, बीडीसी बबलू सिंह चौहान, भाजपा नेता दिलीप आर्य, सपा नेता ठाकुर प्रसाद राठौर, प्रताप सिंह सेंगर, लोकेंद्र सिंह सेंगर, जावेद मंसूरी, दीपू शर्मा, सपा नेत्री गुड्डन यादव, जायदा बदनपुरा, आकाश मंसूरी आदि मौजूद रहे।

कीर्तनकारा रोशनी अंजान लखनऊ का स्वागत करते देवेंद्र सोनी

प्राणघातक हमले में दी गई तहरीर खत्म हुआ पुलिस का इंतजार

घायल का कानपुर के एक हॉस्पिटल में चल रहा इलाज

घायल हत्या के मामले में है चश्मदीद गवाह

उरई। ऋषी न्यूज

भाजपा नेता की हत्या के गवाह बंगरा की पूर्व प्रधान के पुत्र पर बुधवार को जानलेवा हमला हुआ,जिसमें वह गम्भीर रूप से घायल हो गए। परिजन घायल को जिला अस्पताल से रेफर होने पर कानपुर ले गए जहां पर एक हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। पुलिस के पास तहरीर न होने से वह हाथ पर हाथ रखे बैठी थी। पुलिस का ये इंतजार भी खत्म हो गया, घटना की लिखित सूचना घायल के पिता की ओर से कोतवाली में दे दी गई।

माधौगढ़ कोतवाली के गांव बंगरा में एक सितंबर को भाजपा नेता हरिओम पचौरी हत्याकांड के गवाह संदीप दीक्षित उर्फ सोनू पर प्राणघातक हमला हुआ था। जब वह उरई से अपने घर बुलेट मोटरसाइकिल से लौट रहे थे उसी समय गुल्लू जादौन के प्लांट के पास पहले से घात लगाए लोगों ने हमला बोल दिया। इसमें वह बुरी तरह घायल हो गया और वहीं पर बेहोश हो गया। आसपास मौजूद लोग दौड़े तो हमलावर घायल पर फायर करते हुए भाग निकले। फायरिंग में घायल बाल बाल बच गया। घायल के पिता की ओर से पुलिस को देर रात इस बात की लिखित सूचना दे दी गई है। पुलिस अब सूचना के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है।

92 वर्ष की आयु में कश्मीरी अलगाववादी नेता गिलानी का निधन

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जताया शोक

ऋषी न्यूज। मुख्यसंवाद

92 वर्ष की उम्र में कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का बुधवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने श्रीनगर स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। निधन की खबर पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने एक ट्वीट में गिलानी के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की।

सैयद अलीशाह गिलानी लंबे समय से बीमार थे और 2008 से अपने हैदरपोरा स्थित आवास पर नजरबंद थे। बुधवार को देर रात उन्होंने अपने आवास पर अंतिम सांस ली। बीते वर्ष ही उन्होंने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (जी) के अध्यक्ष के रूप में अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। मौत की खबर पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की।

एक नजर में

सैयद अली शाह गिलानी का जन्म 29 सितंबर 1929 को हुआ था। वह 1972, 1977 और 1987 में जम्मू-कश्मीर के सोपोर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रहे।वे पहले जमात-ए-इस्लामी कश्मीर के सदस्य थे लेकिन बाद में तहरीक-ए-हुर्रियत की स्थापना की। उन्होंने जम्मू और कश्मीर में अलगाववादी समर्थक दलों के एक समूह, ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (APHC) के अध्यक्ष के रूप में काम किया। उन्होंने जून 2020 में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस प्रमुख के रूप में पद छोड़ दिया।

राष्ट्रीय ब्राम्हण एकता संघ का पुलिस प्रशासन को अल्टीमेटम

बंगरा में पूर्व प्रधान के पुत्र पर जानलेवा हमला करने वालों की गिरफ्तारी की मांग

न हुई गिरफ्तारी तो तीन सितम्बर को विरोध जताने पहुँचगे बंगरा

उरई। ऋषी न्यूज

बंगरा में वर्ष 2016 में हुए भाजपा नेता हत्याकांड के चश्मदीद गवाह पर हुए जानलेवा हमला की राष्ट्रीय ब्राम्हण एकता संघ के नेताओं ने निंदा की है। इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन को दो सितंबर तक हमलावरों को गिरफ्तार करने का अल्टीमेटम दिया है। इस पर अन्य संगठनों ने भी समर्थन देने की बात कही है।

बुधवार को दोपहर बाद माधौगढ़ कोतवाली क्षेत्र के गांव बंगरा में तनाव का माहौल हो गया। भाजपा नेता हरिओम पचौरी हत्याकांड के मुख्य गवाह संदीप दीक्षित उर्फ सोनू पर जानलेवा हमला हो गया। हालत नाजुक होने पर उन्हें जिला अस्पताल से रेफर कर दिया गया। इस घटना की पहले राष्ट्रीय ब्राम्हण एकता संघ के अभिषेक दीक्षित समेत अन्य पदाधिकारियों ने नाराजगी जताते हुए निंदा व्यक्त की और फिर पुलिस प्रशासन से हमलावरों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। पुलिस प्रशासन को हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए एक दिन का समय दिया गया। दो सितंबर तक गिरफ्तारी न होने पर संघटन से जुड़े लोगों समेत ब्राम्हण समाज से बंगरा में एकजुट होने की अपील सोशल मीडिया के माध्यम से की है। अखिलभारतीय ब्राम्हण सभा के राजू पाठक ने भी समर्थन की बात कही है।

गांव में तनाव का माहौल

बंगरा गांव में हुए जानलेवा हमला के बाद से ही तनाव का माहौल है। दिन दहाड़े घटना को अंजाम दिया गया और फायरिंग भी हुई जिससे आमजन दहशत में भी है।

बंगरा में भाजपा नेता हत्याकांड के चश्मदीद गवाह पर प्राण घातक हमला

गम्भीर हालत में घायल को उरई जिला चिकित्सालय से किया रेफर

13 जून 2016 को हुई थी भाजपा नेता की हत्या

उरई। ऋषी न्यूज

बंगरा भाजपा नेता हत्याकांड के चश्मदीद गवाह पर बुधवार को जानलेवा हमला हो गया। हमले की खबर से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। परिजन गम्भीर हालत में घायल को समुदायक स्वास्थ्य केंद्र जालौन ले आए। यहां पर प्रथम उपचार के बाद जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। यहां पर डॉक्टरों ने हालत को देखते कानपुर रेफर किया है। अभी तक पुलिस को तहरीर नहीं दी गई। उक्त घटना की सूचना पर इलाकाई पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर वहां का जायजा लिया।

माधौगढ़ कोतवाली क्षेत्र के गांव बंगरा में 13 जून 2016 को भाजपा नेता हरिओम पचौरी की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में शिवम गुर्जर समेत उसके साथियों पर नामदर्ज मुकदमा दर्ज हुआ था। उक्त हत्याकांड में प्रधान पुत्र संदीप दीक्षित उर्फ सोनू चश्मदीद गवाह है। आज बुधवार एक सितंबर को हत्या मामले की न्यायलय में तारीख थी। उरई से वापस लौट रहे संदीप दीक्षित पर बंगरा मौजे में पहुंचते ही जानलेवा हमला हो गया। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की जानकारी पर परिजन मौके पर पहुंचे और घायल को सामुदायक स्वास्थ्य केंद्र ले आए। यहां पर प्रथम उपचार के बाद उरई के लिए रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने गंभीर हालत को देखते कानपुर रेफर कर दिया। बताया गया है पैर और सिर में गम्भीर चोटें है। इस घटना से गांव में सनसनी फैल गई। पुलिस को अभी कोई तहरीर नहीं दी गई है। पुलिस सूचना पाकर पहुंच गई है। गांव में दहशत का माहौल है।

स्ट्रेचर पर घायलावस्था में संदीप दीक्षित उर्फ सोनू

जिला पंचायत में बेगाना नजर आया प्रतिद्वंदी खेमा

क्लर्क ने दिया शपथपत्र, सदस्यों ने हस्ताक्षर किए और चल दिए

आपस में सेल्फी और फोटो का दौर चलता रहा

उरई। मनोज शर्मा

जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रत्याशी रहीं उर्मिला सोनकर खाबरी ने आखिरकार शपथ ले ही ली। वह अपने पाले के सदस्यों के साथ जिला पंचायत पहुंची। यहां पर एक क्लर्क ने शपथ पत्र फार्म दिया जिस पर सभी ने हस्ताक्षर किए। इस दौरान न तो जिला पंचायत अध्यक्ष मौजूद थे और न ही अपर मुख्य अधिकारी ने आना जरूरी नहीं समझा। निर्वाचित सदस्य जिला पंचायत भवन में बेगाने से नजर आए। अपनी मौजूदगी दर्शाने के लिए सोशल मीडिया पर नजर आए।

25 सदस्यों वाली जिला पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए घनश्याम अनुरागी और उर्मिला सोनकर खाबरी के बीच चुनाव हुए था। इसमें अनुरागी ने जीत दर्ज की थी। 12 जुलाई को शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ था। इसमें उर्मिला सोनकर समेत उनके साथ रहे सदस्यों ने हिस्सा नहीं लिया था। उस समय से वह सभी शुभमुहूर्त का इंतजार कर रहे थे। आखिर में मंगलवार को वह घड़ी भी आ गई। कांग्रेस की नेता सदस्य उर्मिला सोनकर ख़ाबरी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिशुपाल सिंह की पत्नी सदस्य उमा देवी यादव, सदस्य निशा देवी यादव, निर्दोष यादव, देवेंद्र कुमार सोनी, संजू कठेरिया, रामेंद्र त्रिपाठी ने जिला पंचायत पहुंचकर शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान सपा नेता राघवेंद्र प्रताप सिंह, कृष्ण गोपाल यादव, ठाकुर प्रसाद राठौर, जावेद मंसूरी सरावन आदि उपस्थित रहे। जिला पंचायत में इस दौरान ये सभी वहां बेगाने से नजर आए। ये पहला अवसर था जब विपक्षी खेमा के साथ इस तरीके का व्यवहार हुआ। इसके पहले भी शपथ ग्रहण में विपक्षी खेमा नहीं पहुंचा, लेकिन जब पहुंचा तब उसका सम्मान हुआ।

बसपा में घर का विरोध, पुलिस की चौखट पर पहुंचा

पार्टी जिलाध्यक्ष ने उरई कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराने को दिया शिकायती पत्र

पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र शिरोमणि, पूर्व कोआर्डिनेटर कमल दोहरे समेत छह के नाम किए सामने

उरई । मनोज शर्मा

बसपा में घर का विरोध पुलिस की चौखट तक पहुंच गया है। जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र चौधरी ने पार्टी के ही पूर्व पदाधिकारियों समेत छह पर प्रबुद्ध सम्मेलन में अराजकता फैलाने का मुकदमा दर्ज कराने को शिकायती पत्र दिया है। इसके साथ ही पार्टी का एक खेमा और नाराज हो गया है।

जिला पंचायत चुनाव के बाद से ही बसपा में एक धड़ा खासा नाराज है। बैठक में जमकर विरोध हुआ। ये देखते हुए पार्टी ने अनुशासनहीनता के तहत कार्रवाई करते हुए जिलाध्यक्ष संजय गौतम को हटा दिया था। इसके अलावा और भी जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई हुई। कोऑर्डिनेटर लालाराम अहिरवार पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। इससे कार्यकर्ताओं की नाराजगी और बढ़ गई। हाल में ही सम्पन्न हुए प्रबुद्ध वर्ग समेलन में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा व पूर्व मंत्री नकुल दुवे के सामने कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया था। इस बात को लेकर पार्टी ने तल्ख रुख अख्तियार कर लिया। जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र चौधरी ने पुलिस को शिकायती पत्र दे दिया। इसमें पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र शिरोमणि, पूर्व कोऑर्डिनेटर कमल दोहरे, कीरत सिंह दोहरे, पूर्व उपाध्यक्ष उदयवीर दोहरे, जगजीवनराम अहिरवार, सिद्धगोपाल पर आरोप लगाया है कि प्रबुद्व वर्ग सम्मेलन के पूर्व जमुना पैलेश में बगैर मेरी अनुमति के बैठक की और कार्यकर्ताओं को उकसाया। इसके बाद जानकी पैलेस में आयोजित सम्मेलन में कुछ लोगों ने बाधा पहुंचाने का कार्य किया। इतना ही नहीं अपशब्दों का प्रयोग भी किया। जिलाध्यक्ष ने सभी पर कार्रवाई की मांग की है। दूसरी तरफ आक्रोशित कार्यकर्ताओं में और नाराजगी बढ़ गई है।

पार्टी से जो आदेश मिला उस पर काम किया

बसपा जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र चौधरी ने दूरभाष पर बताया कि सम्मेलन में जो हुआ वह अनुशासनहीनता थी। अपनी बात शांत तरीके से भी रखी जा सकती थी। मैंने तो वही किया जो पार्टी से मुझे निर्देश मिले। सोमवार की शाम को उरई कोतवाली में शिकायती पत्र दिया था।

बसपा कोऑर्डिनेटर लालाराम कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने में असफल

जिला पंचायत चुनाव से शुरू हुआ विरोध

प्रबुद्ध गोष्ठी में राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा के सामने खुलकर हुआ था विरोध

उरई। मनोज शर्मा

बसपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। कुछ कार्यकर्ताओं में पार्टी के ही बुन्देलखण्ड के कोऑर्डिनेटर लालाराम अहिरवार के प्रति इस कदर नाराजगी बढ़ गई है कि विरोध के स्वर सार्वजनिक रूप से गूंजने लगे। लिखित रूप से शिकायतें होने लगी। इससे पार्टी के नुकसान को देखते हुए मान मनौव्वल का दौर भी शुरू हो गया। इसको लेकर गोपनीय बैठकें भी शुरू हो गई।

अप्रैल माह में सम्पन्न हुए जिला पंचायत के चुनाव में बसपा का प्रदर्शन औसत दर्जे का रहा था। उस समय टिकट वितरण पर तमाम सवाल खड़े हुए थे। एक बैठक में जमकर विरोध देखने को मिला था। पार्टी ने अनुशासनहीनता के तहत कार्रवाई की और शिकार जिलाध्यक्ष संजय गौतम हुए। कोऑर्डिनेटर लालाराम अहिरवार पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। इससे कार्यकर्ताओं की नाराजगी और बढ़ गई। उस समय से लेकर आज तक पार्टी के जो भी कार्यक्रम या बैठकें सम्पन्न हुई है उसकी शुरुआत कोऑर्डिनेटर के विरोध से ही हुई। हाल में ही प्रबुद्ध वर्ग की एक गोष्ठी सम्पन्न हुई थी जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा व पूर्व मंत्री नकुल दुवे के सामने भी विरोध हुआ था। इसके बाद कोऑर्डिनेटर लालाराम अहिरवार को हिदायत दी गई थी की ये नाराजगी दूर करो। इसके बाद सोमवार को ये प्रयास भी किया गया लेकिन फिलहाल कार्यकर्ता संतुष्ट नजर नहीं आ रहे, वह तो कार्रवाई पर तुले है। अब देखना ये है कि ये नाराजगी किस हद तक जाती है।

अयोध्या में राष्ट्रपति : ज्ञानीजैल सिंह के बाद रामनाथ को सुध आई प्रभु श्री राम की

बोले : कण कण में है भगवान श्री राम का वास

रामजन्म भूमि स्थल पहुंच कर महामहिम राष्ट्रपति ने की पूजा अर्चना

ऋषी न्यूज। मनोज शर्मा

प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या में आज माहौल खुशनुमा था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने परिवार के साथ पहुंचे और रामजन्म भूमि में वेदमंत्रोच्चार के बीच पूजा अर्चना की। रामायण कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया और बोले संसार के कण कण में प्रभु श्री राम का वास है। सब के राम है, राम के सब है। इसी के साथ उन्होंने चार दशक से देश के राष्ट्रपति का अयोध्या न आने का रिकार्ड भी तोड़ दिया। ज्ञानी जैल सिंह के बाद से कोई भी राष्ट्रपति अयोध्या नहीं आया था।

रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रामकथा पार्क में दीप प्रज्वलित कर रामायण कान्क्लेव का शुभारंभ किया। इतना ही नहीं अयोध्या में बड़े बजट की पर्यटन विकास योजनाओं का लोकार्पण भी किया। इसके पहले उन्होंने रामलला के दर्शन किए। यहां पर पुजारी ने पूजा अर्चना किया। अयोध्या में आयोजित सभा को उन्होंने सम्बोधित किया। यहां पर उन्होंने राम का गुणगान किया। कहा कि राम के बिना अयोध्या की कल्पना नहीं की जा सकती। सबमें राम व सबके राम हैं। वह तो संसार के कण कण में विराजमान है। रामायण ही ऐसा ग्रंथ है जिसमें ऐसे गुण मिलते हैं जिसका मानव जीवन में अमूल्य योगदान है। रामायण को विलक्षण ग्रंथ बताया और महत्व बताए। रामायण की एक एक चौपाई से प्रेरणा मिलती है। राम की लोकप्रियता का उन्होंने वर्णन किया और कहा कि कुछ देशों का नाम लिया और कहा कि वह मुस्लिम देश है लेकिन वहां पर रामायण का मंचन होता है। भगवान राम के जीवन से एक सीख भी मिलती है।

ऊंचनीच का भेदभाव मिटाया

मयार्दा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम ने शबरी के जूठे बेर खाए और निषाद राज को गले लगाकर ऊंच-नीच के भेदभाव को मिटाने का संदेश दिया था। समाज में समरसता स्थापित किया और लोगों को मर्यादित रहना सिखाया। भगवान राम जैसा कोई नहीं। राम ने जो आदर्श व चरित्र प्रस्तुत किए हैं मानव उसका एक अंश भी अनुसरण कर पाए तो मानवता को एक दिशा दे सकता है।

मालिनी अवस्थी के गीतों से बही भक्ति की बयार

समारोह में पद्मश्री से सम्मानित मालिनी अवस्थी के गीतों पर माहौल भक्तिमय हो गया। कार्यक्रम को सीएम योगी आदित्यनाथ ने संबोधित किया। कहा कि आज अयोध्या राममय हो गया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अयोध्या के आने पर बड़ी प्रसन्नता हो रही है। इस मौके पर डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, केशव प्रसाद मौर्य, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी आदि मौजूद रहे।

राज्यपाल व सीएम ने ली अगुवानी

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या रेलवे स्टेशन पर पहुंचने पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवानी ली। भारतीय संस्कृति के अनुसार भव्य स्वागत किया। सभा स्थल पर राम दरबार के रूप में स्मृति चिन्ह भेंट किया।

पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी अपने घर वापस लौटे

सपा की सरकारों में रही अहम जिम्मेदारी

मुलायम सिंह व शिवपाल सिंह के करीबी होने की सजा भी भुगती

उरई। मनोज शर्मा

लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय में उत्साह का माहौल था तो वहीं भावनाओं का समंदर भी हिलोरें मार रहा था। अवसर था पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी की घर वापसी का। जब राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उन्हें पार्टी की सदस्यता दिला रहे थे तो वह अपने आंसू रोक नहीं पाए। ये देखकर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी भावनात्मक रिश्तों को शब्दों में पिरोते हुए कह दिया इससे एक बात तो तय है कि वह दूसरे दल में कितनी पीड़ा सहन करके गए होंगे।

शनिवार को पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी ने अपने बेटे बलिया जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद चौधरी के साथ सपा की सदस्यता ग्रहण की। घर वापसी की पटकथा तो दो माह पूर्व हुए जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव के दौरान ही लिख गई थी, जब सपा ने उनके बेटे को अध्यक्ष पद का टिकट दिया था। पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी का सैफई परिवार से गहरा नाता रहा है। वह वर्ष 1992 में स्थापना के समय से ही समाजवादी पार्टी के अभिन्न अंग रहे है। वह चार बार विधायक निर्वाचित हुए। अम्बिका चौधरी को मुलायम सिंह यादव व शिवपाल सिंह यादव का बेहद करीबी माना जाता रहा हैं। मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व वाली सरकार में राजस्व मंत्री की जिम्मेदारी संभाली थी। वह कई मौकों पर मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर भी देश व देश के बाहर विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल रहे। उनकी पार्टी के प्रति नजदीकी का अंदाजा भी इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह सदन में समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक भी रहे। वर्ष 2012 के चुनाव में हारने के बावजूद अम्बिका चौधरी को विधान परिषद भेजा गया। वह अखिलेश यादव के मंत्रिमंडल का भी हिस्सा रहे। परिवार में बढ़े रार के दौरान दिए गए बयान ने उन्हें कमजोर किया था। मंत्रिमंडल से भी बाहर कर दिया गया था। इसके बाद अम्बिका चौधरी ने बसपा का दामन थामा था। शनिवार को उन्होंने घर वापसी कर ली।

ना ना करते प्यार मुख्तार परिवार से कर बैठे…..

मुख्तार अंसारी का बेटा व बड़े भाई सपा में हुए शामिल

लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किया शामिल

उरई। मनोज शर्मा

जब जब फूल खिले फिल्म का गीत ‘ना ना करते प्यार तुम्हीं से कर बैठे’ आज की सियासत में बिल्कुल फिट बैठ रहा है। सपा के मुखिया पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने वर्ष 2017 में डॉन मुख्तार अंसारी व उनके परिवार को पार्टी में ऐन वक्त पर लेने से इन्कार कर दिया था। समय बदला और सत्ता पाने की छटपटाहट बढ़ी तो शनिवार को डॉन के बड़े भाई व बेटे को पार्टी में शामिल कर लिया। दोनों ओर से सभी गिले शिकवे भुला दिए गए। अंसारी परिवार पहले भी सपाई रह चुका है।

लखनऊ में शनिवार को सुबह से ही सपा कार्यालय में अंसारी परिवार के समर्थक पहुंच गए थे। 11 बजे के लगभग डॉन मुख्तार अंसारी के बड़े भाई गाजीपुर की मोहम्मदाबाद सीट से दो बार विधायक रह चुके सिबगतुल्लाह अंसारी, बेटे मुन्नू अंसारी और समर्थकों के साथ पहुंचे। उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। सिबगतुल्लाह अंसारी वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा के चेहरा थे और भाजपा की अलका राय से चुनाव हार गए थे। इस बार वह आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पहले से ही अपने पुराने घर सपा में आ गए है। उनके सपा में शामिल होने से गाजीपुर की सियासत भी गर्मा गई।सिबगतुल्लाह अंसारी 2007 में गाजीपुर के मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से सपा से चुनाव लड़े थे और जीते भी थे। इसके बाद 2012 के पूर्व मुख्तार अंसारी और उनके बंधुओं ने कौमी एकता दल बना लिया। वर्ष 2012 में  वह अपने ही दल से लड़े और विधायक बने। इसके बाद 2017 में बसपा से मैदान में उतरे, लेकिन पराजय का सामना करना पड़ा। मुख्तार अंसारी काफी समय से बांदा जेल में बंद हैं। ऐसे में पूर्वी यूपी की राजनीति में उनके रुतबे को बरकरार रखने का जिम्मा अब उनके भाई सिबकतुल्लाह पर है।

जब सपा ने दुत्कारा था, तो बसपा ने पुचकारा था

अंसारी बंधुओं ने कौमी एकता दल नाम से राजनैतिक पार्टी बनाई थी। पार्टी को आगे बढ़ाने का प्रयास भी हुआ लेकिन परिवार के बाहर नहीं निकल पाई। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले अंसारी परिवार ने कौमी एकता दल का विलय सपा में कर दिया था। उस समय अखिलेश यादव के विरोध पर पूरे परिवार को बाहर होना पड़ा था। सपा से मिली दुत्कार के बाद अंसारी परिवार परेशान हो उठा। उस समय बसपा ने उन्हें गले लगाया था। इसके साथ ही मऊ की सदर सीट से मुख्तार अंसारी को टिकट दिया। इतना ही नहीं घोसी सीट से मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी व गाजीपुर की मोहम्मदाबाद सीट से बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी को बसपा ने टिकट दिया। वर्ष 2017 में मुख्तार के अलावा जीत किसी को भी नहीं मिली थी। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी महागठबंधन की ओर से बसपा ने अफजाल अंसारी को गाजीपुर से टिकट दिया था और वो जीते थे।

मां की खास सहेलियां होती हैं बेटियां

मां, बहू, बेटी सम्मान समारोह में दी गई सीख

आत्म रक्षा के गुर हर बेटी को सीखना चाहिए

उरई।ऋषी न्यूज

मां, बहू, बेटी सम्मान समारोह में नारी शक्ति पर चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा कि मातृशक्ति ने हर युग में अपनी क्षमताओं की परीक्षा दी है। कभी झांसी की रानी बनकर दुश्मनों से लड़ी तो कभी हाथ की उंगली को रथ की धुरी बना दिया। कलयुग में सनातन धर्म की रक्षा के लिए महिलाओं को भी योगदान करना पड़ेगा। सास को ये एहसास होना चाहिए कि वह कभी बहू तो कभी किसी की बेटी थी। मां को अपनी बेटी की सच्ची सहेली बनना चाहिए। कार्यक्रम में बेटियों ने रंगारंग कार्यक्रम में नाटक का मंचन कर जागरूक करने का प्रयास किया।

शुक्रवार को सिटी सेंटर सभागार में सम्मेलन की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण दीप प्रज्वलित कर हुई। कार्यक्रम की मुख्यवक्ता डॉ सीमा जादौन ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य समाज में बहू, बेटियों केे लिए चली आ रही कुरीतियों को दूर करना है। इसमें सभी को जागरूकता दिखाते हुए जिम्मेदारी का निर्वाहन करना होगा। उन्होंने कहा कि कलयुग में महिलाओं पर आरोप लग रहे है कि वह अपनी सास के प्रति नकारात्मक विचार रखती है। इन आरोपों को मिटाने की जरूरत है। उन्होंने जो माताएं बनकर दायित्वों को निभा रही हैं, वह कभी बहू व बेटियां भी थी, इसलिए कभी इनमें अंतर समझकर काम नहीं किया जाना चाहिए। दुर्गा वाहिनी संयोजिका रुबी द्विवेदी ने कहा कि समाज प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रहा है। पहले की अपेक्षा जागरूकता भी बढ़ी हैं, इसके बाद भी बहू व बेटियों में भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने बेटियों से कहा कि वह एक नहीं दो कुल की शान है। एक उम्र होती है जहां पर आकर दो सवाल खड़े होते है। हमें अपने सम्मान के लिए निर्णय लेना चाहिए। लव जिहाद सनातन धर्म, हमारी संस्कृति के लिए खतरा है । मुख्य अतिथि अनिल दीक्षित ने भी विस्तार से चर्चा की।जिला मंत्री ज्ञानेंद्र तिवारी ने कहा कि बेटियां किसी से कम नहीं है। आज हर क्षेत्र में वह आगे बढ़ी है। कार्यक्रम प्रभारी डॉ. अलका नायक, मानसी निरंजन, जिलाध्यक्ष विहिप जयदीप जी, , संगठन मंत्री पशुपति नाथ आदि ने भी विचार रखे और संचालन मृदुल दांतरे ने किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में अनिका तिवारी, समृद्धि, अंशिका शर्मा, छबि शर्मा आदि बेटियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी और खूब तालियां बटोरी। अंत में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

बसपा कोऑर्डिनेटर लालाराम के खिलाफ फूटा गुस्सा

आक्रोशित कार्यकर्ताओं को पार्टी के कुछ लोगों ने बमुश्किल कराया शांत

राष्ट्रीय महासचिव के सामने जमकर हुई नारेबाजी

उरई। ऋषी न्यूज

बसपा के तत्वाधान में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान सुरक्षा और तरक्की को लेकर आयोजित विचार संगोष्ठी में पार्टी के कोऑर्डिनेटर लालाराम अहिरवार के खिलाफ कार्यकर्ताओं का एक गुट प्रदर्शन करने लगा। मुर्दाबाद लिखी तख्ती लेकर पहुंचे लोगों ने जमकर नारेबाजी की। वह मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को शिकायती पत्र देना चाहते थे, लेकिन उन्हें कुछ लोगों ने रोक लिया।

बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा जैसे ही मंच पर पहुंचे और उनका स्वागत शुरू हुआ वैसे ही बसपा के कार्यकर्ताओं की एक टोली नारेबाजी करते हुए मंच के समीप पहुंच गई। वह सभी पार्टी के कोऑर्डिनेटर लालाराम अहिरवार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उनका विरोध कर रहे थे। उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। कुछ समय के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया। अतिथि भी कुछ समझ नहीं पा रहे थे। मंच पर मौजूद पार्टी के जिम्मेदार लोग आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास करने लगे। आक्रोशित लोग अपनी बात सीधे राष्ट्रीय महासचिव से कहना चाहते थे। लिखित रूप से शिकायती पत्र भी देना चाहते थे,लेकिन उन्हें रोक लिया गया। सभी को हॉल से बाहर कर दिया गया। ये कोई पहली घटना नहीं है। जिला पंचायत चुनाव के बाद लगातार कोऑर्डिनेटर लालाराम अहिरवार का विरोध हो रहा है।

राष्ट्रीय महासचिव ने मिलना भी जरूरी नहीं समझा

बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के पास कोऑर्डिनेटर की शिकायत लेकर पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचे थे। उन्हें भरोसा था कि वह उनकी बात जरूर सुनेंगे। यह भरोसा उनका उस समय टूट गया जब अपनी बात कहने पहुंचे कार्यकर्ताओं से उन्होंने मिलना भी जरूरी नहीं समझा। पार्टी के कुछ जिम्मेदार लोगों ने उन सभी आक्रोशित कार्यकर्ताओं को हाथ पकड़ कर सभा हॉल से बाहर कर दिया। राष्ट्रीय महासचिव यह सब टुकुर टुकुर देखते रहे। हालांकि आक्रोशित लोगों को भरोसा दिया गया था कि कार्यक्रम के बाद वह अपनी बात कहें लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ। राष्ट्रीय महासचिव मंच से सीधे अपनी गाड़ी की ओर बढ गए। चलते चलते मीडिया से रूबरू जरूर हुए और चले गए। शिकायती पत्र लेकर पहुंचे लोग निराश हो गए।

अपराधी बताकर सूबे में हो रहीं ब्राम्हणों की हत्याएं – सतीश मिश्रा

बिकरू कांड के बाद घर में काम करने वाली महिलाओं को भी नहीं बख्शा

खुशी दुवे के तो हाथों की मेंहदी भी नहीं छूटी थी

बसपा ब्राम्हण सम्मेलन में जीत का गणित भी समझाया

उरई। मनोज शर्मा

बसपा के तत्वावधान में प्रबुद्व वर्ग के सम्मान, सुरक्षा, तरक्की को लेकर आयोजित गोष्ठी के माध्यम से बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा ने ब्राह्मण समाज के ऊपर डोरे डालने का हर संभव प्रयास किया। सपा और भाजपा उनके निशाने पर रही। उन्होंने सबसे पहले समाज के लोगों को विधानसभा में जीत का गणित समझाया और फिर पूर्व की सपा सरकार और मौजूदा भाजपा सरकार में प्रदेश में हुई ब्राम्हणों के साथ घटित घटनाओं का एक-एक कर जिक्र किया। उन्होंने बिकरू प्रकरण का जिक्र किया। कहा कि दो दिन पहले ब्याह कर आई खुशी दुबे को भी नहीं बख्शा गया। अपराधी बनाकर उसे भी जेल के सलाखों के पीछे भेज दिया। लखनऊ में सरेआम समाज के तीन लोगों को गोलियों से भून दिया गया। वर्ष 2022 में ब्राम्हण समाज उत्पीड़न का जबाव देगा।

शुक्रवार को शहर के जानकी पैलेस में बसपा के तत्वावधान में प्रबुद्व वर्ग के सम्मान, सुरक्षा, तरक्की को लेकर गोष्ठी आयोजित हुई। गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने वर्ष 2005 की यादें ताजा की। कहा उस समय बसपा से ब्राम्हणों को जोड़ने का काम किया था और एक कार्यक्रम में बहिन मायावती को स्मृति चिन्ह भेंट किया था तो उस समय उन्होंने नारा दिया था कि ये हाथी नहीं गणेश है, ब्रम्हा, विष्णु, महेश है। इसके प्रदेश में वर्ष 2007 में वह मुख्यमंत्री बनी। जब सरकार बनी तो मुख्यमंत्री बहन मायावती ने सबसे अधिक सम्मान ब्राह्मणों को दिया। प्रमुख पदों पर ब्राह्मण समाज के लोग बैठाए थे। कैबिनेट में भी सबसे अधिक संख्या ब्राह्मण समाज की थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकारी आंकड़े भले ही 13 फीसदी ब्राम्हण समाज के दर्ज हों लेकिन हकीकत में यहां 16 फीसदी ब्राम्हण है और 23 फीसदी दलित समाज है। ये आपसी भाईचारा जीतने के लिए अहम है। उन्होंने ब्राह्मण समाज को सनाढ्य, कान्यकुब्ज, जुझौतिया, 20 विस्बा, 17 विस्बा में न बटने की सलाह दी। कहा समाज के उत्थान के लिए एकजुट हो। उन्होंने बिकरू प्रकरण के नाम पर ब्राम्हणों के उत्पीड़न की बात कही। कहा कि खुशी दुबे के हाथों की मेंहदी भी नहीं छूटी थी और उसके हाथों में तमंचा दिखा दिया गया। काम करने वाली दो महिलाओं को उनके अबोध बच्चों के साथ जेल में डाल दिया उनके पतियों की हत्या कर दी। रायबरेली से लेकर लखनऊ समेत प्रदेश के विभिन्न इलाकों में ब्राम्हण समाज के लोगों के साथ हुई घटनाओं का जिक्र किया। अपराधी बताकर लोगों की हत्या कर दी जाती है। सपा सरकार में भी हुए ब्राम्हण उत्पीड़न की बात कही। उन्होंने कन्नौज की घटना समेत कई घटनाओं का जिक्र किया।

अयोध्या हो या बनारस सभी जगह बसपा सरकार में हुए कार्य

बसपा के राष्ट्रीय महासचिव ने वर्ष 2007 की बसपा सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई। कहा अयोध्या में सरयू घाट का विकास हुआ। बिठूर में सीता रसोइया से लेकर बाल्मीक आश्रम पर काम हुआ। बनारस, बृन्दावन में जो कार्य हुए वह किसी से छिपे नहीं है।आस्था के नाम पर वोट मांगने वाली भाजपा के शासन काल में अयोध्या से लेकर बनारस, बिठूर और बृन्दावन सब बदहाल है। एक साल में राम मंदिर बनाने की बात कही थी और अभी तक नींव नहीं डली।

मंहगाई चरम पर

सम्मेलन के मुख्य अतिथि ने देश में महंगाई को लेकर भी भाजपा सरकार को निशाने पर रखा। एलपीजी गैस सिलेंडर 900 रुपये का हो गया। उन्होंने कहा किसानों के साथ भी धोखा हुआ है। आय दोगुनी करने का वायदा किया था और उनकी जमीन छिनने की योजना बनाई जा रही है।

जोरदार हुआ स्वागत

बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा, पूर्व मंत्री नकुल दुवे का जोरदार स्वागत हुआ। फूलमालाओं के बाद चांदी के मुकुट, गदा और भगवान परशुराम के चित्र बतौर स्मृति भेंट किये गए।

संजीव थापक ने ताकत दिखाने का किया प्रयास

माधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का सपना संजोए संजीव थापक ने बसपा के राष्ट्रीय महासचिव के सामने अपनी ताकत दिखाने का भरसक प्रयास किया। उनके समर्थक हाथों में तख्तियां लेकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। शहर में जिला परिषद से लेकर जानकी पैलेस तक सड़क किनारे होर्डिंग वार में भी आगे रहे।

गोष्ठी को संबोधित करते बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा
मुख्य अतिथि का स्वागत करते बसपाई
गोष्ठी में मौजूद भीड़

तेली समाज को हर दल ने किया नजर अंदाज

तैलिक महासंघ के अध्यक्ष हरनारायण, महामंत्री बने लक्ष्मीनारायण

बैठक में लिया गया फैसला,जन जागृति अभियान चलाने पर जोर

माधौगढ़। ऋषी न्यूज

तैलिक महासंघ के बैनर तले आयोजित बैठक में समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने पर चर्चा हुई। इसके साथ ही जिम्मेदार लोगों ने कहा कि तेली समाज के 40 हजार वोट है इसके बाद भी हर राजनैतिक दल ने उपेक्षा की है।

शुक्रवार को तैलिक महासंघ की आवश्य बैठक पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अरविन्द्र राठौर के आवास पर पूर्व प्रधान राधेलाल राठौर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में सर्वसमिति से हरनारायण राठौर पीपरीकलां को जिलाध्यक्ष और लक्ष्मी नारायण राठौर को महामंत्री बनाया गया। पवन राठौर प्रधान को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। नवमनोनित जिलाध्यक्ष ने कहा कि संगठन द्वारा जो भी जिम्मेदारी दी गई है उसके निर्वहन में कोई कोरकसर नहीं छोडूंगा। हर स्तर पर संगठन को मजबूत करेंगे। संगठन के माध्यम से एक जनजागृति अभियान गांव गांव चलाया जाएगा। समाज में शिक्षा पर जोर दिया जाएगा। समाज मे फैली कुरीतियों को दूर किया जाएगा। संगठन के संरक्षक अरविन्द्र राठौर ने कहा कि माधौगढ़ विधानसभा में तेली वोटरों की संख्या चालीस हजार के करीब है फिर भी राजनीतिक पार्टियां हम लोगो को प्रतिनिधित्व प्रदान नहीं करती है। आने वाले विधानसभा चुनाव में यदि समाज की उपेक्षा की गई तो इसका खामियाजा राजनीतिक दलों को उठाना होगा। बैठक में अवधेश राठौर,सुशील राठौर,संतराम राठौर,राम नरेश राठौर,राजेश राठौर,हरगोविंद राठौर,श्रीपाल राठौर,जगदीश राठौर आदि लोग मौजूद रहे।

सुशील बने प्रदेश सचिव

तैलिक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सीतापुर विधायक राकेश राठौर एवं कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष डॉo विनोद राठौर व राजकुमार राठौर की सहमति से प्रदेश अध्यक्ष (युवा प्रकोष्ठ) रंजीत राठौर ने तैलिक महासंघ उत्तर प्रदेश के लिए जालौन जनपद के गांव सरावन निवासी सुशील राठौर को प्रदेश सचिव (युवा प्रकोष्ठ) पद पर मनोनीत किया है। सुशील को मिली इस जिम्मेदारी पर समाज के लोगों ने खुशी का इजहार किया है।

नव मनोनीत जिलाध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों का स्वागत करते समाज के लोग
नव मनोनीत प्रदेश सचिव युवा प्रकोष्ठ सुशील राठौर

तो क्या ग्रह जनपद में मिले आशीर्वाद का कर्ज उतार पाएंगे भानुप्रताप

केंद्रीय राज्य मंत्री का कालपी से लेकर उरई तक जगह-जगह हुआ स्वागत

41 वर्ष पहले भी ऐसा ही अवसर मिला था जिले के लोगों को

उरई। मनोज शर्मा

यमुना नदी का सेतु शुक्रवार को भाजपा नेताओं की खुशी का गवाह बना। अवसर था सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग राज्य मंत्री भानुप्रताप वर्मा के नई जिम्मेदारी के साथ पहली मर्तबा गृह जनपद आगमन का। जैसे ही उन्होंने जिले की सीमा में प्रवेश किया तो पार्टी के छोटे, बड़े और मझोले कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। हर कोई अपना चेहरा दिखाने की होड़ में था। मोबाइल से एक सेल्फी लेने के लिए भी खूब जद्दोजहद हुई। कालपी से उरई तक स्वागत में कार्यकर्ताओं ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। अब देखना यह है कि इस नई ताकत से मिले आशीर्वाद का कर्ज मंत्री जी उतार पाएंगे या फिर नहीं।

शुक्रवार को कालपी से उरई तक स्वागत का सिलसिला चला। कारों का लंबा काफिला जुलूस की निश्चित लंबाई को नहीं तय कर पा रहा था। भाजपा के करीब – करीब हर प्रमुख नेता ने जनआशीर्वाद यात्रा का स्वागत किया। अपना चेहरा दिखाने के लिए कार्यकर्ताओं ने हर जतन किए। सड़को के किनारे होर्डिंग्स और कटआउट से पटे हुए थे। वे नेता के वैभव का गान कर रहे थे। भानुप्रताप वर्मा जिले के ऐसे दूसरे सांसद हैं जिनको केंद्र में मंत्री बनने का मौका मिला है। इसके पहले कांग्रेस के चौधरी रामसेवक 1967 में जब स्वास्थ राज्यमंत्री बने, तब उनका भी जिले में स्वागत हुआ था। 41 वर्षों में अब राजनीति के तौर तरीकों में काफी परिवर्तन आ चुका है। तब न तो प्रचार के ऐसे संसाधन होते थे न ही चौपहिया वाहन। उस समय जिले के गिने चुने लोगों के पास जीप और कार थी। मुकाबले में यदि कोई था तो कार्यकर्ताओं का हौसला। बताते हैं कि लहराते तिरंगा ध्वजों के साथ चौधरी साहब को लाया गया था। आज उसी दिन की पुनरावृत्ति हुई है। पहले चौधरी साहब थे तो वर्मा जी। बस अंतर सादगी और आधुनिकता के बीच था। कालपी से लेकर उरई तक के स्वागत सफर के बाद शनिवार को वह अपने घर पहुंचेगे। कोंच में भी उनके स्वागत की पूरी तैयारी है। अब जिले के लोगों को भानुप्रताप वर्मा से बड़ी उम्मीदें हो गई है। वह जिले के विकास को कितनी रफ्तार दे पाते है। वह जिले लिए क्या नया ला पाएंगे। यह तमाम सवाल है जिसका जबाव समय के गर्त में छिपा है। आज का स्वागत भानुप्रताप के ऊपर कर्ज के रूप में कार्यकर्ताओं ने छोड़ दिया है।

यह भी है उम्मीदें है

पहले तो वह कोंच- एट शटल को उरई तक चलवाना चाहते हैं। इसके बाद इसे कानपुर तक दौड़वाने की मंशा है। श्रमशक्ति को कानपुर की बजाय उरई में रात्रिकालीन ठहराव चाहते हैं। यदि ऐसा हुआ तो दिल्ली तक की यात्रा के लिए उरई से सीधी ट्रेन होगी। उरई से कोंच और ग्वालियर होकर राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा झाँसी से बाराजोर तक राजमार्ग को सिक्स लेन करनवाने की प्लानिंग है। मंत्री बनने से उनकी इन योजनाओं को पंख लग सकते हैं, फिर भी यह सम्भव तभी हो सकेगा जब प्रयास भूमिका के अनुरूप अनवरत रहेगा।

भानुप्रताप वर्मा का राजनैतिक सफर

भानुप्रताप वर्मा ने छात्र जीवन से ही राजनीति में आने के संकेत अपने क्रियाकलापों से दे दी थी। उन्होंने सभासद से लेकर लोकसभा में मंत्री तक का सफर तय किया। पहली मर्तबा 1988 में वह नगर पालिका के लिए सभासद निर्वाचित हुए थे। निर्दलीय होते हुए वह उस समय के अध्यक्ष राधेश्याम दांतरे के अविश्वास में भाजपा के साथ खड़े हुए और उनकी कुर्सी बचाने में योगदान दिया। इसका प्रतिफल पार्टी ने 1991-92 के चुनाव में विधानसभा का टिकट दिया और वह चुनाव जीते भी। इसके बाद 1996 में ग्यारहवीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए। वर्ष 1998 में चुनाव जीते। 1999 में वह बसपा के बृजलाल ख़ाबरी से हार गए थे। वर्ष 2004 में वह फिर निर्वाचित हुए। वर्ष 2009 में सपा के घनश्याम अनुरागी से वह चुनाव हार गए थे।वर्ष 2014 में बड़े अंतर से चुनाव जीते और फिर 2019 में पांचवी बार लोकसभा पहुंचे। वह विभिन्न समितियों के सदस्य भी रहे। संगठन में वह भाजपा अनुसूचित मोर्चा में पहले उपाध्यक्ष और फिर अध्यक्ष रहे। आज सात जुलाई को वह जालौन, गरौठा, भोगनीपुर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित होने वाले भानुप्रताप वर्मा दूसरे राज्य मंत्री बने।

केंद्रीय राज्य मंत्री के स्वागत को आतुर भाजपाई

कालपी यमुना पुल से शुरू होगा स्वागत का सिलसिला

उरई। ऋषि न्यूज

भाजपा के नेता सुबह से ही केंद्रीय राज्य मंत्री भानूप्रताप वर्मा की जन आशीर्वाद यात्रा का स्वागत करने को आतुर नजर आ रहे है। होर्डिंगवार के बाद अब भीड़ जुटाने की तैयारी में है। यह सब हो भी क्यों न पांच बार के सांसद को पहली बार मंत्री बनाया गया। नई जिम्मेदारी के साथ उनका ग्रह जनपद में पहला आगमन है। भाजपा का एक तबका तो बहुत ही खुश है, दूसरा बेमन से ही सही लेकिन खुशी का इजहार करने का हर जतन कर रहा है।

केंद्रीय राज्य मंत्री भानू प्रताप सिंह वर्मा  पहली बार ग्रह जनपद आ रहे है। शुक्रवार को उनका काफिला दोपहर बाद तकरीबन एक बजे कालपी आ जायेगा। यहां पर भाजपा के नेता उनका स्वागत करेंगे। इसके बाद उरई तक विभिन्न स्थलों पर स्वागत होगा। उरई नगर में राजमार्ग पर स्थित महापुरुषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण और कैलाशवासी जनप्रतिनिधि, पूर्व मंत्री, सांसद विधायक एवं अन्य गणमान्य नागरिकों के चित्रों पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इस कार्यक्रम का संयुक्त संयोजन नगर अध्यक्ष उरई प्रथम अरुण गुप्ता एवं द्वितीय डॉ गिरीश चतुर्वेदी करेंगे। उक्त आशय की जानकारी भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह मुन्नू ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी है। बताया है कि वह रात्रि विश्राम उरई में करेंगे। 21 अगस्त को प्रातः काल 11:00 बजे बाढग्रस्त क्षेत्र महेवा, कुठौंद, रामपुरा ब्लॉक के ग्रामों का भ्रमणकर वहां की समस्याओं से रूबरू होंगे। दोपहर 3:00 बजे पंचानन चौराहा से कोंच नगर भ्रमण करते हुए शाम 5:00 बजे होटल आशीर्वाद में  आयोजित अभिनंदन समारोह में शिरकत करेंगे। यहीं पर वह मीडिया से रूबरू होंगे।

भाजपा नेताओं को लगा अपना डिमोशन, जताया गुस्सा

दायित्व रूपी प्रसाद ने बढाई नाराजगी

सोशल मीडिया पर हकीकत आई सामने

अरविंद गौतम चच्चू, पवन तोमर ने ठुकराया पद

उरई। मनोज शर्मा

भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के जिम्मेदार लोगों में ही आपसी तालमेल का अभाव है। यही वजह है कि कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने का दांव भी उल्टा पड़ रहा है। यह हकीकत उस समय सामने आई जब एक कार्यकर्ता ने दिए गए नए दायित्व के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाल दी। पोस्ट में उनकी नाराजगी साफ झलक रही है। वह स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ के कभी जिला संयोजक रहे और आज उन्हें उसी का सह संयोजक बना दिया। इससे एक बात स्पष्ट हो गई है कि भाजपा में डिमोशन प्रक्रिया शुरू हो गई है।

भाजपा नेतृत्व विधानसभा चुनाव नजदीक देख कार्यकर्ताओं को दायित्व देकर संतुष्ट करने का प्रयास कर रहा है। लंबे समय से जो हाशिये पर थे उन्हें दायित्व सौंपकर ये संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है कि पार्टी को उनकी चिंता है। यहां तक तो सब ठीक है लेकिन अतिउत्साही जिम्मेदार लोग इसमें भी तालमेल नहीं बना पाए। जारी सूची में क्रमांक शुक्ला को स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ का सह संयोजक बनाया गया है। खास बात तो यह है कि वह इसी प्रकोष्ठ में जिला संयोजक थे। अपने डिमोशन से वह खासे आहत नजर आए। उन्होंने फेसबुक पर अपनी नाराजगी भी बयां कर दी। उन्होंने पार्टी के जिला नेतृत्व से लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व तक को जिला संयोजक से लेकर सह संयोजक तक के सफर पर आभार जताया है। प्रकोष्ठों में कुछ और भी नाम है जो संतुष्ट नहीं है, पर वह बयां भी नहीं कर रहे है। अरविंद गौतम चच्चू विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक बनाये गए है। पहले से उन्हें इसकी कोई जानकारी ही नहीं थी। उन्हें लोगों ने फोनपर बधाई दी तब जाकर पता चला। इस पर उनमें भी नाराजगी है।वह भी फेसबुक पर आ गए और पद को अस्वीकार कर दिया। इसी प्रकार पवन तोमर ने भी अपना पक्ष सोशल साइड पर रखा। कहा कि वह कार्यकर्ता ही ठीक है। बगैर सहमति के दिये दायित्व को नहीं लेना चाहते है। भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रही कुमकुम सिंह को सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का सह संयोजक बनाया गया है। उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। पार्टी के कई पूर्व मंडल अध्यक्ष एवं अन्य मंडल व जिला के पदाधिकारियों को प्रकोष्ठों में दायित्व दिए गए है। बहुतों को नई जिम्मेदारी रास नहीं आ रही है, पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा। क्रमांक ने ही अपने गुस्से का इजहार फेसबुक के माध्यम से नए अंदाज में किया है। वह फेसबुक पर अपनी बेबाक पोस्ट के लिए जाने भी जाते है।

पोस्ट को गम्भीरता से पढ़ने पर बात आई समझ में

भाजपा नेता क्रमांक शुक्ला की ओर से फेसबुक पर की गई पोस्ट को जब लोगों ने ध्यान से पढ़ा तो उसका रिएक्शन समझ आया। इसके बाद उनके फोन पर नेताओं के फोन आने शुरू हो गए। जो नहीं समझ सके वह बधाई दे रहे थे।

संतोष को सीधे संयोजक बनाया

भाजपा नेतृत्व ने संतोष गुप्ता को व्यापार प्रकोष्ठ का जिला संयोजक बनाया है। वह सक्रिय कार्यकर्ता थे और सीधे संयोजक बनाए गए। पार्टी के भीतर इस बात को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है।

20 प्रकोष्ठ, 60 नेता संतुष्ट

भाजपा नेतृत्व ने 20 प्रकोष्ठ के पदाधिकारी घोषित किए है। इसमें एक प्रकोष्ठ में संयोजक और दो सह संयोजक बनाए है। कुल मिलाकर 60 नेताओं को संतुष्ट करने का प्रयास किया है।

बड़ी पूजा का इंतजार

गणेश नगर के नगरकोट धाम मंदिर में चल रही तैयारी

आपदा के निवारण में काम आती है पूजा

उरई। ऋषी न्यूज

असाढ़ मास में पूजा पाठ का अपना महत्व है। यही वजह है कि हर घर में असाढ़ की पूजा होती है कुल देवी देवताओं को मनाया जाता है। नदीगांव ब्लॉक के गणेश नगर गांव में स्थित नगरकोट धाम मंदिर में हर साल पूर्णिमा तिथि पर बड़ी पूजा होती है। इसमें पूरा गांव सम्मलित होता है। मान्यता है नगर कोट देवी की इस पूजा से आपदा का निवारण होता है।

गणेशनगर गांव में परंपरागत तरीके से विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी बड़ी पूजा होगी। गांव के पश्चिम
में स्थित मां नगरकोट धाम मंदिर में पूजा को लेकर तैयारी चल रही है। यहां पर आसपास के गांव रूदावली,मंगरोल ,इटौरा, खुर्द ,डाबर के लोग भी बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग करते है। बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं गाजे-बाजे के साथ मंदिर प्रांगण में
एकत्रित होकर मां नगरकोट वाली की आराधना पूजा ,अर्चना करते हैं। गांव के लोगों का कहना है कि प्राचीन मान्यता है कि मां नगरकोट वाली माता ग्राम व क्षेत्र में किसी भी महामारी, अनिष्ट को निष्प्रभावी कर देती हैं। कोई आपदा,विपदा नहीं आती है जो कि स्वयं सिद्ध शक्ति पीठ का अद्भुत साक्षात चमत्कार और प्रमाण है,यहां पर हर इंसान की इच्छा पूर्ण होती है।
ग्राम में माता रानी मंदिर दरबार की व्यवस्थाएं देख
रही समाजसेवी समिति,संस्था मां नगर कोट धाम सेवा समिति गणेश नगर के अध्यक्ष श्री केशव द्विवेदी मुखिया जी ने अवगत कराया है कि इस वर्ष यह वार्षिक पूजा दिनांक 23-07-2021 दिन शुक्रवार को अपरान्ह में O2 :00 बजे से प्रारंभ होगी। पूजा के पश्चात श्री धाम अयोध्या जी से पधारे अभिषेक शास्त्री जी की संगीतमय पार्टी द्वारा भजन संध्या कार्यक्रम होगा।

कोरोना का नया केस नहीं

दो कोरोना मरीजों का चल रहा उपचार

उरई। ऋषी न्यूज

कोरोना वायरस की तीसरी लहर आने की खबर भले ही चिंतित करने वाली हो लेकिन मौजूदा समय में कोरोना केस का न मिलना राहत की बात है। दो दिन में कोई भी नया संक्रमित नहीं मिला है। कोविड वार्ड भी लगभग खाली है। सिर्फ दो मरीज है जो भर्ती है।

जिला प्रशासन की ओर से बुधवार की शाम को जारी किए गए बुलेटिंग में बताया गया है कि कोरोना का कोई भी नया केस सामने नहीं आया है। मंगलवार को भी कोई केस नहीं मिला था। ये खबर राहत भरी है। हालांकि कोरोना वायरस को लेकर लोगों की ओर से बरती जा रही लापरवाही चिंता की बात है। अब तक जनपद में कुल 617523 व्यक्तियों के सेम्पल लिये जा चुके है। सेम्पल की आई जांच रिपोर्ट में 11540 व्यक्ति कोरोना पाॅजिटिव पाये गये, इसमें से 11337 उपचार के बाद स्वस्थ्य हो गए। कोरोना के कहर से 201 संक्रमित काल के गाल में समा गए। वर्तमान में एक्टिव केस की संख्या 02 है।

एट जंक्शन पर बहाल हो ट्रेनों का ठहराव

15 माह से बंद है कोंच रेलवे स्टेशन का आरक्षण केंद्र

केंद्रीय राज्यमंत्री को सौंपा गया तीन सूत्रीय मांग पत्र

उरई। ऋषी न्यूज

कोंच रेलवे स्टेशन का आरक्षण केंद्र बीते 15 माह से बंद चल रहा है। इसके अलावा एट जंक्शन पर तीन एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नहीं हो रहा। कोरोना काल में रोकी गई सेवाओं को बहाल कराने के लिए भाजपा के नगर अध्यक्ष ने केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप वर्मा को तीन सूत्रीय मांग पत्र सौंपा है।

शुक्रवार को कोंच नगर के भाजपा अध्यक्ष सुनील लोहिया ने दूरभाष पर चर्चा की। इस दौरान बताया कि उन्होंने हाल में ही केंद्रीय राज्यमंत्री बनाए गए भानु प्रताप वर्मा से दिल्ली मैं उनके कार्यालय पर भेंट की और तीन सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। इसमें कोंच में लोगों की समस्याओं को देखते हुए एट से कोंच के बीच शटल ट्रेन को पुनः शुरू करने की मांग की है। कहा है कि यहां के व्यापारियों को शटल से बहुत सहूलियत मिलती है। यहां के रेलवे स्टेशन पर आरक्षण केंद्र भी 15 माह से बंद है। इसके अलावा एट जंक्शन पर बरौनी, साबरमती और कुशीनगर एक्सप्रेस का ठहराव नहीं हो रहा है। कोरोना कॉल में इस पर रोक लगाई गई थी। लगी रोक हटाकर ठहराव को बहाल कराया जाए। जक्त तीनों मांगों का निराकरण कराने का भरोसा केंद्रीय राज्यमंत्री ने दिया है।

केंद्रीय राज्यमंत्री को मांग पत्र सौंपते सुनील लोहिया

सपा सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव जिले में निष्कासित

जिलाध्यक्ष बोले मैंने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते प्राथमिक सदस्यता से किया निष्कासित

प्रदेश महासचिव बोले उन्हें अधिकार ही नहीं

उरई। मनोज शर्मा

जिला की समाजवादी पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। इसी का नतीजा शुक्रवार को दोपहर बाद सामने भी आ गया। जब जिलाध्यक्ष ने सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में छह साल के लिए निष्कासित कर दिया। इसके बाद आरोप प्रत्यारोपों का दौर भी शुरू हो गया।

जिलाध्यक्ष व पूर्व पदाधिकारियों से लेकर युवा कार्यकर्ताओं में सामंजस का अभाव है। यह हम नहीं कह रहे है बल्कि कुछ समय से पार्टी के कार्यक्रमों में यह सब साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। 15 जुलाई को सम्पन्न हुए प्रदेशव्यापी प्रदर्शन में भी यह देखने को मिला। प्रदेश महासचिव जयदेव सिंह यादव के संबोधन से जिलाध्यक्ष भड़क गए थे। इसी बात को लेकर उनकी नाराजगी कार्रवाई तक आ गई। पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में उन्हें छह वर्ष के लिए निष्कासित किया है। इसके अलावा आमिर फरीदी को भी निष्कासित किया है। इस पर प्रदेश महासचिव का कहना है कि मैं प्रदेश टीम में हूं ये कार्रवाई जिलाध्यक्ष के अधिकार क्षेत्र की नहीं है। पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर किया जा रहा है। इस पर जिलाध्यक्ष का कहना है कि मैंने उन्हें पद से नहीं बल्कि प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया है। वह हमारे जिले के है और यहां उनकी प्राथमिक सदस्यता है। वह लंबे समय से अनर्गल बयानबाजी कर थे और पार्टी विरोधी कार्य कर रहे थे।

आखिर क्यों नाराज हुए जिलाध्यक्ष

सपा के प्रदेशीय आह्वान पर तहसील और जिला मुख्यालय पर सरकार के क्रिया कलापों के विरोध में 15 जुलाई को प्रदर्शन व ज्ञापन कार्यक्रम था। यहीं पर सैनिक प्रकोष्ठ के पूर्व जिलाध्यक्ष व मौजूदा प्रदेश महासचिव जयदेव सिंह यादव ने कहा था जिलाध्यक्ष आप कमजोर नहीं है आपके पीछे पार्टी के जुझारू कार्यकर्ता है आप उनका हौंसला बढ़ाइए। नाराजगी पहले से जिला पंचायत चुनाव में दी गई प्रतिक्रियाओं को लेकर थी है,कमजोर शब्द ने हवा दे दी।

पब्लिक के लिए शनिवार हुआ खास

तहसील व थाना दिवस के लिए अलग-अलग शनिवार

मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश, अधिकारी रहें गम्भीर

उरई। ऋषी न्यूज

प्रदेश में पब्लिक के लिए शनिवार का दिन बहुत खास हो गया है। समस्या कोई भी उसके निस्तारण की याचना शनिवार को होगी। अधिकारी पांच दिन में उनका समाधान भी करेंगे। ये हम नहीं कह रहे है बल्कि मुख्यमंत्री ने इसके लिए निर्देश जारी किए है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नए निर्देश के क्रम में तहसील दिवस अब मंगलवार के स्थान पर प्रत्येक माह के प्रथम व तृतीय शनिवार को होगा। थाना दिवस द्वितीय व चतुर्थ शनिवार को आयोजित किया जाएगा। तहसील व थाना दिवस में आने वाली शिकायतों पर अधिकारी गम्भीर रहें और उनका निस्तारण पांच दिन के अंदर ही करना पड़ेगा। समय अवधि को अनिवार्य कर दिया है। थाना व तहसील दिवस की शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा के लिए तहसील स्तर पर अपर जिलाधिकारी तथा थाना स्तर पर अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को नामित करने का फरमान सुनाया है। उन्होंने कहा है कि तहसील व थाना दिवस कार्यक्रमों में वरिष्ठ अधिकारी भी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे। इन दिवसों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक उत्तरदायी होंगे।

पेड़ों के निःस्वार्थ मन को समझें, निकटता रखने में ही मनुष्य की भलाई

पहला पौधा बौद्धिक ज्ञान प्रतियोगिता की टॉपर ने रोपा

महाविद्यालय में हुआ पौधरोपण, बताया महत्व

उरई । ऋषी न्यूज

अरविंद माधुरी तिवारी महाविद्यालय , आटा के परिसर में पौधारोपण कर इन्हें पोषित करने व्रत धारण किया गया। पहला पौधा बौद्धिक ज्ञान प्रतियोगिता की टॉपर ने रोपा। इस अवसर पर आयोजित गोष्ठी में प्रकृति से मनुष्य जीवन में होने वाले फायदे बताए गए।


स्वच्छता पखवाड़ा भारत गैस की ओर से इन दिनों मनाया जा रहा है। इसी अभियान के अंतर्गत आटा स्थित अरविंद माधुरी तिवारी महाविद्यालय और बेनी माधव तिवारी इंटर कॉलेज में फल और छायादार पौधे रोपे गए। उरई गैस सर्विस की ओर से आहूत गोष्ठी में यहां के प्राचार्य डॉ राकेश द्विवेदी ने वृक्षों के महत्व को समझाया। कहा कि पौधे मानुष से बहुत कुछ कहते हैं पर हर कोई उनके भावों भरी भाषा को नहीं समझ पाता। वृक्ष निस्वार्थ भाव के साथ धरती में अपना योगदान करते हैं। इनकी निकटता मनुष्यों का तनाव दूर करती है। बीएमटी के प्रधानाचार्य डॉ. शैलेन्द्र पाठक ने कहा कि हरियाली के बिना जीवन नीरस है। पौधे ऑक्सीजन के प्रमुख स्त्रोत हैं। अनूप तिवारी और संजीव तिवारी ने कहा कि स्वच्छ जीवन ही मन में प्रसन्नता लाकर जीवन जीने की ऊर्जा देता है। गंदगी किसी भी प्रकार की हो , वह घातक है। महात्मा गांधी ने इस महत्व को बखूबी समझा था।इसीलिए उन्होंने स्वच्छता पर विशेष कार्य किये।
गोष्ठी के पूर्व महाविद्यालय परिसर में फल और छायादार वृक्षों के दर्जन भर से अधिक पौधे रोपे गए। पहला पौधा बौद्धिक ज्ञान प्रतियोगिता की टॉपर रही वर्षा सिंह की ओर से रोपा गया। छात्रा के उत्साहवर्धन के लिए उक्त निर्णय उसे भी आत्म गर्वित कर गया। इस अवसर पर क्रमांक शुक्ला, आनंद कुमार, अभिषेक रिछारिया, रामू श्रीवास, विशाल गुप्ता, धन सिंह, ऋषभ शुक्ला, रागनी आदि उपस्थित थे।

जिला पंचायत अध्यक्ष समेत 16 ने ली शपथ, विपक्ष का बहिष्कार

आपसी सहमति से दी जाएगी विकास को रफ्तार

जिलापंचायत में 11:30 बजे ली गई शपथ

उरई। मनोज शर्मा

जिलापंचायत में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष समेत 16 सदस्यों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। पहली बोर्ड बैठक में विकास पर चर्चा हुई। विपक्ष ने समारोह का बहिष्कार किया।

सोमवार को 11:30 बजे सबसे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ.घनश्याम अनुरागी ने सबसे पहले शपथ ली। वह कुछ जल्दबाजी में नजर आए। वह स्वयं ही शपथ लेने लगे, बाद में किसी के टोकने पर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके बाद अध्यक्ष ने एक-एक कर 15 जिला पंचायत सदस्यों को शपथ दिलाई। इसके बाद सभागार में बोर्ड की पहली बैठक आयोजित हुई। इसमें नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष ने सभी का परिचय प्राप्त किया और कहा कि अभी यह पहली बैठक है आगे विकास की कार्य योजना बनाई जाएगी। हर गांव व मजरे को विकास कार्य से संतृप्त कराने का प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि बिना किसी भेदभाव के हर क्षेत्र में विकास कराया जाएगा। शासनादेश के अनुसार कार्य होंगे। सदस्यगण क्षेत्र की समस्याओं के संबंध में अवगत करा सकते हैं। चुनाव हारी उर्मिला सोनकर ख़ाबरी समेत विपक्षी सदस्यों ने शपथ नहीं ली। देवेंद्र सोनी समेत सभी सपा सदस्यों ने कहा कि वह समारोह का बहिष्कार कर रहे है। कार्यक्रम में मुख्य अधिकारी जिलापंचायत विजय कुमार व उनकी टीम ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन युद्धवीर कंथरिया ने किया।

समारोह को इन्होंने भी किया संबोधित

शपथ ग्रहण समारोह को सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा, माधौगढ़ विधायक मूलचंद निरंजन, विधायक नरेंद्र सिंह जादौन ने आश्वस्त किया कि बोर्ड बैठक में जो प्रस्ताव पास होंगे ही वह तो ठीक ही रहेंगे। शासन स्तर से भी विकास कार्य कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह सेंगर बनाजी ने कहा कि जिले में भाजपा को प्रचंड जीत मिली है। विकास में भी निर्वाचित जनप्रतिनिधि कार्य करेंगे।

शपथ लेने वाले सदस्य

सदस्य पुष्पेंद्र सिंह सेंगर, पूनम, ज्ञान सिंह भदौरिया, मनोज याज्ञिक, रणविजय निषाद,कैलाश राजपूत,अनुरुद्ध दुवे, प्रियंका, रेखा, ज्योति पांडेय, अमृता रजक, मतावती, अनिल सिंह सेंगर समेत 15 सदस्यों के अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष ने शपथ ली।

इन्होंने नहीं ली शपथ
जिला पंचायत सभागार में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष की प्रत्याशी रही उर्मिला सोनकर खाबरी, उमा देवी, निर्दोष कुमार, संजीव कुमार, रामेंद्र त्रिपाठी, देवेंद्र सोनी, अर्चना, निशा देवी व मालती ने शपथ नहीं ली। इन सदस्यों को बाद में शपथ दिलाई जाएगी।

शपथ ग्रहण के साक्षी बने

पूर्व विधायक संतराम सिंह सेंगर, पूर्व विधायक केशव सिंह सेंगर, एमएलसी प्रतिनिधि अरविंद सिंह चौहान, क्षेत्रीय अध्यक्ष महिला मोर्चा उर्विजा दीक्षित, अखिल राजपूत, महामंत्री दिलीप दुवे, हरेंद्र विक्रम सिंह, अनीता वर्मा, प्रलुव्य निरंजन, सुनील कांत, मंडल अध्यक्ष शत्रुघन सिंह सेंगर, चेयरमैन शैलेन्द्र सिंह,समेत भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

कोविड गाइड लाइन नजर अंदाज

जिला पंचायत में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में कोविड गाइड लाइन का पालन नहीं हुआ। मौजूद जनप्रतिनिधियों व गणमान्य नागरिकों में ज्यादातर बगैर मास्क के थे।

निर्दलीय कुठौंद ब्लॉक प्रमुख भी भाजपा समर्पित

जिले में सात ब्लॉक प्रमुख हुए निर्वाचित

प्रेस कॉन्फ्रेंस में ब्लॉक व जिला पंचायत की सूची की जारी

उरई। मनोज शर्मा

ब्लॉक प्रमुख चुनाव सम्पन्न होने के बाद पहली बार भाजपा जिलाध्यक्ष ने प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि चुनाव निष्पक्षता से हुए और भाजपा को प्रचंड जीत मिली। उन्होंने जो सूची जारी की उसमें सात ब्लॉक प्रमुख भाजपा के बताए। कुठौंद में भाजपा ने किसी को अधिकृत नहीं किया था। वहां की प्रत्याशी प्रेमलता के देवर ने भी इस बात पर अपनी सहमति दी है। हालांकि उनके पति रामू महाराज का कहना था कि वह एक दो दिन बाद ही कुछ कह पाएंगे।

रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह सेंगर बनाजी ने कहा कि जिला पंचायत में भाजपा अधिकृत छह प्रत्याशी जीते थे। दो प्रत्याशी बागी थे जो जीतकर पार्टी के साथ थे। पार्टी के प्रत्याशी घनश्याम अनुरागी 18-6 के अंतर से जीते। जिले में नौ ब्लॉक प्रमुख पद है, इसमें से सात पर अधिकृत प्रत्याशी उतारे थे। छह ने जीत दर्ज की है। चार निर्विरोध और दो जगह मतदान हुआ और जीत मिली। कुठौंद में किसी को अधिकृत नहीं किया था। यहां पर भाजपा समर्पित प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। जिले में कुल सात ब्लॉक प्रमुख भाजपा के है।  630 क्षेत्र पंचायत में से 235 पर भाजपा समर्थित जीते है। माधौगढ़ में वीपी जनतादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजेन्द्र प्रताप सिंह के बयान पर उन्होंने कहा कि जो प्रत्याशी अंदर मौजूद था उनका बयान अलग है ये अलग बोल रहे है। जिला पंचायत में भी आरोप लगे कि वह नामांकन नहीं करने देंगे, फिर कहा गया जबरन नामांकन वापस हो जाएगा। चुनाव पूरी निष्पक्षता से हुए है। इस दौरान जिला के प्रभारी संजीव श्रृंगऋषि व जिला मीडिया प्रभारी शक्ति गहोई मौजूद रहे। सूची में कुठौंद प्रत्याशी के पति रामू महाराज ने दो दिन बाद ही अपना पक्ष रखने को कहा है। उनके भाई का कहना था कि वह तो भाजपाई ही है।

जिला पंचायत भी निर्दलीय जीते

उरई। ब्लॉक प्रमुख प्रेमलता के पति रामू महाराज ने जिला पंचायत का चुनाव भी निर्दलीय जीता था। भाजपा का अधिकृत प्रत्याशी चुनाव हार गए थे। सूत्रों की मानें तो ब्लॉक प्रमुख के टिकट के आश्वासन पर रामू ने भाजपा प्रत्याशी को अपना समर्थन दिया था। जब टिकट नहीं हुआ तो शर्त को लेकर ही लोगों में नाराजगी रही।

नौ ब्लॉक में छह भाजपा के खाते में, एक-एक सीट सपा, प्रसपा और निर्दलीय को मिली

शांतिपूर्ण तरीके से ब्लॉक प्रमुख की चुनावी प्रक्रिया सम्पन्न

उरई। मनोज शर्मा

ब्लॉक प्रमुख पद के लिए चुनावी प्रक्रिया शनिवार को सम्पन्न हो गई। जिले में नामांकन के दौरान पुलिस व नेताओं के बीच झड़पों को छोड़ दिया जाए तो पूरी प्रकिया शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुई। जिले के परिणाम चौकाने वाले रहे। यहां पर एक ब्लॉक में सपा के राष्ट्रीय नेता की अनुज वधू निर्विरोध निर्वाचित हुई। प्रसपा ने भी एक सीट पर भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी को पराजित कर जीत अपनी झोली में डाल ली। एक ब्लॉक में निर्दलीय के पाले में रही। छह सीटें भाजपा के खाते में आई। इसमें चार निर्विरोध रही।

शनिवार को प्रशासन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चार ब्लॉको में प्रमुख पद के लिए चुनाव सम्पन हुआ। रामपुरा में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी अजीत सिंह बेरा ने बागी भाजपा प्रत्याशी ऋषि दुवे को 24 मतों के बड़े अंतर से पराजित कर जीत हासिल की। माधौगढ़ में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी चिंतामन एक वोट से चुनाव जीत गए। महेबा में प्रसपा के मंडलीय अध्यक्ष विष्णुपाल सिंह गुर्जर के बेटे दुर्गेश प्रताप सिंह ने भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी श्रीकांत पाल को 13 मतों से पराजित किया। कुठौंद में निर्दलीय प्रत्याशियों के बीच चुनाव हुआ। इसमें प्रेमलता दुवे को 19 मतों से जीत मिली। पांच ब्लाकों में निर्विरोध चुनाव हुआ। इसमें डकोर में सपा के राष्ट्रीय नेता डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव की अनुज वधू नेहा यादव निर्विरोध निर्वाचित हुई। चार ब्लॉकों में भाजपा के अधिकृत उम्मीदवार निर्विरोध रहे। इसमें नदीगांव में अर्जुन सिंह, जालौन में रामराजा निरंजन, कदौरा में लक्ष्मी देवी भी निर्विरोध निर्वाचित हुई। कोंच में रानी देवी निर्विरोध रही। चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था न बिगड़े इसलिए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने फोर्स लेकर भृमण किया। कुठौंद में निर्दलीय प्रत्याशी प्रेमलता के चुनावी कार्यालय पर पहुंचकर वहां भीड़ को हटाया।

माधौगढ़ में जीत के बाद नवनिर्वाचित ब्लॉक प्रमुख चिंतामन दोहरे, पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुदामा दीक्षित, जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र सेंगर व अन्य
कुठौंद में प्रेमलता के चुनाव कार्यालय पर डीएम व एसपी

अजीत सिंह बेरा

महेबा से निर्वाचित दुर्गेश प्रताप सिंह

चुनाव : भाजपा बनाम बागी भाजपा

रामपुरा में मान मनौव्वल का दौर भी नहीं आया काम

कोंच व नदीगांव में नामांकन वापसी से निर्विरोध हुआ चुनाव

माधौगढ़, रामपुरा, कुठौंद और महेबा में मतदान आज

उरई। मनोज शर्मा

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भाजपा जिले के नौ ब्लॉकों में से सात पर चुनाव लड़ रही है। इसमें से जालौन और कदौरा में नामांकन के पहले दिन ही निर्विरोध का रास्ता साफ हो गया था। शुक्रवार को नाम वापसी के दौरान नदीगांव और कोंच में भी एक-एक ही प्रत्याशी रह गया और यहां भी निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख हो गए। रामपुरा में सपा, बसपा, कांग्रेस नहीं है यहां पर तो दोनों ही प्रत्याशी भाजपा से जुड़े है। एक को भाजपा ने अधिकृत किया था। दूसरे ने भाजपा के कुछ नेताओं को साथ लेकर नामांकन किया था। जिला नेतृत्व को उम्मीद थी की वह नामांकन वापस ले लेंगे, पर ऐसा नहीं हुआ। अब यहां पर भाजपा बनाम बागी भाजपा चुनाव हो रहा है।

विकास खण्ड कार्यालय में शुक्रवार को भाजपा के नेताओं का जमावड़ा लगा रहा। निर्धारित समय तक भाजपा का जिला नेतृत्व रामपुरा में अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ विद्रोही प्रत्याशी ऋषि द्विवेदी की मान मनौव्वल होती रही। इस सबके बाद भी बात नहीं मानी गई और भाजपा के अधीकृत प्रत्याशी अजीत सिंह का निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख बनने का सपना सच नहीं हो पाया। अब रामपुरा ब्लॉक में भारतीय जनता पार्टी असहज स्थिति में हैं। यहाँ सपा, बसपा व कांग्रेस का एक भी प्रत्याशी मैदान में नहीं है। यहाँ भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी को भाजपा का ही विद्रोही प्रत्याशी टक्कर दे रहा हैं। शनिवार को अब मतदान के बाद ही जीत का फैसला हो पाएगा। यहां पर भाजपा में दो फाड़ हो गए है। कुठौंद में भी मुकाबला है। महेबा में भाजपा के श्रीकांत पाल व प्रसपा के अधिकृत प्रत्याशी चौ.विष्णुपाल सिंह के बेटे आमने सामने है। दूसरी तरफ भाजपा जिला नेतृत्व नदीगांव और कोंच में निर्विरोध चुनाव कराने में सफल हो गया। नदीगांव में अभिमन्यु सिंह उर्फ डिम्पल के पिताजी अर्जुन सिंह निर्विरोध हो गए। कोंच में रानी देवी का निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख बनना तय हो गया। गुरुवार को कदौरा, जालौन में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ कोई नहीं रहा था, जिससे उनका भी निर्विरोध चुने जाने का रास्ता साफ था, बस अधिकृत घोषणा होने बाकी थी।

सपा घराने की बहू निर्विरोध

डकोर ब्लॉक प्रमुख पद के लिए भाजपा ने कोई प्रत्याशी ही नहीं उतारा था। यहां पर सपा के राष्ट्रीय नेता डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव के भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिशुपाल सिंह यादव की पुत्रवधू नेहा यादव निर्विरोध चुनी गई।

माधौगढ़ में प्रशासन को मिल रही सत्ता की टॉनिक

ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी की राह आसान नहीं है। यहां पर प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे है। आरोप लगाया है कि समय अवधि के बाद भी विपक्ष के प्रत्याशी का एक प्रपत्र सम्मिट कराया गया। यहीं पर ये साबित हो गया कि प्रशासन को सत्ता का टॉनिक मिल रहा है। यहां पर हंगामा भी इसी बात पर हुआ था। अब भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी चिंतामन दोहरे और राकेश के बीच रोचक मुकाबला है।

कहीं बढ़ न जाए ब्राम्हणों की नाराजगी

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भाजपा ने नहीं दिया मौका

अनारक्षित चार सीटों में दो पर क्षत्रिय, एक पर कुर्मी को मौका, एक सीट रिक्त

उरई। मनोज शर्मा

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भाजपा ने अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इसके बाद से ही ब्राम्हणों में नाराजगी बढ़ने लगी है। आज एक होटल के सामने इसका इजहार भी हुआ है। वजह साफ है। चार सीटें आरक्षित थी इसमें एक पर भी ब्राम्हण चेहरा नहीं उतारा गया। माना जा रहा था कि रामपुरा या कुठौंद में से किसी एक सीट पर ब्राम्हण चेहरा उतारा जाएगा। हालांकि ऐसा नहीं हो सका।

आप पढ़ रहे है ऋषी न्यूज। बुधवार को जब जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह सेंगर बनाजी ने ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी की तो चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। जिले की चार सीटें आरक्षित थी। इसमें से रामपुरा और नदीगांव से क्षत्रिय समाज के अजीत सिंह और अर्जुन सिंह को बतौर प्रत्याशी अधिकृत किया है। जालौन सीट पर पिछड़ा वर्ग के रामराजा निरंजन को अधिकृत किया है। कुठौंद सीट को अभी रिक्त रखा है। माना जा रहा है कि यहां पर देर रात तक किसी प्रत्याशी को अधिकृत किया जा सकता है। हालांकि ये संभावना मामूली है। कुठौंद और रामपुरा में इस बात को लेकर नाराजगी ज्यादा है।

जिले पर एक नजर

जिले में विधानसभा की दो सीटें आरक्षित है इसमें माधौगढ़ से मूलचंद्र निरंजन विधायक है तो कालपी से नरेंद्र सिंह जादौन। रामेंद्र सिंह सेंगर बनाजी जिलाध्यक्ष है। ऐसी स्थिति में ब्लॉक प्रमुख में ही ब्राम्हण वर्ग को संतुष्ट किया जा सकता था, लेकिन चुनावी गणित ने फिलहाल ऐसा नहीं होने दिया।

ब्लॉक प्रमुख की पिच पर सपा घराने की बहू को भाजपा का वॉक ओवर

तीन ब्लॉक प्रमुख निर्विरोध, छह के लिए होगा मतदान

माधौगढ़ में भाजपा नेता और प्रशासन में हुई तीखी झड़प

उरई। मनोज शर्मा

ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए गुरुवार को दोपहर बाद तीन बजे तक चली नामांकन प्रक्रिया में कई सीन देखने को मिले। एक ओर जहां सत्ता का रुतबा साफ नजर आया तो वहीं विपक्ष के प्रति सहानभूति भी देखने को मिली। डकोर में तो सपा के राष्ट्रीय नेता डॉ. चंद्रपाल यादव के घराने की बहू को भाजपा ने ब्लॉक प्रमुख की पिच पर वॉक ओवर देकर पुराने रिश्तों की डोर को और मजबूत किया गया। माधौगढ़, महेबा में तो नेता और प्रशासन की टीमों के बीच तीखी नोकझोंक हुई

डकोर ब्लॉक प्रमुख पद के लिए भाजपा ने कोई प्रत्याशी ही नहीं उतारा। सपा के बड़े नेता डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव के भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिशुपाल सिंह यादव की पुत्रवधू नेहा यादव ने नामांकन किया। वहां पर सात नामांकन फार्म खरीदे गए थे। जमा सिर्फ नेहा यादव ने किया। इस प्रकार यहां पर निर्विरोध चुनाव तय हो गया। निर्वाचन अधिकारी की ओर से घोषणा भर होना है। सपा के सामने भाजपा का न उतरना चर्चा का विषय बन गया। कहा तो यह भी जा रहा है कि रिश्तों की मर्यादा के लिए पार्टी और पद की निष्ठा को तबज्जो नहीं मिली। भाजपा के प्रदेश के बड़े नेता से चंद्रपाल यादव के रिश्ते जगजाहिर है। हालांकि यहां पर जो एक नामांकन करने को जा रहे थे उन्हें सुरेंद्र मौखरी और उनकी टीम मनाने में सफल रही, जिसका नतीजा सामने है। दूसरी तरफ माधौगढ़ में भाजपा नेता पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुदामा दीक्षित से प्रशासन की तीखी झड़प भी हुई। प्रशासन के रवैये की वजह से वह कुछ समय के लिए धरने पर भी बैठ गए। नारेबाजी भी जमकर हुई। जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र सिंह सेंगर, जिला मंत्री ज्योतिष कुरौती समेत अन्य नेताओं की भी तीखी झड़प हुई। सुदामा दीक्षित व पुष्पेंद्र सेंगर पुलिस की ओर से की जा रही लूज टॉकिंग पर भड़क गये थे। एसडीएम की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष का आरोप है कि यहां पर निर्विरोध चुनाव के लिए सत्ता के भरोसे पर प्रयास किया गया जो असफल रहे। वहीं पर भाजपा प्रत्याशी के समर्थकों का कहना है कि यहां पर प्रशासन की हमदर्दी पूरी तरह विपक्ष के प्रत्याशी के साथ नजर आई। विरोध प्रदर्शन में अन्नू शर्मा, कमलापत कुशवाहा, महेश सिंह पतराही, शत्रुघन सिंह सेंगर आदि मौजूद रहे। यही स्थिति महेबा में रही। कदौरा में प्रशासन सत्ता के प्रभाव में रहा। यहां पर प्रशासन की निष्ठा पर सवाल उठाए गए। महेवा ब्लॉक में नामांकन करने जा रहे एक प्रत्याशी का अराजकतत्व पर्चा छीनकर भाग गए।हालांकि प्रत्याशी ने दूसरा सेट जमा किया। अब कोंच, नदीगांव, रामपुरा, महेबा, कुठौंद, माधौगढ़ ब्लॉकों में प्रमुख पद के लिए 10 जुलाई को मतदान होगा। जिले में जालौन, डकोर और कदौरा में चुनाव निर्विरोध रहा। जिले में छुटपुट घटनाओं को छोड़कर नामांकन प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गई।

रामराजा हुए निर्विरोध, घोषणा बाकी
जालौन में ब्लाक प्रमुख के लिए एक ही नामांकन दाखिल हुआ। ऐसे में जालौन के लिये रामराजा का ब्लॉक प्रमुख निर्विरोध बनना तय माना जा रहा है। औपचारिक घोषणा होना बाकी है।


कदौरा में एक पर्चा खारिज, निर्विरोध हुई राह

गुरुवार को भाजपा से अधिकृत प्रत्याशी लक्ष्मी देवी व बागी प्रत्याशी विनय अहिरवार ने नामंकन किया था। विनय के अभिलेख पूरे न होने पर जांच में पर्चा निरस्त हो गया। हालांकि इस पर सवाल उठाए गए। कहा गया चुनाव न हो इसलिए पर्चा खारिज किया है।
पर्चा खारिज हो जाने से सत्ता पक्ष का कब्जा हो जायेगा। यहां निर्विरोध चुनाव की राह आसान हो गई।


सपा बसपा प्रत्याशी नहीं कर पाए नामांकन
कदौरा में 91 सदस्यों का बोर्ड है। यहां पर चुनाव में पहली बार सपा बसपा के किसी सदस्य ने नामंकन नही किया है जिससे भाजपा की राह आसान हो गई और चुनाव निर्विरोध हो गया। सपा से उम्मीद थी कि वह भाजपा की निर्विरोध की राह में रोड़ा डालेगी, पर ऐसा कुछ नहीं हुआ।


महेवा में ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी का पर्चा छीनकर भाग गए अराजकतत्व

ब्लॉक प्रमुख पद के लिए गुरुवार को नामांकन हुआ। महेवा ब्लॉक में दुर्गेश प्रताप सिंह एवं श्रीकांत पाल ने ब्लॉक प्रमुख पद के लिए नामांकन कराया। दुर्गेश प्रताप सिंह के नामांकन के पूर्व एक व्यक्ति द्वारा पर्चा लेकर भाग जाने से अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। पुलिस द्वारा काफी दूर तक खदेड़ने के बाबजूद पर्चा लेकर भागने वाले व्यक्ति को पुलिस गिरफ्तार नही कर सकी। इसके बाद दुर्गेश ने दूसरा सेट जमा किया। इस दौरान गहमा गहमी का माहौल रहा।
महेवा ब्लॉक में गुरुवार को अपरान्ह 11 बजे से 3 बजे तक ब्लॉक प्रमुख पद के प्रत्याशियों के पर्चा दाखिल होना था जिसको लेकर प्रशासन पहले से ही सतर्क था। अराजकता न हो इसको लेकर प्रशासन ने जोल्हूपुर मदारीपुर रोड पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स लगाकर आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया था। वहां से सिर्फ प्रत्याशी एवं उनके प्रस्तावक को ही अंदर जाने की अनुमति दी गई। महेवा ब्लॉक प्रमुख पद कर श्री कांत पाल(भाजपा समर्थित) एवं दुर्गेश प्रताप सिंह पुत्र विष्णुपाल सिंह(नन्नू राजा) के पर्चे दाखिल हुए।

नदीगांव में छह नामांकन

नदीगांव ब्लॉक में भाजपा से अधिकृत प्रत्याशी अर्जुन सिंह परिहार ने भारी लावलश्कर के साथ नामांकन कराया। इसके अलावा शांति देवी, सरोज देवी,रागिनी देवी, किरण देवी और राम सिंह सहित कुल 6 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं

रामपुरा में दो प्रत्याशियों ने किया नामांकन

विकासखंड में क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष पद हेतु आज दो नामांकन पत्र दाखिल हुए जिसमें भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी अजीत सिंह सेंगर निवासी बेरा ने अपने प्रस्तावक एवं पार्टी नेताओं के साथ नामांकन पत्र दाखिल किया। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व विधायक संतराम सिंह सेंगर ,एमएलसी प्रतिनिधि अरविंद सिंह चौहान ,प्रमोद कठेरिया मंडल अध्यक्ष, विजय दिवेदी मंडल महामंत्री आदि भाजपा नेता मौजूद थे । पूर्वान्ह 11:40 बजे ऋषि द्विवेदी हिम्मतपुर ने नामांकन पत्र दाखिल किया । ब्लाक परिसर छावनी के रूप में नजर आया।


कुठौन्द में हुए तीन नामांकन


उरई । कुठौंद में ब्लॉक प्रमुख के लिए तीन नामांकन दाखिल हुए। प्रेमलता दुवे पत्नी अनिरुद्ध दुवे,
दूसरा नामांकन लक्ष्मी देवी पत्नी जयपाल सिंह व तीसरा पर्चा पुष्पा सिंह पत्नी छत्रपाल सिंह ने दाखिल किया। इस मौके पर सुदामा दीक्षित पूर्व ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य अनिरुद्ध द्विवेदी, जगदीश तिवारी पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा, वरिष्ठ भाजपा नेता शिवकुमार सिंह, भाजपा नेता मुरली त्रिपाठी, संदीप दाऊ, कृष्ण कुमार पाठक,पप्पू महाराज, मोहित सिंह, गीतेश महाराज, दीपू महाराज, आदि मौजूद रहे।

डकोर में भाजपा को नहीं मिला ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी

आपसी खींचतान में नहीं हो सकी कुठौंद में घोषणा

जिलाध्यक्ष ने की ब्लॉक प्रमुख के सात प्रत्याशियों की सूची जारी

उरई। मनोज शर्मा

जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीतने के बाद खुशी से लबरेज भाजपा नेतृत्व के सामने अब दूसरी परीक्षा ब्लॉक प्रमुख का चुनाव है। जिले में नौ ब्लाक प्रमुख चुने जाने है। इसके लिए जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह सेंगर बनाजी ने बुधवार को सात प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। माना जा रहा है कि डकोर में भाजपा को कोई प्रत्याशी नहीं मिला और कुठौंद में आपसी खींचतान की वजह से घोषणा नहीं हो पाई।

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में आज की सबसे बड़ी खबर को आप पढ़ रहे है ऋषी न्यूज पर। जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह सेंगर बनाजी ने जो सूची जारी की है उसमें नदीगांव ब्लॉक प्रमुख पद के लिए दबंग डिम्पल सिंह के पिता जी अर्जुन सिंह को प्रत्याशी बनाया है। माधौगढ़ से चिंतामणि दोहरे को प्रत्याशी बनाया है। रामपुर से अजीत सिंह बेरा, जालौन से रामराजा निरंजन, महेबा से श्रीकांत पाल, कदौरा से लक्ष्मी देवी, कोंच से रानी देवी को प्रत्याशी बनाया है। खास बात तो यह है डकोर में भाजपा को कोई प्रत्याशी नहीं मिला है। सपा के बड़े नेता शिशुपाल सिंह यादव पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष की पुत्र वधू चुनाव में है। सपा की इस सीट को खींचना चुनौती था लेकिन यहां पर आज की सूची में भाजपा ने प्रत्याशी घोषित नहीं किया। कुठौंद को भी रिक्त रखा है।

41 वर्ष बाद जालौन को फिर मिला केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान

पांचवी बार के सांसद भानुप्रताप वर्मा को बनाया राज्यमंत्री

इंदिरा सरकार में चौधरी रामसेवक विदेश व स्वास्थ्य मंत्री रहे

उरई। मनोज शर्मा

जिले को 41 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद केंद्र में मंत्री पद का तोहफा मिला है। जालौन, गरौठा, भोगनीपुर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित सदस्य भानुप्रताप वर्मा को मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री बनाया गया। बुधवार को उन्होंने पद और गोपनीयता की शपथ ली। संसदीय क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं समेत उनके समर्थकों ने खुशी का इजहार किया।

आप पढ़ रहे है ऋषी न्यूज। बुधवार को पांचवी बार के सांसद भानुप्रताप वर्मा मोदी सरकार में राज्यमंत्री बनाए गए। पहले विस्तार में वह स्थान बनाने में सफल हुए। इसके पहले वर्ष 1980 में इंदिरा सरकार में चौधरी रामसेवक को मंत्री बनाया गया था। वह केंद्रीय कैबिनेट मंत्री थे और उन्हें स्वास्थ्य विभाग मिला था। 41 वर्ष बाद आज फिर से जिले को मंत्री मिला है। भानुप्रताप ने 06:49 पर शपथ ली। इसके बाद उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। पार्टी कार्यकर्ताओं ने गोले दागकर खुशी जताई। जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह सेंगर बनाजी ने कहा कि ये हम सभी के लिए गर्व की बात है। वह आगामी दायित्वों का भी बेहतर निर्वहन करेंगे।

कोंच के लाल का बढ़ा मान

कोंच के लाल का आज मान बढ़ा तो पूरे जिले खुशी की लहर दौड़ गई। सुमेर वर्मा और सुमित्रा वर्मा के घर 1957 को एक बालक ने जन्म लिया था। इनका बाद में नामकरण हुआ और उन्हें भानुप्रताप वर्मा के रूप में पहचान मिली। उन्होंने शुरुआत की पढ़ाई कोंच में कई और उच्च शिक्षा झांसी से की। एम.ए. की पढ़ाई के बाद उन्होंने एलएलबी की डिग्री हासिल की। इसके बाद वह राजनीति में आ गए और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।

सभासद से लेकर मंत्री तक का सफर

भानुप्रताप वर्मा ने छात्र जीवन से ही राजनीति में आने के संकेत अपने क्रियाकलापों से दे दी थी। उन्होंने सभासद से लेकर लोकसभा में मंत्री तक का सफर तय किया। पहली मर्तबा 1988 में वह नगर पालिका के लिए सभासद निर्वाचित हुए थे। निर्दलीय होते हुए वह उस समय के अध्यक्ष राधेश्याम दांतरे के अविश्वास में भाजपा के साथ खड़े हुए और उनकी कुर्सी बचाने में योगदान दिया। इसका प्रतिफल पार्टी ने 1991-92 के चुनाव में विधानसभा का टिकट दिया और वह चुनाव जीते भी। इसके बाद 1996 में ग्यारहवीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए। वर्ष 1998 में चुनाव जीते। 1999 में वह बसपा के बृजलाल ख़ाबरी से हार गए थे। वर्ष 2004 में वह फिर निर्वाचित हुए। वर्ष 2009 में सपा के घनश्याम अनुरागी से वह चुनाव हार गए थे।वर्ष 2014 में बड़े अंतर से चुनाव जीते और फिर 2019 में पांचवी बार लोकसभा पहुंचे। वह विभिन्न समितियों के सदस्य भी रहे। संगठन में वह भाजपा अनुसूचित मोर्चा में पहले उपाध्यक्ष और फिर अध्यक्ष रहे। आज सात जुलाई को वह जालौन, गरौठा, भोगनीपुर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित होने वाले भानुप्रताप वर्मा दूसरे राज्य मंत्री बने।

पहली बार 1967 में मंत्री बने थे रामसेवक

जालौन संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित चौधरी रामसेवक का कांग्रेस में बड़ा कद रहा है। उन्हें पहली बार 1967 में मंत्री बनाया गया था। इसके बाद ये दौर चलता रहा और जब वह 1980 में राज्यसभा सांसद थे तब भी उन्हें इंदिरा सरकार में मंत्री बनने का अवसर मिला था।

शपथ लेते भानुप्रताप वर्मा

सपा के सिपाही कुछ पास तो कुछ फेल

जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में संदिग्ध भूमिका वाले नेताओं की सूची तैयार

प्रदेश अध्यक्ष को अवगत कराने जायेगा प्रतिनिधि मंडल

उरई। मनोज शर्मा

जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव सम्पन्न हो गया। कांग्रेस व सपा की संयुक्त प्रत्याशी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। उम्मीद के मुताबिक परिणाम तो आया ही नहीं उनके जत्थे में ही सेंधमारी हो गई। चुनाव में कहां चूक हुई है इस पर मंथन चल रहा है। प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के पूर्व हुए इस चुनाव में सपा के सिपाहियों की भी परीक्षा हो गई। कुछ तो पास हो गए और कुछ फेल। अब भितरघात करने वालों की सूची तैयार हो रही है जो सपा के प्रदेश अध्यक्ष को सौंपी जाएगी।

चुनाव के पूर्व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सामने सदस्यों की परेड हुई थी। उन्हें चुनाव में प्रशासनिक दबाव में न आने की नसीहत दी गई थी। एक जिला पंचायत सदस्य के पति सपा नेता को तल्ख शब्दों में समझाया गया था। क्योंकि उनकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही थी। वहां से लौटने के बाद ही उक्त नेता ने जो भेंट मिली थी उस लाखों की राशि को लौटा दिया था। इसके बाद ये तय हो गया था कि कांग्रेस व सपा की संयुक्त प्रत्याशी उर्मिला सोनकर ख़ाबरी के पास स्वयं का मत समेत आठ मत है। परिणाम आया तो सिर्फ छह मत ही मिले। इसमें दो कौन से सदस्य है जो भितरघात कर गए। इस सवाल का हल खोजा जाने लगा। दूसरी तरफ सपा प्रदेश कर्यालय से भी चुनाव में भितरघात करने वाले नेताओं समेत हार के कारणों की सूची मांग ली गई। सूत्रों के अनुसार उर्मिला ख़ाबरी जल्द ही एक प्रतिनिधि मंडल के साथ सपा के प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात कर हकीकत से अवगत कराएंगी। इस चुनाव में यूं तो सपा के अधिकांश नेता संयुक्त प्रत्याशी घोषित होते ही मन से जुट गए थे। माधौगढ़ के युवा नेता राघवेंद्र सिंह भदौरिया की भूमिका को सराहनीय माना जा रहा है। उनके पास जो वोट था वह तमाम दबाव के बाद भी नहीं टूटा। पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र मौखरी, सुरेंद्र बजरिया, शफीकुर्रहमान पप्पू समेत उनकी टीम को जिन दो मतों को डलवाने की जिम्मेदारी दी गई थी वह भी सफल रहे। सपा की जिला टीम कार्यालय से इस चुनाव को देख रही थी। जिस स्थान पर एकत्रित होने की घोषणा सपा जिलाध्यक्ष द्वारा की थी और फिर रात में पार्टी कार्यलय पर जुटने की बात पार्टी के नेताओं को रास नहीं आई। जहां भीड़ थी वहां दोपहर एक बजे के आसपास आना अपने आप में एक सवाल खड़ा कर गया। प्रबल प्रताप सिंह, अमर सिंह, अनुपम गुर्जर एक मोर्चे पर रहे। वहीं पर कांग्रेसी भी डटे थे। इस चुनाव में सपा के एक युवा नेता पर विभीषण की भूमिका का आरोप भी लग रहा है। वह एक सदस्य के पति के साथ साये की तरह रहा। जिले से लेकर लखनऊ तक की सूचनाएं आउट हुई, इसमें सपा व कांग्रेस खेमे में बड़ी चर्चा है। इसके अलावा कुछेक बड़े नाम है जो आखिर में सत्ता के दबाव में आ गए और उनके तेवर ढीले पड़ गए। चुनाव हारी उर्मिला ख़ाबरी ने सपा व कांग्रेस के उन सभी नेताओं की प्रसंशा की है जो पूरे मनोयोग से उनके साथ थे। उनका कहना है कि मेरा चुनाव प्रत्याशी से न होकर प्रशासन से हो गया। इस वजह से हार का सामना करना पड़ा। हारी नहीं हूं मुझे हराया गया है। चुनाव हारने के सभी कारण सपा प्रदेश अध्यक्ष को बताएंगे।

अनुरागी के सामने बेगम नहीं बन सकी बादशाह


भितरघात पर लगाम लगा अनुरागी ने उर्मिला को 18-6 वोटों के बड़े अंतर से हराया

खाबरी का चुनाव प्रबंधन गड़बड़ाया, संयुक्त दल में ही हो गई सेंधमारी

उरई। डॉ. राकेश द्विवेदी / मनोज शर्मा

सत्ता पक्ष के रेकार्ड की 2006 की तरह इस बार भी पुनरावृत्ति हुई। वोट डालने की वही विधि और चुनाव का लगभग वैसा ही परिणाम रहा। संयुक्त दल की सभी योजनाओं को ध्वस्त कर भाजपा प्रत्याशी घनश्याम अनुरागी की रणनीति भारी पड़ गई। उन्होंने उर्मिला खाबरी को 18 – 6 वोटों के बड़े अंतर से हराकर अपने राजनीतिक वजूद को फिर से सिद्ध कर दिया। खाबरी की विफलता का मुख्य कारण ये भी रहा कि वह अपने संयुक्त दल की भितरघात पर भी रोक लगा पाने में विफल रहीं। उनके पक्ष के दो वोट भाजपा के खाते में जाने की खबर है। आप पढ़ रहे है ऋषी न्यूज।

जिला पंचायत के नए अध्यक्ष अब भाजपा के घनश्याम अनुरागी होंगे। उनकी राजनीतिक बादशाहत कायम रही। बेगम की बादशाह बनने की इच्छा कमजोर पड़ी रणनीति के कारण अधूरी रह गई। अनुरागी सत्ता के सान्निध्य में आगे बढ़े और उनकी योजनाएं परिणाम की ओर बढ़ती गईं। इस जीत के साथ जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह बनाजी भी खुद में ‘किंगमेकर’ के रूप में प्रसन्नता का अनुभव कर सकते हैं।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में मतदान प्रक्रिया कलेक्ट्रेट में शुरू हुई। अलग – अलग रास्तों से मतदाता वोट डालने पहुंचे। दोपहर 2 बजे के पहले 24 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया। अकेले उमा यादव ने वोट नहीं डाला। करीब सवा तीन बजे चुनाव अधिकारी ने चुनाव का परिणाम घोषित कर दिया जिसमें भाजपा प्रत्याशी घनश्याम अनुरागी को 18 और संयुक्त दल की प्रत्याशी उर्मिला खाबरी को महज 6 वोट मिले। चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद अनुरागी जो प्रमाण पत्र दिया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और समर्थकों में भारी उत्साह देखने को मिला।
घनश्याम अनुरागी की जीत का जो मुख्य कारण रहा वह यह था कि आखिरी दिनों का चुनाव उन्होंने अपने अनुभव और तेवरों के सहारे लड़ा। अनुरागी ने न सिर्फ भाजपा की भितरघात को रोका बल्कि बसपा की सभी सात मतदाताओं का भी मन नहीं बदलने दिया। सूत्रों के अनुसार अनुरागी को भाजपा के आठ बसपा के सात, एकनिर्दलीय और दो वोट संयुक्त दल के प्राप्त हुए हैं। उर्मिला खाबरी मतदान के पहले अपने पक्ष में कम से कम 14 वोट मानकर चल रहीं थीं पर वे मतदाताओं के असली मन को नहीं भांप पाई। उनका प्रयास बसपा और भाजपा में सेंधमारी का था जिसमें घोर असफलता रही। वह अपने ही समर्थक दलों में सेंधमारी को नही रोक सकीं। जीत के बाद घनश्याम अनुरागी ने कहा कि वह पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ कार्य कर जिला पंचायत को विकास की राह पर ले जाएंगे। उन्होंने उर्मिला खाबरी के इन आरोपों का खंडन किया कि चुनाव में धांधली हुई है। अपनी पराजय से हतप्रभ उर्मिला खाबरी का आरोप है कि चुनाव निष्पक्ष तरीके से नहीं हुआ है। उनके साथ बेईमानी हुई है।

योजनाबद्ध ढंग से वोट डालने पहुंचे निर्दोष और देवेंद्र


बड़ी चर्चा थी कि पुलिस बबीना के निर्दोष यादव और गोहन के देवेंद्र सोनी को वोट नहीं डालने देगी। दोनों को मतदान केंद्र पहुँचने से पहले गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दोनों वोटर कई दिनों से बाहर थे। निर्दोष को जिला बदर और एक महिला के साथ धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज हुआ था। पुलिस की घेरेबंदी को दोनों वोटरों ने मात दे दी। सपा के एक वरिष्ठ युवा नेता के सहारे दोनों मतदाता एक दिन पहले ही रात में शहर आ गए। पुलिस ने जिला पंचायत गेट से पुराने एनसीसी आफिस गेट तक बेरीकेटिंग कर रखी थी। बेरीकेटिंग के पहले ही दोनों को रोकने की योजना थी। पुलिस की इस योजना को विफल कर इनको जिला परिषद मार्केट में बने एक स्थान में रुकवाया गया। यह स्थान कलेक्ट्रेट के पास ही स्थित है। इन मतदाताओं को बेरीकेटिंग क्रास करने की जरूरत नहीं हुई। दोपहर एक बजे के बाद दोनों एक साथ वोट डालने पहुंचे। उनकी ओर पत्रकारों की टीम दौड़ने से पुलिस मन मसोस कर रह गई। वोट डालने के बाद निर्दोष और देवेन्द्र एक बाइक में बैठकर वहां से बाहर चले गए।

कोई किसी का वोट नहीं डाल पाएगा

भाजपा ने चार तो कांग्रेस व सपा संयुक्त प्रत्याशी ने एक के लिए मांगी थी अनुमति

मतदान के लिए प्रत्याशियों की तय हुई रणनीति

उरई। मनोज शर्मा

जिला पंचायत अध्यक्ष का सेहरा किसके सिर पर बंधेगा इसका फैसला शनिवार को हो जाएगा। भाजपा ने मतदान की पूर्व संध्या पर पूरा होमवर्क किया। सपा व कांग्रेस की संयुक्त प्रत्याशी ने भी मतदान की पूरी तैयारी कर ली। प्रशासन की सारी चुनौतियों से निपटने के लिए भी रणनीति बनी है। चुनाव में मतदाता का वोट कोई दूसरा नहीं डाल पायेगा। प्रशासन ने इसकी अनुमति किसी को नहीं दी है।

शनिवार को होने वाले चुनाव में सपा से निर्वाचित सदस्य उमा देवी के मतदान करने पर असमंजस बना हुआ है। वह गम्भीर रूप से बीमार होने की वजह से दूसरे प्रान्त में उपचार करवा रही है। वह नहीं आ पाती है तो सपा व कांग्रेस की संयुक्त प्रत्याशी के लिए एक झटका है। क्योंकि प्रशासन ने उनके नह पर उनके बेटे को मतदान करने की अपील खारिज कर दी है। सपा के पास सात सदस्य है और सभी की राष्ट्रीय अध्यक्ष से सीधे मीटिंग भी हुई है। कांग्रेस की स्वयं प्रत्याशी है और एक सदस्य वीपी जनतादल का है और एक निर्दलीय । इस हिसाब से 10 वोट पक्के थे जिसमें एक कम होता है तो संख्या नौ रह जाती है। पूरा प्रयास बसपा व भाजपा में सेंधमारी का है। हालांकि प्रत्याशी उर्मिला सोनकर ख़ाबरी अपनी जीत को लेकर पूर्णतया आश्वस्त है। उनका कहना है चुनाव निष्पक्ष हुआ तो जीत उनकी होगी। भाजपा प्रत्याशी घनश्याम अनुरागी ने पार्टी के जिम्मेदार पदाधिकारियों के साथ मतदान की रणनीति तैयार की है। चार सदस्यों का मत दूसरे के डालने की अपील को खारिज कर दिया है। भाजपा के पास भी जीत का जादुई आंकड़ा पार करने के लिए मजबूती नहीं है। यही वजह है विपक्षी दलों के सदस्यों को डराने धमकाने के प्रयास भी प्रशासन के माध्यम से कराए जा रहे है। मतदान कराने के लिए विपक्ष ने पूरा होमवर्क किया है। मतदाता किस रास्ते से आएंगे यह भी तय है। सपा के नेता भी चुनाव के दिन एक सिपाही के रूप में मुस्तैद रहेंगे।

चार सदस्यों पर नहीं है विश्वास

भाजपा प्रत्याशी को चार सदस्यों पर विश्वास नहीं है इसमें से एक बसपा का है तो तीन भाजपा के है। मतदान के लिए उनका मत कोई दूसरा डाले इसके लिए मांगी गई अनुमति भी इसी ओर इशारा कर रही है। जो शंका भाजपा खेमे में बनी हुई है वह सही साबित हुई तो फिर जीत दूर हो जाएगी।

सत्ता दल की चालबाजियों पर विपक्ष की पैनी नजर

जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव हुआ रोचक

पुलिसिया कार्रवाई से नहीं डरे सपाई

उरई। ऋषी न्यूज

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हो रहा चुनाव रोचक दौर में है। इस चुनाव को जीतने के लिए भाजपा प्रत्याशी पूरा जोर लगाए है। सत्ता का भी उन्हें सहारा मिल रहा है। दूसरी ओर सपा व कांग्रेस की संयुक्त प्रत्याशी भी सत्ता की चालबाजियों पर पैनी नजर रखे हुए। मतदान के दिन के लिए भी पूरी रणनीति तैयार है। दोनों ही ओर से जीत के दावे किए जा रहे है।

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में भाजपा से पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी प्रत्याशी है। वहीं उर्मिला सोनकर ख़ाबरी कांग्रेस व सपा की संयुक्त प्रत्याशी है। इस बार के चुनाव में भाजपा मुखर होकर चुनावी मैदान में है। सत्ता का पूरा लाभ उठाने का प्रयास भी किया जा रहा। प्रत्याशी समेत तीन सदस्यों को डराने का कार्य भी हुआ। सपा के एक सदस्य पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई तो एक पर चोरी के सामान की खरीद करने का आरोप लगाया। घरों पर नोटिस भी चस्पा किया। हालांकि इस सबके बाद भी पहले पायदान पर उसे मात मिली है। विपक्ष की सूझबूझ से निर्विरोध चुनाव नहीं हो पाया। अब मतदान की तैयारी है। प्रशासन से विपक्ष को गड़बड़ी का भय भी सता रहा है। इस सबके बाद भी सधी हुई तैयारी है। सदस्यों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया।

भाजपा की छटपटाहट

अध्यक्ष की कुर्सी पर पहुंचने के लिए किसी भी प्रत्याशी के पास दो अंकों में स्वयं के सदस्य नहीं है। निर्दलीय दो सदस्यों के भाजपा में शामिल होने बाद संख्या आठ पर टिकी है। कांग्रेस पूरी तरह सपा पर निर्भर है। सपा के सात सदस्यों को मिलाकर उसके पास भी संख्या आठ ही है। इस तरह दोनों ही बराबरी पर है। अब जोड़ तोड़ पर पूरा चुनाव टिका है। चुनाव को लेकर भाजपा में जोर की छटपटाहट इस बात की ओर इशारा कर रही है कि सबकुछ आसान नही है।

नामांकन वापस लेने का सवाल ही नहीं उठता

उर्मिला ने चुनाव आयोग को साजिश की आशंका से कराया अवगत

ऋषी न्यूज। उरई

जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रत्याशी उर्मिला सोनकर ख़ाबरी ने एक बार फिर प्रेस के सामने आकर नामांकन वापसी की अटकलों पर विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि नामांकन को साजिश के तहत भाजपा नेता वापस कराने का प्रयास करेंगे। इस संदर्भ में जिलाधिकारी से लेकर चुनाव आयोग तक को अवगत कराया है।

सोमवार को सपा कार्यालय में सपा व कांग्रेश की संयुक्त प्रत्याशी उर्मिला ख़ाबरी सोनकर ने प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा नामांकन फार्म मेरे प्रस्तावक के फर्जी हस्ताक्षर से या उन्हें दबाव में लेकर कराने का प्रयास किया जा सकता है। इस बात से जिलाधिकारी से लेकर कमिश्नर और चुनाव आयोग तक को पत्र के माध्यम से अवगत करा दिया है। कहा है कि उनका नामांकन फार्म उनकी बगैर अनुमति के वापस न किया जाए। उन्होंने भाजपा नेताओं पर षड्यंत्र करने का आरोप लगाया। कहा कि उनके समर्थन वाले जिला पंचायत सदस्यों को डराया धमकाया जा रहा। उन पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराए जा रहे। लोकतंत्र की सरेआम हत्या हो रही है। इस दौरान पूर्व मंत्री दयाशंकर वर्मा, पूर्व विधायक विनोद चतुर्वेदी से लेकर सपा और कांग्रेस के बड़े नेता मौजूद रहे।

दोस्ती बरकरार, राजनीति के रास्ते अलग

डॉ. राकेश द्विवेदी। उरई

कई दशक तक एक साथ चला सफर आखिर ठहराव पर आ गया। वे साथ पढ़े, साथ खेले और एक साथ जनता को उम्मीदें बंधाते रहे पर अब आगे का सफर तय कर पाने की उम्मीदें टूट गईं। इस राजनीतिक दोस्ती को खत्म करने का निर्णय माजिद खान की ओर से हुआ है। विवेक यादव के भोपाल जाते ही माजिद ने सपा में जाने का मन बना लिया। उन्हें महसूस हुआ कि कांग्रेस के पंजे में अभी जनता का भरोसा जीतने लायक ताकत नहीं है।
नब्बे के दशक में कुछ छात्रों की एक टोली होती थी जिसमें विजय चौधरी, विवेक यादव , मो. खालिद और माजिद खान मुख्य चेहरों में थे। सभी पहले एक साथ क्रिकेट क्लब में खेले फिर राजनीति की ओर भी बढ़ चले। खालिद अब इस दुनिया में नहीं हैं और माजिद राजनीति में सक्रिय रहने के अलावा इंटर कॉलेज में प्रिंसिपल भी हैं। विजय इस टोली से अब लगभग बिछड़ चुके हैं पर विवेक और माजिद का याराना गुलाब की पंखुड़ियों की तरह सुर्ख था। कई बार वैचारिक मतभेदों के बावजूद दोनों की राजनीति किसी एक ही मुकाम से चलती रही। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पढ़ चुके विवेक का राजनीतिक सफर कोसों का है पर कहीं पर भी मन को संतुष्ट करने वाला ठहराव उन्हें न प्राप्त हो सका। लोक तांत्रिक कांग्रेस से उनका सफर हुआ जो बसपा, सपा से गुजरता हुआ अब कांग्रेस में गतिमान है।
फुटबॉल और क्रिकेट के मशहूर खिलाड़ी रहे माजिद खान अपने समाज में जबरजस्त लोकप्रियता रखते है , फिर भी वह खुलकर राजनीति करने में संकोच करते रहे हैं। वे शर्मीले हैं यह बात उनके मित्रों को पता है । इस शर्मीलेपन के दायरे से अब वह बाहर निकलना चाहते हैं। उनकी इच्छा है कि अब खुलकर राजनीति के स्ट्रोक खेले जाएं । मन में इस तरह की धारणा बनने के बाद माजिद खान ‘राजनीतिक मित्रता’ को बलि देने के लिए तैयार हैं। इतना जरूर है कि उनका दोस्ताना फिर भी सही सलामत रहेगा। माजिद खान का कहना है कि वह जिस प्रकार से राजनीति करना चाहते हैं, वह फिलहाल कांग्रेस में कर पाना संभव नहीं लगता। इस पार्टी में उत्साह और ठोस योजनाओं की कमी दिखती है। सिर्फ नेताओं से काम नहीं चलने वाला, कार्यकर्ता भी होने चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि फिर विवेक का क्या होगा ? क्या वह भी अपना लक्ष्य बदलेंगे ? इस माजिद का कहना था कि विवेक अब अपनी मन की जानें। उन्हें जो करना हो वह करें पर मैं अब जल्द ही सपा की सदस्यता ग्रहण करना चाहूंगा। जिलाध्यक्ष से उनकी इस सिलसिले में बातचीत हो चुकी है।
माजिद के इन तेवरों से जान पड़ता है कि वह जल्द ही कांग्रेस को बॉय- बॉय कहने वाले हैं। जाहिर है कि उनके अलग होने से विवेक को तकलीफ होगी और खुद के राजनीतिक भविष्य को लेकर पुनर्विचार करना पड़ सकता है।

जिला पंचायत सदस्य को अपराधी बनाने पर तुला प्रशासन

जिला पंचायत क्षेत्र गोहन से निर्वाचित हुए है देवेंद्र

गोहन के बाद रामपुरा पुलिस की कार्रवाई

ऋषी न्यूज । उरई

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में मतदान के पहले विपक्षी दलों से जुड़े सदस्यों पर कार्रवाई का दौर चल रहा है। इसी क्रम में गोहन से निर्वाचित सदस्य पर एक और मुकदमा दर्ज हो गया। नेताओं के इशारे पर पुलिस प्रशासन उसे अपराधी बनाने पर तुला हुआ है। घर पर नोटिस चस्पा कर उसकी लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा।

गोहन जिला पंचायत क्षेत्र से निर्वाचित सदस्य देवेंद्र सोनी सपा से ताल्लुक रखते है। वह कांग्रेस व सपा के संयुक्त प्रत्याशी उर्मिला ख़ाबरी के समर्थक भी है। अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में मतदान के पहले ही उन पर कार्रवाई का हंटर चल रहा है। गोहन पुलिस ने एक महिला के शिकायती पत्र पर उनके घर नोटिस चस्पा किया था। फो दिन बाद ही रामपुरा पुलिस भी एक्टिव हो गई। चोरी के मामले में मध्यप्रदेश के गोहद थाना क्षेत्र के आरोली गांव निवासी वीरेंद्र उर्फ लपटा जो कि जेल में बंद है। उसके बयान को आधार बनाया है। कहा कि वह चोरी के जेवरात उसके पास कम दामों में बेचता था। पुलिस ने देवेंद्र से 30 जून तक अपना पक्ष सामने उपस्थित होकर रखने का नोटिस जारी किया है। हालांकि देवेंद्र के घर पर कोई मौजूद नहीं था लिहाजा नोटिस को उसके घर पर चस्पा कर दिया गया। इस संदर्भ में रामपुरा थाना प्रभारी जेपी पाल ने इस संदर्भ में गोलमोल जबाव दिया और कहा कि मुकदमा दर्ज नहीं है, उन्हें अपना पक्ष रखने का समय दिया है। दूसरी तरफ सपा के पूर्व नगर अध्यक्ष शफीकुर्रहमान कशफ़ी का कहना है कि पुलिस भाजपा नेताओं की कठपुतली बनी है। आने वाले समय में जनता इसका जवाब देगी। सपाई पुलिस की दमनकारी नीति का विरोध करेंगे। न डरेंगे और न ही झुकेंगे।

सपा के बड़े नाम, सत्ता के आगे धड़ाम

समाजवादी पार्टी नेतृत्व का फूटा आक्रोश, जिलाध्यक्षों पर गाज

दीपनारायण, चंद्रपाल, गुड्डू राजा बुंदेला की दबंगई भी धरी रह गई

manoj sharma – rishi news

झांसी व ललितपुर जनपद समाजवादी पार्टी का गढ़ रहा है। यहां पर राष्ट्रीय स्तर से लेकर जिले स्तर पर दमखम वाले नेता है। इसके बावजूद जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में पार्टी की छीछालेदर हो गई। हालत यह हुई कि सत्ता के दबाव में प्रत्याशी नामांकन भी दाखिल नहीं कर पाए, लिहाजा चुनाव निर्विरोध हो गया। यह जानकर राष्ट्रीय और प्रदेशीय नेतृत्व सकते में आ गया। आनन-फानन में शनिवार की ही जिला अध्यक्षों को बर्खास्त कर दिया। चुनाव की समीक्षा शुरू हो गई। पार्टी के आक्रोशित रुख को देखते हुए बड़े नेता भी सकते में है।

शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हुए नामांकन में झांसी मंडल में जालौन को छोड़कर झांसी और ललितपुर में चुनाव निर्विरोध हो गया। झांसी में सपा के पास राष्ट्रीय नेता चंद्रपाल सिंह यादव, बुन्देलखण्ड नेता व मध्यप्रदेश के प्रभारी रहे दीपक यादव उर्फ दीपनारायण यादव जैसे बड़े नाम होने के बावजूद तय प्रत्याशी नामांकन भी दाखिल नहीं कर पाया। प्रशासन ने सत्ता के इशारे पर जो सम्भव था वह सब किया। पार्टी के बड़े नेता ठीक से विरोध भी नहीं कर पाए। सूत्रों की मानें तो कहा जा रहा है दोनों ही नेताओं को आयकर विभाग की कार्यवाई का भय था। यही घटनाक्रम ललितपुर में हुआ जहां पर गुड्डू राजा बुंदेला से लेकर तिलक यादव, यादवेंद्र सिंह, कैलाश यादव, महेंद्र सिंह जैसे बड़े नाम थे, पर कुछ नहीं कर सके। दबंग नेताओं की दबंगई धरी रह गई। पार्टी नेतृत्व भी यह देख दंग रह गया। दबंग लॉबी के फेल होने पर पार्टी नेतृत्व की नाराजगी जिलाध्यक्षों पर गाज बनकर गिरी। दोनों ही जिलों के जिलाध्यक्ष बर्ख़ास्त कर दिए गए। चुनाव की समीक्षा भी शुरू हो गई। पार्टी मुखिया के रुख से दोनों ही जिलों के बड़े नेता सकते में है। माना जा रहा है पार्टी के मुखिया की नाराजगी कहीं आने वाले समय में उनके लिए नासूर न बन जाए।

जालौन को मिले पूरे अंक

झांसी व ललितपुर में जो काम सपा के बड़े नाम नहीं कर पाए वह काम जालौन के जुझारू नेताओं ने कर दिया। कांग्रेस के प्रत्याशी को न केवल समर्थन दिया बल्कि उनके लिए आगे खड़े हुए। यही वजह रही की यहां पर संयुक्त प्रत्याशी नामांकन करने में सफल हो गई। पार्टी नेतृत्व ने इसके लिए जिलाध्यक्ष नबाव सिंह यादव समेत सभी नेताओं को शाबासी भी दी है।

सपा को उसी की तर्ज पर मात

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में समाजवादी पार्टी को उसी की तर्ज पर भारतीय जनता पार्टी ने जबाव दिया है। पूर्व में जब सपा की सरकार प्रदेश में थी यही काम सपाइयों ने किया था। इसका एक उदाहरण जालौन भी था। यहां पर फरहा नाज निर्विरोध निर्वाचित हुई थी और विपक्ष ताकता रह गया था।

जिला पंचायत सदस्य के घर नोटिस चस्पा

Rishi news – orai

फास्ट पुलसिंग या सत्ता का दबाव

बीमार पिता को लेकर घर छोड़ने पर विवश हुआ परिवार

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठने लगे है। इसकी शुरुआत उर्मिला सोनकर के घर भेजे गए नोटिस से हुई थी। शनिवार को देवेंद्र सोनी के घर पर चस्पा किए गए नोटिस ने इस पर मुहर लगा दी है।

सत्ता की हनक चुनाव में आम बात है। इसकी बानगी जालौन जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में देखने को मिल रही है। दो दिन पूर्व ही अध्यक्ष पद की प्रत्याशी उर्मिला ख़ाबरी सोनकर के घर की पैमाइस कराई गई। इतना ही नहीं एक के बाद एक दो नोटिस भी भेजे गए। इसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका खुलासा किया। ये चिंगारी अभी शांत भी नहीं हुई थी कि गोहन जिला पंचायत सीट से निर्वाचित सदस्य देवेंद्र सोनी के खिलाफ एक महिला ने शिकायती पत्र दिया और फिर गोहन पुलिस एक्टिव हो गई। देवेंद्र के घर एक नोटिस भी चस्पा कर दिया। देवेंद्र सपा नेता है। प्रशासन के तांडव की संभावना को भांपते हुए पूरा परिवार बीमार पिता के साथ भूमिगत हो गया है। कुछ दिन पहले ही देवेंद्र के पिता को फॉलिस की शिकायत हो गई थी। वह दिल्ली में उपचार कराने के बाद कुछ दिन पहले ही घर लौटे थे।

उर्मिला व घनश्याम ने किया नामांकन

ताकत दिखाने का हुआ भरसक प्रयास

सपाइयों के उत्साह ने बढ़ाया उर्मिला का आत्मबल

Rishi news – orai

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने को लेकर लगाए जा रहे सारे कयासों पर शनिवार को विराम लग गया। जब भाजपा प्रत्यशी घनश्याम अनुरागी के अलावा कांग्रेस व सपा के संयुक्त प्रत्याशी उर्मिला ख़ाबरी ने नामांकन दाखिल कर दिया। सत्ता का निर्विरोध अध्यक्ष बनाने का सपना पहले पायदान पर तो टूट गया। हालांकि अभी नामांकन फार्म की जांच होनी बाकी है। वहां भी सब कुछ ठीक रहा और कोई नाम वापसी नहीं हुई तो फिर चुनाव रोचक हो जाएगा।

शनिवार को सुबह से ही गहमा गहमी का माहौल था। एक ओर प्रशासन के सामने शांति व्यवस्था बनाये रखने की चुनौती थी तो वहीं विपक्ष के सामने नामांकन दाखिल करने की चुनौती। वहीं विपक्ष का रास्ता रोकने की अटकलें लग रही थी। इसी बीच सपा के समर्थन से कांग्रेस प्रत्याशी उर्मिला ख़ाबरी सोनकर ने एक के बाद एक चार सेटों में नामांकन दाखिल किया। सत्ता पक्ष को विपक्ष की एकजुटता का संदेश भी दिया। विपक्ष के नेताओं ने एक स्वर में ये भी कहा कि सत्ता के दबाव में उर्मिला का रास्ता रोकने का प्रयास आगे भी प्रशासन करेगा लेकिन हम लोकतंत्र की हत्या नहीं होने देंगे, इसके लिए संघर्ष करेंगे, उन्हें माकूल जबाव देंगे। वहीं उर्मिला सोनकर ने कहा कि हर संकट का सामना करेंगे। मैं जिलापंचायत अध्यक्ष बनी तो जिले के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोडूंगी। नामांकन जुलूस में सपा जिलाध्यक्ष नबाव सिंह यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव नारायण मिश्रा, अनुज मिश्रा, राघवेंद्र सिंह भदौरिया आमखेड़ा, सुरेंद्र मौखरी, दीपराज गुर्जर समेत बड़ी संख्या में विभिन्न दलों के लोग मौजूद रहे। दूसरी तरफ भाजपा से घनश्याम अनुरागी ने भी नामांकन दाखिल किया। उनके जुलूस में जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह सेंगर, विधायक गौरी शंकर वर्मा, मूलचंद्र निरंजन, नरेंद्र सिंह जादौन, सांसद भानुप्रताप वर्मा, दिलीप दुवे समेत भाजपा के बड़े नेता मौजूद रहे।

मंदिर निर्माण के लिए जमीन खरीद मामले पर कांग्रेस का प्रदर्शन

उरई। rishi news अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए जमीन खरीद में  घोटाले पर गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं
राष्ट्रपति को  सम्बोधित 8 सूत्रीय ज्ञापन भी सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। प्रर्दशन के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव नारायण मिश्रा  ने कहा कि लोगों की आस्था के प्रतीक भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए विभिन्न सामाजिक वर्गों द्वारा दिये गये चंदे का व्यक्तिगत  लाभ के लिए प्रयोग अक्षम्य पाप है । इस   मामले को गंभीरता से लेते हुए सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच करवाये जाए |
प्रदर्शन में प्रमुख रूप सेएवं शहर अध्यक्ष रेहान सिददीकी, पूर्व जिलाध्यक्ष चौधरी शयाम सुन्दर, राजकुमार वर्मा पिपराया, अरविंद सेंगर, गुलाब खा, नरेश श्रीवास्तव, शैलेन्द्र ब्यास, शकुंतला पटेल, फरीद मंसूरी, संजीव तिवारी सीटू, अरविंद दुवे करमेर, गुलाब खा, मैराज सिददीकी, लालूशेख, भुवन त्रिपाठी, आशीष पटेल, मोहम्मद सामी सिददीकी प्रदेश सचिव मीडिया सैल,  अभिषेक पाठक प्रदेश प्रवक्ता, के. के. गहोई सहित दर्जनों कांग्रेसजन मौजूद रहे।

भाजपा के भीतर फिर से उठ रही है एक दूसरी लहर

••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••
पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी के अभियान में आई तेजी, सपा वोटरों से की मुलाकात
++++++++++++++++++++++++++

Rishi news। डॉ राकेश द्विवेदी

जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव फिर से नई करवट लेता दिख रहा है। जिले में 25 वोटर हैं। चुनाव में बिकने वाले लोग कई तरह से बिकने को तैयार हैं। ऐसे में चुनाव का परिणाम आखिरी वक्त किस करवट बैठेगा ? इस पर अभी से कुछ कह पाना किसी के लिए भी कठिन लग रहा है। भाजपा अपने जीते हुए जिन छह वोटों पर अधिकार जता रही है, उनमें से तीन सदस्यों का मन अभी भी स्थिर नहीं बताया जा रहा है। यह भी संभावना बन रही है कि चुनाव की घोषणा तक कोई तीसरा प्रत्याशी भी सामने आ सकता है। भाजपा के भीतर ही भीतर एक धड़े की ओर से इसको लेकर लामबंदी हो रही है। इस धड़े का भरोसा भाजपा पर तो है पर अनुरागी पर नहीं। इसीलिए भाजपा से ही जीती अमृता को सामने लाने की कोशिश हो रही है। ऐसी स्थिति में अनुरागी को अपनी रणनीति बदलनी पड़ सकती है।
चुनाव का परिणाम तो दूर अभी तक प्रत्याशियों को लेकर ही बड़ी ऊहापोह की स्थिति है। भाजपा से पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी के पक्ष में सहमति तो बनी है पर अभी भी उनकी प्रत्याशिता को लेकर अन्तर्विरोध कायम है। बताया जाता है कि कई जन प्रतिनिधियों समेत कुछ आर्थिक और सामाजिक रूप से ताकतवर लोग किसी नए विकल्प का तानाबाना बुनने में लगे हैं। घनश्याम अनुरागी भाजपा के जीते छह वोटरों व सिरसाकलार , कुठौंद के वोटरों अलावा बसपा के सभी सात सदस्यों पर दावा जता रहे हैं। उनका कहना है कि मेरे पास 17 वोटों का इंतजाम हो चुका है। उधर सूत्रों का दावा है कि अभी भी बसपा के चार और भाजपा के तीन सदस्यों का मन भटका हुआ है। वह अनुरागी के इतर भी जा सकते हैं। पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी भी अपनी तैयारी हाथ में पैसा आने के बाद तेजी से कर रहे हैं। उनकी ताकत विपक्ष की एकजुटता पर आकर ही ठहरेगी। उधर भाजपा के भीतर ही भीतर एक नई लहर उठ रही है। यह वह लोग हैं जो पार्टी के तो साथ हैं पर अनुरागी का विजय रथ रोकना चाहते हैं। इसीलिए फिर से एक ऐसे विकल्प को रूप देकर उसमें रंग भरने की कोशिश हो रही है। सूत्रों के अनुसार खकसीस से जीती अमृता रजक पर दांव खेलने की तैयारी हो रही है। इस प्रत्याशी को सामने लाने में भाजपा के ही एक जनप्रतिनिधि की रणनीति है जिसमें एक बाहुबली सहित दो अन्य लोग फाइनेंस करने को तैयार बताए जाते हैं। बताया जाता है कि इस विकल्प पर कुछ अन्य जन प्रतिनिधि अपने गले शिकवे भुला सकते हैं। ऐसे में भाजपा संगठन की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। क्योंकि वह जिसे भी अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित करेगा उसे जिताना उसका लक्ष्य भी होगा। इस दौरान ब्रजेंद्रप्रताप सिंह और शिशुपाल सिंह की भूमिका भी और महत्वपूर्ण हो जाएगी। रोजाना बदल रही तस्वीर से चुनाव भी रोचक होता जा रहा है। बृजलाल खाबरी भी अब थैली का मुंह खोलने को तैयार दिख रहे हैं। बताया जाता है कि सपा के मतदाताओं के साथ कल उनकी एक बैठक हुई है। इसमें जीत के आंकड़े को दुरुस्त किया गया। वह भी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं।
बिकने वाले लोगों का मन बार- बार भटकने से चुनाव के परिणाम पर असमंजस्य की स्थिति बनती जा रही है। तीन दिन पूर्व निर्विरोध जैसी तस्वीर सी बनती दिखी पर अचानक स्थितियाँ ऐसी बदली कि अब चुनाव को अति रोमांचक होने की दशा में पहुँचाना शुरू कर दिया है।

सौभाग्य से जगमगाने लगी ओमप्रकाश की झोपड़ी


ऋषी न्यूज। उरई

ग्रामीण अंचल में गरीबों के लिए बिजली , पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं मुहैया नहीं थी। उस समय गांव के हालात बदतर थे, इसके बाद धीरे धीरे ही सही सूरत बदलती जा रही है। मगरायां गांव में जब लोगों के घरों में उजाला होता था तब गरीबों की झोपड़ी में टिमटिमाती रोशनी किसी के होने का आभास मात्र कराती थी। समय के साथ बदलाव की बयार में बहुत कुछ बदल गया। गरीबों के लिए फिर भी समस्याएं थी तो ऐसे में सरकार की योजनाओं ने तस्वीर बदल दी। सौभाग्य से तो कच्चे आशियाने भी रोशन हो गए।
जालौन के मगरायां गांव निवासी ओमप्रकाश यूं तो अपनी मेहनत के बदौलत जीवन को अपने अंदाज में जी रहे है। इसके बाद भी तमाम ऐसी समस्याएं रहीं जिनकी वजह से वह गांव में बिजली कनेक्शन नहीं ले पाए थे। कच्चे घर में भी वह खुश थे लेकिन जब सूरज ढ़लता और रात गहराती थी तब उसकी चिंताएं भी बढ़ जाती थी। लालटेन की रोशनी ही उसका सहारा थी। वर्ष 2018 में सौभाग्य योजना आई और जब उसे जानकारी हुई तो उसने भी वर्ष 2019 में कनेक्शन के लिए आवेदन कर दिया। कागजी कार्यवाही के बाद उसके घर बिजली के तार पहुंच गए। घर के बाहर मीटर लग गया और फिर एक बटन दबाने भर से उसका घर दूधिया रोशनी से जगमगा गया। अब तो उसके घर में पंखा से लेकर टीवी और बिजली से चलने वाले अन्य उपकरण भी है जिनका प्रयोग हो रहा है। ओमप्रकाश खुश है उसका कहना है कि यह कनेक्शन उसे निशुल्क मिला है। इससे उसे टिमटिमाती रोशनी से छुटकारा मिल गया। अब उसके बच्चे भी दूधिया रोशनी में अच्छे से पढ़ सकेंगे।

चौकीदार और ठोकीदार की सरकार को जनता हटाने वाली

http://

ांसद ने विधायक को 12 जूतों की सलामी देकर दिखाये पार्टी के संस्कारभीड़ से गदगद मायावती ने कहा कि यहाँ की अच्छी रिपोर्ट उन्हें मिल रही
+डॉ॰ राकेश द्विवेदी ,उरई| दो रंग और तेवरों का अर्थ भी करीब – करीब एक जैसा । इन्हें सुनकर आज भाजपा जरूर तिलमिलाई होगी । दोनों राष्ट्रीय अध्यक्षों ने प्रधान मंत्री और मुख्य मंत्री को जितना कुछ कह सकना था, वह कहा । यह शायद भीड़ के जोश का कमाल था । मायावती ने जहां मोदी को नकली और नौटंकीबाज कहा , वहीं अखिलेश ने मोदी को फेंकू और योगी को ठोकू कहकर उपहास किया । लोकोक्ति और मुहावरों का भी प्रयोग हुआ । राहुल का दिया हुआ नारा “चौकीदारी चोर है” का भी यहाँ बार – बार प्रयोग हुआ । नेताओं ने जब भी कोई ऐसी बात कही जो भीड़ को अच्छी लगती , वह तालियाँ बजाकर माहौल में उल्लास और जोश का भाव भर देती ।गठबंधन ने रैली के लिए बड़ी चुनौती स्वीकार की थी। उसी मैदान को चुना गया जिस पर 2017 में प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी संबोधित करने आए थे । मैदान का क्षेत्रफल पहले जितना तो प्रयोग में नहीं लाया गया पर भीड़ के हिसाब से यह माना जा सकता है कि इस चुनाव की सबसे ज्यादा भीड़ आज की रैली में एकत्रित हुई । यह पूर्व की सभाओं से कई गुना ज्यादा थी । पहला मौका इस बात का भी रहा कि मायावती – अखिलेश को एक साथ मंच साझा करते हुए देखा तो दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता भी हिले – मिले नजर आए ।
पहले बसपा प्रमुख मायावती बोलीं । पहला शब्द कार्यकर्ताओं की तपस्या पर था । बोलीं – जोश देखकर ऐसा लग रहा है कि यहाँ के लोग नमो – नमो की छुट्टी करने जा रहे हैं । इतना कहते ही पूरा परिसर तालियों और नारे के शोर से भर गया । मायावती की कई बातें पुरानी ही थीं। कुछ नया भी बोला । उन्होने कांग्रेस और भाजपा को निशाने पर रखा । कहाकि भाजपा और कांग्रेस की सरकारों की गलत नीतियों के कारण देश में बेरोजगारी , भुखमरी बढ़ी है । अंग्रेजों के बाद कांग्रेस का शासन रहा । कमजोरों , मेहनतकशों , बेरोजगारो की उपेक्षा होने से बुंदेलखंड वालों को अपनी रोटी – रोजी के लिए घर छोड़ना पड़ा । फिर वह भाजपा की ओर मुड़ीं । कहा भाजपा की नौटंकीबाजी – जुमलेबाजी अब काम नहीं आएगी । चौकीदारी का नाटक अब नहीं चलने वाला । अब ये कितनी भी पूजा – पाठ कर लें । गंगा मैया भी इनसे रूठी हुई हैं । उन्होने कहा कि भाजपा अब शरारत पर उतर आई है । जहां मेरी रैली होती है , वहाँ पर वह अपने आवारा जानवर छोड़ देती है । उन्होने मोदी को नकली पिछड़ा कहा । मोदी जब गुजरात के थे , तब उन्होने अपनी जाति को पिछड़ी में शामिल करा लिया । यह नकली कागज वाले पिछड़े हैं , जब कि मुलायम और अखिलेश असली पिछड़े हैं । बीजेपी एंड पार्टी गठबंधन बनने पर ” खिसियानी बिल्ली – खंभा नोचे ” वाली हालत में आकर इसके बारे में अनाप – शनाप बोले जा रहे हैं । अंत में मायावती ने कहा कि यदि हमारी सरकार बनी तो बुंदेलखंड का विशेष ध्यान रखा जाएगा ।
अब बारी सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की थी । स्वागत में पूरा पंडाल शोर से गूँज उठा । चेहरे पर मुस्कान लिए मंच पर आए अखिलेश ने तबीयत से मोदी – योगी पर व्यंग्य कसने चालू किए । भाषण के दौरान अखिलेश पहले से कहीं ज्यादा परिपक्व भी नजर आए । कहा कि बुंदेलखंड वीरों की धरती है और यहाँ के लोग वायदा खिलाफी कभी बर्दाश्त भी नहीं करते । प्रधान मंत्री अभी बांदा आए थे । पाँच साल का तो कोई हिसाब नहीं दे पाये । अब पेयजल के लिए अगले पाँच साल मांग रहे हैं । एक वह बाबा मुख्य मंत्री हैं । उनसे मिलने के लिए न जाने कौन – कौन पहुँच रहा है ? एक सांड उनसे मिलने कन्नोज आ रहा था । वह अपनी तकलीफ उन्हें बताना चाहता था । गल्ती से वह गलत हेलीपैड पर आ गया था । जब उसे पता चला तो वह चुपचाप लौट गया । उन्होने मोदी को फेंकू बताया । कहा कि एक चौकीदार है तो दूसरा ठोकीदार। संस्कार वाली पार्टी के एक सांसद ने अपने विधायक को 12 जूतों की सलामी दे डाली । इस लिए इन नक्कालों से जनता को सावधान रहना है । उन्होने कहा कि मायावती की पहल से ही यह गठबंधन हो सका । उन्होने मोदी पर चुटकी लेकर कहा कि वह प्रधानमंत्री से ज्यादा प्रचार मंत्री हैं । अंत में कार्यकर्ताओं से कहा ,कि वह पूरी ईमानदारी से गठबंधन धर्म का पालन करें । इसके पूर्व जालौन उम्मीदवार अजय सिंह पंकज , झाँसी के श्याम सुंदर पारीछा और हमीरपुर के प्रत्याशी दिलीप कुमार सिंह ने अखिलेश यादव और मायावती का पार्टी का चुनाव निशान देकर उनका सम्मान किया । बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा तथा मायावती के भतीजे आकाश आनंद का भी स्वागत हुआ । मंच पर दोनों पार्टियों के कई प्रमुख पदाधिकारी भी मौजूद रहे ।
इस दौरान सपा की ओर से जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव , पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद यादव , श्रीराम पाल , अकबर अली, दयाशंकर वर्मा , कप्तान सिंह राजपूत , डॉ अरुण महरोत्रा , सुरेन्द्र मौखरी , सुरेन्द्र बज़रिया , वीरेंद्र यादव , सोहराब खान, मो तारिक , मिर्जा साबिर बेग , भूपेन्द्र यादव , जय शंकर द्विवेदी , महेश सर, सिद्धार्थ यादव , सुखवीर यादव रामपुरा,बसपा की ओर से जिलाध्यक्ष परशुराम पाल , कमल दोहरे , बब्बू भदौरिया , विजय चौधरी , शैलेंद्र शिरोमणि , रफी उद्दीन पन्नू, हीरालाल राजपूत , डॉ ब्रजेश जाटव, रमन निषाद , रमेश उपाध्याय , सगीर अली, शहंशाह प्रमुख रूप से उपस्थित रहे ।

बच्चों के मुख से ‘चौकीदार चोर है ‘ सुनकर मुस्कराईं प्रियंका

रोड शो मेँ कांग्रेस की उम्मीदों से कहीं ज्यादा जुट गई भीड़
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
बज़रिया मेँ प्रियंका गांधी पर बरसाई गईं गुलाब की पंखुड़ियाँ
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

प्रियंका वाड्रा की दीवानगी महिलाओं को छत तक खीच लाई
++++++++++++++++++++++++++++++++++++++

डॉ राकेश द्विवेदी , उरई

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और तुरुप का इक्का प्रियंका गांधी वाड्रा आज शहर आई पर बिन बोले ही सब को अपना बनाकर चली गईं । उनके आगमन से ऐसा लगा मानो आज कांग्रेस जीवित हो गई । शहर उनकी मुस्कान पर यदि फिदा हुआ तो संस्कारों ने दिल तक असर छोडा । सात कुंटल गुलाब फूलों की पंखुड़ियों ने जब प्रियंका को स्पर्श किया तो वह पहली बार मेँ ही यहाँ के स्वागत से अभिभूत हो गईं । उनका क्रेज किस कदर है कि क्या भाजपा अथवा सपा – बसपा, हर कोई उनको एक बार देख लेना चाहता था । महिलाओं पर उनका चार्म सिर चढ़कर बोला । यदि यही दीवानगी मतदान केंद्र तक भी बनी रही तो फिर परिणाम कुछ भी हो सकता है ।

आज धूप मर्दानगी अपनी मर्दानगी दिखाने को बेताब थी । उसका दिल किसी पर भी नहीं पसीज रहा था । व्यवस्थाएं जुटाना बड़ा कठिन था पर प्रियंका गांधी की दीवानगी मेँ धूप और प्यास हर कोई भूल चुका था । सेवादल से लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उस घड़ी का इंतजार था , जब प्रियंका उनके बीच पहुंचे । इंतजार बढ़ भी गया । करीब सवा घंटे विलंब से जब हेलीकाप्टर आकाश मेँ उड़ता हुआ दिखा तो दीवानगी ऐसी कि नीचे से ही नारे लगने शुरू हो गए । किसी को ये इल्म भी नहीं रहा कि उनकी यह आवाज आकाश तक नहीं पहुँच रही होगी । अंबेडकर प्रतिमा पर पुष्प माला और पदमशाह बाबा की मजार पर मत्था टेकने के बाद वह न्याय रथ पर सवार हुईं । रथ मेँ प्रत्याशी ब्रजलाल खाबरी , पूर्व विधायक विनोद चतुर्वेदी , जिलाध्यक्ष चौधरी श्याम सुंदर , शहर अध्यक्ष रेहान अहमद सिद्दीकी , सुरेन्द्र सिंह सरसेला आदि को जगह मिली । अब तक जुलूस मेँ भारी भीड़ जुट चुकी थी । सड़क के दोनों छोर भी अभिवादन के लिए खड़े नागरिकों से भरे थे । महिलाओं ने प्रियंका को नजर भर देखने को अपनी छतों का सहारा लिया । भावनाओं से आज धूप भी हार गई थी । गांधी मूर्ति पर भी माला अर्पण के साथ जुलूस जब घंटाघर होकर बज़रिया की ओर मुड़ा तो यहाँ नए समीकरण बनते दिखे । अब तक जुलूस विशाल आकार ले चुका था । छतों से प्रियंका के ऊपर नरम , मुलायम और सुगंधित पंखुड़ियां बरसाई जा रही थीं । यह कार्य ज़्यादातर महिलाओं की ओर से किया जा रहा था । मुस्कुराते हुए वह इस आतिथ्य को बडी विनम्रता से स्वीकार करते हुए आगे बढ़ती जा रहीं थीं । रास्ते मेँ जब उन्हें बुजुर्ग पुरुष या महिलाएं दिखतीं तो वह दोनों हाथा जोड़कर उन्हें अभिवादन करने लगतीं ।
बजरिया मेँ ही बच्चों की एक टोली झण्डा थामे खड़ी थी । इसमें कई बच्चियाँ भी शामिल थीं । यह टोली सिर्फ एक ही नारा लगा रही थी – चौकी दार चोर है । बच्चों के मुख से जब प्रियंका ने नारा सुना तो वह मुस्कुराए बिना नहीं रह पाईं।
अब यदि जुलूस के आकार और उसके उत्साह पर समीक्षा की जाये तो यह नए समीकरण बनाने को पर्याप्त है । यही उत्साह यदि मतदान केंद्र तक पहुंचा तब तो 23 मई को कुछ भी संभव है । अंबेडकर चौराहा पर जुलूस आकर खत्म हुआ । विलंब होने के कारण नुक्कड़ सभा नहीं हुई । इस दौरान पूर्व मंत्री नसीउद्दीन सिद्दीकी , पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज चतुर्वेदी , राजेश मिश्रा , आशीष चतुर्वेदी , राजेश मिश्रा हरदोई , अनुज मिश्रा , गुलाब खान , मैराज सिद्दीकी , असगरी बेगम , शोबी फहीम सिद्दीकी , आमीन खाँ, विवेक यादव , माजिद खाँ , छाया पालीवाल , असगरी बेगम , करन सिंह राजपूत , अरविंद सेंगर आदि शामिल रहे ।

कांग्रेस के चुनाव की तस्वीर तय करेगा प्रियंका का रोड शो

++++++++++++++++++
रोड शो की सफलता के लिये कांग्रेस ने अपनी ताकत झोंकी
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

डॉ राकेश द्विवेदी,उरई

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के रोड शो से काफी कुछ स्पष्ट हो जायेगा। उनके उरई आने पर उन्हें करीब से देखने की उत्सुकता तो हर किसी के मन में है पर इसमें चौधरी वर्ग और मुस्लिम समाज की भागीदारी कितनी होगी ? यही चुनाव को नई दिशा दिखायेगी। कांग्रेस की ओर से दावे तो खूब हो रहे हैं कि जाटव -मुस्लिम क्या ? सहयोग तो ब्राहमणों का भी भरपूर मिल रहा है पर इस पर अभी किसी को विश्वास नहीं हो रहा।प्रियंका के रोड शो में शामिल जातीय भागीदारी और उसका वास्तविक उत्साह ही तय करेगा कि 29 अप्रैल को क्या रहने वाला है ?
इस बार लोकसभा की किसी भी चुनावी सभा को राहुल गांधी संबोधित करने नहीं आ रहे। वैसे भी जहाँ पर प्रियंका का रोड शो हो रहा है ,राहुल वहाँ अपनी सभा नहीं कर रहे हैं। यह उनकी रणनीति का एक हिस्सा हो सकता है। ऐसा पहली बार है कि सोनिया या राहुल में से कोई जालौन लोकसभा में संबोधित करने नहीं आया । संसदीय क्षेत्र के करीब 19 लाख मतदाताओं को प्रभावित करने की जिम्मेदारी अब प्रियंका वाड्रा पर है। कांग्रेस ने यहाँ बृजलाल खाबरी को टिकट दिया है। वह 1999 में बसपा से सांसद बने थे, फिर 2008 में राज्य सभा सांसद रहे। बसपा के बड़े नेताओं में वह शुमार थे। इस वक्त कांग्रेस की नाव में सवार हैं , जिसका ग्रामीण स्तर पर संगठन खासा कमजोर है।
प्रियंका वाड्रा की बुंदेलखंड में यह पहली यात्रा हो रही है। शुरुआत जालौन जिले से है। यहाँ से जवाहरलाल नेहरू, इन्दिरा गांधी,राजीव गांधी , माँ सोनिया और भाई राहुल गांधी का गहरा रिश्ता रहा है। इन्दिरा और राहुल यहाँ के कई लोगों को नाम से जानते और पुकारते रहे हैं।
इन्दिरा गांधी की जिले में आखिरी यात्रा 1980 के करीब हुई थी। कालपी के पुल का उद्घाटन भी उनके हाथों से हुआ था।राजीव गांधी 1985 के विधान सभा चुनाव में आये थे और चारों सीटों पर कांग्रेस को सफलता मिली थी। जालौन नगर में भी उनकी जोरदार सभा हुई थी। उनकी अन्तिम यात्रा 21मई 1991में श्री पेयम्ब्दूर में हत्या के थोडे समय पहले ही हुई थी। उनका यहाँ रोड शो था।बहुत भीड़ उमड़ी थी।टाउन हाल में मंच तक ले जाने को तब के यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विनोद चतुर्वेदी को उन्हें अपने कन्धे पर बैठाकर ले जाना पड़ा था। राहुल गान्धी की 2016 में खाट सभा यहाँ भी हुई थी।
अब चौथी पीढ़ी के सबसे छोटे सदस्य की बारी है। प्रियंका की इस यात्रा से वोट बैंक में कितना इजाफा होगा ? यह तो 23 मई को ही पता चलेगा पर उनकी लोकप्रियता खूब देखी जा रही है।हर किसी को उनके आगमन का इन्तजार है। करीब 45 मिनट के रोड शो के द्वारा मुस्लिम समाज को आकर्षित करने की योजना है। पार्टी की ओर से प्रयास हो रहा है कि इतनी भीड़ इकठ्ठा कर ली जाये जो चुनावी हवा को पक्ष में बहाने के लिये कारगर साबित हो। यह ऐसा चुनाव है जिसमें जातीय समीकरण उलझकर रह गये हैं।इसी से हर प्रत्याशी उलझन में है।
25 को ही अमित शाह की भी यहाँ रैली थी जो अचानक स्थगित हो गई।भीड़ को लेकर भाजपा पर भी दबाव काफी दबाव था। राजनाथ सिंह की सभा में ज्यादा संख्या में लोगों के न आने के कारण भाजपा का अस्तित्त्व दांव पर लगा था। कहीं ऐसा तो नहीं भीड़ न जुट पाने के कारण पता चल गये हों।

इमारत तैयार फिर भी भटक रहे नेत्रहीन छात्र

माननीय अंध विद्यालय को नए भवन में कब स्थानांतरित किया जायेगा।
सदर विधायक को सौपा ज्ञापन
ऋषी न्यूज संवाद उरई । 

नगर के मोहल्ला शांति नगर में संचालित अंध विद्यालय के नेत्रहीन दिव्यांग प्रधानाचार्य और नेत्रहीन दिव्यांग छात्रों ने युवा सामाजिक कार्यकर्ता डॉ० कुमारेन्द्र सिंह सेंगर के नेतृत्व में सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा को एक ज्ञापन सौंपा । इसमें उन्होंने अपनी समस्याओं से सदर विधायक को अवगत कराते हुए विद्यालय और आवासीय व्यवस्था नए भवन में स्थानांतरित किये जाने की मांग की. 

आपको अवगत कराते चलें कि शांति नगर में शिव अखंड ज्योति समिति द्वारा संचालित अंध विद्यालय का भवन जर्जर स्थिति में है. इस भवन में नेत्रहीन दिव्यांग छात्रों के लिए प्राथमिक विद्यालय तथा आवासीय सुविधा संचालित है. भवन की जर्जर स्थिति को देखते हुए इसी भवन के ठीक बगल में एक नए भवन का निर्माण समिति प्रबंधक द्वारा करवाया गया है. बताया जाता है कि इस नए भवन के निर्माण के लिए प्रबंधक द्वारा सांसद निधि एवं विधायक निधि से धन आवंटित कराया गया था. अब जबकि नया भवन बनकर तैयार हो चुका है तब प्रबंधक उसमें नेत्रहीन बच्चों को स्थान्तरित करने में आनाकानी कर रहा है. प्रधानाचार्य और बच्चों का कहना है कि प्रबंधक की मंशा उनको बाहर निकालने की है, जिससे वो नये सिरे से अपनी मनमानी कर सके. प्रबंधक पर इनके द्वारा ये भी आरोप लगाया गया कि वह अंध विद्यालय के नाम पर लोगों से आर्थिक मदद लेकर उसे हजम कर गया. 

नेत्रहीन दिव्यांग प्रधानाचार्य और नेत्रहीन बच्चों ने यह भी बताया कि यह पुराना भवन प्रबंधक द्वारा किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया गया है. वह व्यक्ति समय-समय पर अराजक तत्त्वों के साथ आकर डराता-धमकाता है. प्रधानाचार्य और बच्चों ने विधायक को बताया कि वे कई बार जिलाधिकारियों से मिलकर अपनी समस्या को बता चुके हैं किन्तु किसी भी रूप में उनको नए भवन में स्थानांतरित किये जाने की प्रक्रिया नहीं चलाई गई. विधायक गौरी शंकर वर्मा ने बहुत जल्दी ही नेत्रहीन बच्चों की समस्या का निस्तारण किये जाने का भरोसा कुमारेन्द्र सिंह सेंगर, प्रधानाचार्य और बच्चों को दिया. इसके साथ ही आश्वसन दिया कि सभी पक्षों पर विचार करके उनके विद्यालय और आवास को नए भवन में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इस अवसर पर डॉ. कुमारेन्द्र सिंह सेंगर ने भी दिव्यांग शक्ति की तरफ से एक ज्ञापन सदर विधायक को सौंपा। 

​27 मई को वैवाहिक बंधन में बंधेंगे 11 जोडे 

मंशापूर्ण हनुमान मंदिर विवाह समिति द्वारा आयोजित किया जा रहा सामूहिक विवाह 
11 निर्धन परिवार की कन्याओं के होंगे हाथ पीले 

रिपोर्ट : हेमन्त चौरसिया

ऋषी न्यूज संवाद उरई। श्रीमंशापूर्ण हनुमान जी मंदिर विवाह समिति द्वारा आगामी 27 मई को सेंगर पैराडाइज में सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें सर्वसमाज की 11 निर्धन कन्याओं के हाथ पीले कराए जाएंगे। इसके लिए तैयारियां जोर-शोर  से शुरू कर दी गई हैं। कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री समेत कई भाजपा नेता शिरकत कर नवविवाहित जोडों को आर्शीवाद देंगे। 
बुधवार को मंशापूर्ण हनुमान मंदिर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कार्यक्रम के आयोजक अनिल सिंह सेंगर व अनूप सिंह सेंगर ने बताया कि 27 मई को 11 निर्धन परिवार की कन्याओं के हाँथ पीले होंगे। श्री मंशापूर्ण हनुमान जी मंदिर सेवा समिति ने निर्धन परिवार की बेटियों के विवाह करने का वीणा उठाया है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की तैयारियां  अंतिम दौर में हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश सरकार के कृषि राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह शामिल होंगे। जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में महोबा सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, जिले के तीनों विधायक रहेंगे। विवाह समारोह में आयोजन समिति द्वारा नवविवाहित जोडों को पुरूस्कार भी दिए जाएंगे। इस मौके पर दीनदयाल काका, डा0 वीके सिंह राठौर, तुलसीराम सोनी, नीलम कुमार सोनी, धीरज ओमरे, आनंद महाराज आदि मौजूद रहे। 

​सहाव गैंगरेप के तीन और दरिंदे गिरफ्तार 

आरोपियों के कब्जे से बरामद की गई घटना में प्रयुक्त लोडर
पीड़ित महिला का पर्स, जेवरात, कपडे व नकदी भी बरामद 

घटना के खुलासा में स्वाट टीम की रही महत्वपूर्ण भूमिका 
ऋषी न्यूज के लिए 

रिपोर्ट : हेमन्त चौरसिया
ऋषी न्यूज संवाद उरई। जालौन के चर्चित सहाव गैंगरेप व लूट के मामले में आखिरकार स्वाट टीम व कोतवाली पुलिस को सफलता हाथ लग ही गई। इस मामले में फरार चल रहे तीन और आरोपियों को स्वाट टीम ने पडेासी जनपद मध्य प्रदेश से गिरफ्तार  कर लिया। आरोपियो के कब्जे से घटना में प्रयुक्त की गई बुलेरो मैक्स गाडी, पीडित महिला का पर्स, जेवरात, कपडे व नकदी आदि बरामद की गई है। इन आरोपियों ने कई राज्यों व शहरों में भी बडी-बडी वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की है। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। 
गौरतलब है कि बीती चार मई को जयपुर से आ रहे दम्पत्ति को बुलेरो सवार बदमाशों ने अपने साथ बैठा लिया था और सहाव नाका के पास गाडी रोककर पति को बंधक बना लिया था और महिला को झाडियों में ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया था। छह बदमाशों ने बारी-बारी से महिला को अपनी हवश का शिकार बनाया और फिर बाद में महिला से नकदी, जेवरात आदि लूट ले गए थे। इस दिल दहला देने वाली वारदात के बाद जिले का पुलिस महकमा हरकत में आ गया था। दस दिनों की कडी मशक्कत के बाद पुलिस ने इस मामले में 13 मई को तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफतार कर जेल भेज दिया था। बाकी तीन आरोपियों की पुलिस लगातार तलाश कर रही थी। यह फरार आरोपी पुलस से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदलने में लगे थे। पर स्वाट टीम व कोतवाली पुलिस की कठिन मेहनत के चलते फरार चल रहे आरेापी भूरा पुत्र जलालुददीन निवासी गोहद जिला भिंड, रफीक उर्फ बांगडू उपर्फ टैनी पुत्र मजीद उर्फ अजीज निवासी ततारपुर कानपुर देहात, अली मुहम्मद उर्फ मास्टर पुत्र माशूक अजी निवासी ग्राम सैनपुर औरेया को मध्य प्रदेश्ज्ञ के भिंड जनपद के चरथर तिराहे से गिरफतार कर लिया। इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त की गई बुलेरो मैक्स गाडी, पीडित महिला का पर्स, 4900 रुपए, जेवरात, कपडे आदि बरामद किए गए हैं। बुधवार को पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने पुलिस लाइन में इसका खुलासा किया। उन्होंने बताया कि गिरफतार किए गए यह तीनों आरोपी शातिर किस्म के अन्तर्राज्यीय बदमाश हैं। इन्होंने राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के साथ औरेया, कानपुर नगर, कानपुर देहात, मैनपुरी, फर्रूखाबाद, इटावा, जालौन आदि जिलों में बडी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। गिरोह द्वारा की गई अन्य घटनाओं के बारे में अभी भी पूछताछ की जा रही है। बदमाशों को गिरफतार करने वाली टीम में स्वाट टीम प्रभारी अरुण कुमार तिवारी, जालौन कोतवाल महाराज सिंह तोमर, सर्विलांस प्रभारी ब्रजेश यादव, मनोज गुप्ता, सतेंद्र ंिसह, मनोज कुमार, रवि भदौरिया, नीतू कुमार, अमित कुमार, करनवीर सिंह, हरगोविंद, संजय आदि शामिल रहे। 

​माननीय की गाडी रोकने पर  दरोगा लाइन हाजिर!

 

कुछ न कुछ गड़बड़ कर ही देते दारोगा जी
ऋषी न्यूज संवाद उरई। 

उरई। सत्ता पक्ष के एक माननीय की गाडी रोकना दरोगा को भारी पड गया और उसे लाइन हाजिर कर दिया गया। सोमवार को जिले के पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने सिरसाकलार थाना में तैनात दरोगा धर्मेंद्र यादव को लाइन हाजिर कर दिया। इस कार्रवाई का खुले तौर पर कोई कारण नहीं बताया गया है। पर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त दरोगा ने एक दिन पूर्व ही भाजपा के एक माननीय की गाडी रोक ली थी। बस इसी बात से नाराज माननीय ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से कर दी। जिसका खामियाजा दरोगा को लाइन हाजिर होकर भुगतना पडा। बतातें चलें कि उक्त दरोगा कुठौंद थाने में तैनाती के दौरान भी विवादों में रहे हैं और इन्होंने मुफत में खाना न देने पर एक होटल संचालक की मारपीट कर दी थी। इतना ही नहीं होटल संचालक को बचाने आईं उसके परिवार की महिलाओं को भी नहीं बख्शा था। इसके बाद इन्हें कुठौंद थाने से हटा दिया गया था। 

​डायल  रॉन्ग नम्बर, फिर प्यार और रचा लिया विवाह

ताकते रहे परिजन, न्यायालय से भी मिली निराशा
घर के भागे प्रेमी जोडे ने की कोर्ट मैरिज, पुलिस ने मामले से हाथ खींचे 
एक वर्ष पूर्व घर से भागे थे प्रेमी-प्रेमिका 
मनोज शर्मा / हेमंत चैरसिया
ऋषी न्यूज संवाद उरई। 
उरई। एक वर्ष पूर्व घर से भागे प्रेमी जोडे को आखिरकार पुलिस ने कानपुर से बरामद कर लिया और कालपी कोतवाली ले आई। यहां पर पूछताछ के दौरान प्रेमिका ने बताया कि वह बालिग है और उसने कोर्ट मैरिज भी कर ली है। उसने अपने बालिग होने और कोर्ट मैरिज के प्रमाण दिखाए। इसके बाद पुलिस बैकफुट पर आ गई और उसने युवती को पति के सुपुर्द कर दिया। 
गौरतलब है कि कालपी के चौरासी गुम्बद के पास रहने वाली रजनी 20 वर्ष पुत्री ग्याप्रसाद निषाद बीती 26 मई 2016 को घर से लापता हो गई थी। इस मामले में युवती के परिजनो ंने गुमशुदगी की रिपोर्ट अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज कराई थी। पुलिस मामले की छानबीन कर रही थी। तभी पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कानपुर से उक्त युवती व उसके प्रेमी पति रंजीत निवासी काजीपुर संडीला जिला हरदोई को पकड लिया और उन्हें कालपी कोतवाली ले आए। यहां पर पूछताछ के दौरान प्रेमी जोडे ने बताया कि एक वर्ष पूर्व उनकी रॉन्ग कॉल से फोन पर बात हुई थी। इसके बाद दोनों में अक्सर बातें होने लगीं और प्यार हो गया। इस प्यार को परवान चढाने के लिए वह लोग घर से भाग गए और उन्होंने कोर्ट मैरिज कर ली। युवती ने अपने बालिग होने व कोर्ट मैरिज के प्रमाण पुलिस को दिखाए। जिसके बाद कोतवाली पुलिस बैकफुट पर आ गई और दोनों को पति-पत्नी मानते हुए युवती को पति के सुपुर्द कर दिया। इसके बाद उक्त प्रेमी अपने घर लौट गए। 

खंती में गिरी तेज रफतार बाइक, एक की मौत, दो घायल

 
शादी समारोह से वापस घर जाते वक्त हुआ हादसा 
घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में कराया भर्ती 
हेमंत चौरसिया 
ऋषी न्यूज संवाद उरई। शादी समारेाह से वापस घर जाते वक्त रास्ते में बाइक अनियंत्रित होकर खंती में जा गिरी। इससे एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

रामपुरा थाना क्षेत्र के कस्बा उमरी निवासी रिंकू दोहरे 30 वर्ष पुत्र दयानन्द सोमवार की शाम को अपने परिवार के भतीजे की बारात में शामिल होने के लिए भदेख थाना कुठौंद गए थे। देर रात जयमाला कार्यक्रम संपन्न होने के बाद वह अपने भाई सुखवीर व साथी रविंद्र कुमार के साथ बाइक पर सवार होकर वापस घर आने लगे। जब उनकी बाइक बावली मोड पर पहुंची तो अचानक अनियंत्रित हो गई और खाई में जा गिरी। इससे इससे रिंकू की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि रविंद व सुखवीर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्तपाल में भर्ती कराया गया है। 

​नगर पालिका के कार्य में गुलामी के प्रतीकों का महिमामंडन 

शहर के समाजसेवी ने जताई आपत्ति, डीएम को सौंपा ज्ञापन 
नगर  पालिका द्वारा घंटाघर पर कराया जा रहा निर्माण आया विवादों में
निर्माण में गुलामी के प्रतीक चिन्हों का इस्तेमाल करने का आरोप 
मनोज शर्मा

ऋषी न्यूज मुख्य संवाद ।

उरई शहर के बीचोंबीच स्थित घंटाघर चौराहे पर नगर पालिका द्वारा कराया जा रहा निर्माण इन दिनों विवादों में आ गया है। शहर के एक समाजसेवी ने इस निर्माण में गुलामी के प्रतीक चिन्हों को बनाए जाने का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की है। इसके साथ ही शहर के बीचोंबीच जिस तरह से निर्माण की अनुमति दे दी गई है उस पर भी सवाल उठाया है और इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। 
शहर के राठ रोड निवासी समाजसेवी व भाजपा नेता आशीष सेठ ने जिलाधिकारी नरेंद्र शंकर पांडेय को शिकायती पत्र सौंपा। जिसमें उन्हेांने बताया कि बीते दो वर्षों से घंटाघर चौराहे  पर नगर पालिका द्वारा एक निमा्रण कराया जा रहा है। इसे सार्वजनिक सरकारी अतिक्रमण भी कहा जाए तो गलत न होगा। अपने विशाल स्वरूप व देशवासियों के अपमान, नफरत, तिरस्कार से सुसज्जित प्रतीकों का निर्माण यहां पर कराया गया है। इनमें सांता क्लॉज के रूपक रंगों से सजे व परिसर के उच्च स्तम्भ पर अंग्रेजी साम्राज्यवाद का प्रतीक बिटिश संसद का प्रतीके बिग बेन, एलिजाबेथ क्लॉक टावर की उपरी कृति मौजूद है। इसी प्रतिबिंब ने हम देशवासियों को लंबे समय तक गुलाम बनाए रखा। जिसे आजाद कराने के लिए अनेकों क्रांतिकारी सर्वस्व न्यौछावर कर हंसते हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए। ऐसे प्रतीकों का सार्वजनिक स्थल पर महिमामंडन कर आजादी के क्रांतिकारियों के त्याग और बलिदान को व्यर्थ साबित करता है। निश्चित रूप से इन प्रतीकों का सार्वजानिक प्रदर्शन एव स्वतंत्र, स्वाधीन राष्ट के लिए अपमान व शर्म का विषय है। उन्हेांने कहा कि यह भी बेहद उच्चस्तरीय जांच का विषय है  की इस भीडभाड वाले महत्वपूर्ण स्थल पर किस खास प्रयोजन से ऐसा निर्माण संपन्न कराया जा रहा है। उन्होंने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है। 

​स्वच्छ रहोगे तभी तो स्वस्थ रहोगे

ग्रामीणों को बताए स्वच्छता के लाभ
प्रधान ने चलाया स्वच्छता अभियान

तौलिया के साथ मुफ्त में दिया हाँथ धुलने को साबुन
ऋषी न्यूज संवाद उरई।

गांव के लोग स्वस्थ रहे इसकी चिंता काबिलपुरा ग्राम पंचायत के युवा प्रधान को है। यही वजह है कि गांव में स्वच्छता अभियान चलाकर जागरूकता लाने का प्रयास कर रहे है। मंगलवार को सचिव के साथ मिलकर हाँथ धोने के साबुन के साथ तौलिया का वितरण किया। 

ग्राम पंचायत काबिलपुरा के प्रधान स्वयं प्रकाश ने सचिव महेंद्र वर्मा, एएनएम शंकुन्तला देवी के साथ स्वच्छता अभियान चलाया। ग्राम प्रधान ने कहा कि व्यक्ति के लिए सबसे अधिक जरुरी निरोगी काया होती है। आज आधुनिकता की अंधी दौड़ में स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता जरुरी है। भोजन करने से पहले हांथों को साबुन से साफ करे। घर के आसपास गंदगी न फैलाये। व्यक्ति के आय का एक बड़ा हिस्सा इलाज में हर वर्ष खर्च हो जाता है। इसे हम सब स्वच्छता रख कर रोक सकते है।इसलिए सभी लोग मिलकर स्वच्छता मिशन के हिस्सेदार बने। उन्होंने पीएम की इस पहल को ऐतिहासिक भी बताया। उन्होंने गांव के लोंगो को तौलिया और साबुन देकर इस्तेमाल जरूर करने का आग्रह किया। प्रधान को ग्रामीणों ने आश्वस्त किया कि वह गांव को स्वच्छ रखने में भी अपना योगदान करेंगे। इस मौके पर रमेश वर्मा, लल्लू, महेंद्र धुराम, रामलाल यादव,संतू, संतोष आदि ग्रामीण स्वच्छता अभियान में साथ रहे।

दबंगों की देखो दबंगई

कहीं जमीन का मामला तो कहीं हैण्डपम्प पर कब्ज़ा
आपस में भिड़े राशन विक्रेता और उपभोक्ता
पढ़े मनोज शर्मा के ऋषी न्यूज पोर्टल पर जालौन क्षेत्र की प्रमुख खबरें
हेमंत चौरसिया / अनुराग श्रीवास्तव की कलम से 

दबंगई : जमीन खरीद ली अब रूपये नहीं दे रहे
एसडीएम के दरबार में पहुंचा मामला

जालौन। दंबगो द्वारा खरीदी गयी जमीन की पूरी धनराशि न दिये जाने तथा जबरन ज्यादा जमीन पर कब्जा किये जाने की शिकायत पीडित ने कोतबाली मे की। बालम भटट निबासी भगबान दास तिबारी ने कोतबाली मे तहरीर देते हुये बताया। कि उसे अपने रियाहसी मकान का कुछ हिस्सा मजबूरी बस बेचना पडा। जिसकी सौदा रामशंकर से तय हो गयी। रामशंकर तथा उनके दो पुत्र अंकुर, अनुज ने मिल कर हमसे बैनामा तो करा लिया और कुछ रूपये बाद मे दे देगे हम उनके बातो मे आगये लेकिन उक्त तीनो आज तक शेष पडी धनराशि नही दी।इतना ही नही जो जगह खरीदी थी उससे भी ज्यादा जगह पर जबरन कब्जा कर लिया। पुलिस तहरीर लेकर जॉच शुरू कर दी।

&&&&&&&&&&&&&&&&&&&&&
सरकारी हैंडपंपों पर कब्जा 
जालौन। देवनगर चौराहे पर लगे सरकारी हैंड पंपो पर दुकानदारो ने कब्जा कर लिया है। राहगीर पानी की बूंद बूंद को तरस रहे हैं। जिसके चलते यात्री प्रदूषित पानी पीने को मजबूर। स्थानीय प्रशासन जान बूझ कर अनजान बना।
      जहॉ एक और भीषण गर्मी के चलते लोग पानी के लिये मुहताज है। तो वही यात्रा कर रहे यात्रियो को अपना गला तर करने के लिये सरकारी हैंडपंपो के पास पानी के लिये इधर उधर भटकना पड रहा हैं।तो बही हैंडपंपो के आस पास ढिलिया लगा कर दुकानदार उन पर अपना कब्जा जमाये हुये। बाहर से आये यात्रियो को हैंडपंप दिखाई नही देता जिसके चलते वे लोग वहीं दुकान दारो को पन्नी मे भरा प्रदूषित पानी बेच कर अपनी जेबे भर लेते े  है।जो लोग स्थनीय है बे लोग हैंडपंप तक पहुच तो जाते है। लेकिन बहॉ पडी गंदगी को देख कर वह भी प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हो जाते है। तो वही स्थानीय प्रशासन जान बूझ कर अंजान बना हुया है।
&&&&&&&&&&&&&&&&&&
 केरोसिन को लेकर कोटेदार व राशनकार्ड धारकों में झडप 
जालौन । मिटटी के तेल को लेकर कार्ड धारको तथा कोटे दार के बीच हुयी झडप, मामला कोतवाली तक पहुचा।
     कोतवाली के ग्राम पमा निवासी प्रधान कृष्ण पाल,नेपाल,बीर बहादुर आदि कार्ड धारको ने कोतबाली मे तहरीर देते हुये बताया कि गांब की महिला कोटेदार द्वारा हम लोगो को मिटटी का तेल नही दिया जाता है। इतना ही नही गाली देकर भगा दिया जाता है।तो बही कोटेदार माधुरी देबी ने बताया कि उक्त लोग जबरन एक ड्रम मिटटी के तेल की मांग करते है। असमर्थता जताने पर गाली देने लगे तथा वितरण रजिस्टर फाड कर 3360 रूपये छीन लिये। पुलिस ने दोनो की तहरीर लेकर   जाँच शुरू कर दी।              

0श्रमजीवी प्रेस क्लब ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन 
0धमकी देने वाले उरई सीओ को हटाने की मांग, आंदोलन की चेतावनी 

ऋषी न्यूज संवाद उरई। 

जिले के वरिष्ठ पत्रकार व एक न्यूज बेव पोर्टल के प्रधान संपादक केपी सिंह को फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी के मामले में सोमवार को पत्रकारों का आक्रोश फूट पडा और उन्होंने सीओ के ंखिलाफ जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपा। जिसमें उन्होंने कहा कि सीओ द्वारा दी गई धमकी लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर चोट है और मीडिया की आवाज को दबाने का प्रयास सीओ द्वारा किया जा रहा है।  इसलिए उरई सीओ को तत्काल पद से हटाया जाए। 
गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व ही जिले के पुलिस अधीक्षक ने महकमे में बडा फेरबदल किया था। इस फेरबदल में उरई कोतवाल संजय कुमार गुप्ता को भी उरई कोतवाली से हटाकर कालपी कोतवाली भेज दिया गया था। बताते चलें कि उरई में तैनाती के दौरान कोतवाल संजय गुप्ता ने भ्रष्टाचार के नए आयाम स्थापित किए थे और भ्रष्टाचार के मामले में अब तक यहां पर तैनात रहे सभी इंस्पेक्टरों को पीछे छोड दिया था। यहां तक उन्होंने पान-गुटखा वाले दुकानदारों तक से रंगदारी मांगनी शुरू कर दी थी। उनके स्थानांतरण के बाद जिले की एक प्रमुख बेव न्यूज पोर्टल पर खबर वायरल हुई। जिसमें कोतवाल संजय गुप्ता के खिलाफ लिखी कुछ लाइनों को लेकर उरई सीओ अरुण कुमार सिंह भडक उठे और उन्हेांने बेव न्यूज पोर्टल के प्रधान संपादक व जिले के वरिष्ठ पत्रकार केपी सिंह को फर्जी मुकदमे में फंसाने के साथ ही जेल तक भेजने की धमकी दे डाली। इस मामले की शिकायत वरिष्ठ पत्रकार द्वारा मुख्यमंत्री से भी की जा चुकी है, जिसमें आईजी जोन ने पुलिस अधीक्षक को पूरे मामले की जांच करने को कहा है। सोमवार को श्रमजीवी प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुरेश खरकया के नेतृत्व मंे करीब दो दर्जन पत्रकारों ने जिलाधिकारी नरेंद्र शंकर पांडेय को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने सीओ द्वारा किए गए कृत्य पर भारी नाराजगी जताई गई और ऐसे सीओ को तत्काल हटाए जाने की मांग की। पत्रकारों ने कहा कि अगर सीओ को न हटाया गया तो वह आंदोलन करेंगे सडकों पर उतरेंगे। जिलाधिकारी ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है। इस दौरान पत्रकार गोविंद दाउ, इरफान पठान, प्रदीप कुमार, देवेंद्र ंिसह जादौन, प्रमोद पाल, विशाल वर्मा, सत्येंद्र सिंह राजावत, अवधेश ंिसह बब्लू, अनुज कौशिक, राकेश कुमार बाथम आदि मौजूद रहे। 

​योगी के फैसले से अखिलेश को झटका

नगर निकाय चुनाव टला

नए सिरे से वार्डों का परिसीमन, आरक्षण रोस्टर और मतदाता सूची पुनरीक्षण कराने का आदेश

ऋषी न्यूज मुख्य संवाद।
योगी आदित्यनाथ को स्थानीय निकायों के लिए अखिलेश सरकार की तैयारियों में खोट नजर आई है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने नए सिरे से वार्डों का परिसीमन, आरक्षण रोस्टर और मतदाता सूची पुनरीक्षण कराने का आदेश दिया है। सरकार ने यह साफ नहीं किया है कि इस काम में कितना वक्त लगेगा और निकाय चुनाव किस महीने में कराए जाएंगे। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक वार्डों के परिसीमन और मतदाता सूची दुरुस्त करने के काम में कम से कम दो महीना लगना तय है। ऐसे में अगले निकाय चुनाव जुलाई के बाद यानी अगस्त में संभव हैं। 

गौरतलब है कि मई माह में स्थानीय निकायों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। बीते दिवस कानपुर में कानून-व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के बाद योगी आदित्यनाथ ने निकाय चुनाव फिलहाल नहीं कराने की बात कही। योगी के मुताबिक पिछली सरकार ने अपनी मनमर्जी से वार्डों का परिसीमन किया था, इसके अलावा स्थानीय सपा नेताओं के इशारे पर मतदाता सूची में नाम जोड़े-घटाए गए हैं। योगी ने जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद में स्पष्ट कहाकि इस मतदाता सूची से चुनाव कराना उचित नहीं होगा, ऐसे में नए सिरे से चुनाव तैयारियों को सरकार दुरुस्त करने के बाद ही निकाय चुनावों की घोषणा करेगी। योगी ने कहाकि नगरीय निकाय चुनाव को लेकर पूरे प्रदेश से लाखों शिकायतें मिली हैं कि अमुक-अमुक इलाकों में फलां-फलां पार्टियों के समर्थकों के नाम बड़े पैमाने पर हटाए गए हैं। 
From : Patrika news

हवा हवाई साबित हुआ पानी के इंतजाम का वादा

सीएम योगी का फरमान बेअसर
सफेद हाथी बनी भदवां गांव की पानी टंकी 
भीषण गर्मी में भी लोगों को पानी के लाले
नहीं मिल पा रहा पानी टंकी का लाभ 
 लोगों को भटकना पड रहा दर-दर 
ऋषी न्यूज संवाद जालौन। जालौन क्षेत्र के ग्राम भदवां मे बनी पानी की टंकी सफेद हाथी के समान खडी है। पिछले दस बर्षो से उक्त टंकी का कोई ग्रामीण लाभ नही ले पा रहे हैं। गांव सहित आसपास के ग्रामीण पानी की बूंद बूंद के लिये मोहताज हैं। ऐसे में सीएम का बेहतर पानी के इंतजाम का वादा कोरा साबित हो रहा। 
         भदवॉ मे बनी पानी की टंकी का आस पास के गांव सहित गांव के ग्रामीण कोई लाभ नही उठा पा रहे। भीषण गर्मी के चलते निजी हैंडपंपों तथा बोरिगो ने जबाब दे दिया है। जिसके चलते ग्रामीण पानी की बूंद बूंद के लिये मोहताज हैं । तो वही पानी का एक मात्र सहारा सरकारी हैंडपंप तथा पानी की टंकी बचा हुआ है। इस टंकी से भदवा, जीपुरा, नबीपुरा आदि आधा दर्जन गांव के ग्रामीणो को पानी की सप्लाई की जाती है। सरकार द्वारा लाखो रूपये खर्च किये जाते है। लेकिन उसका लाभ जनता को नही मिल पाता है। ग्रामीण अरबिंद, नीरज, निहाल आदि ने बताया कि उक्त पानी की टंकी बर्ष 2000 मे जल निगम द्वारा बनाई गयी थी। इसकी लाइने आस पास के गांव मे डाली गयी थी। लेकिन इसकी सुबिधा ग्रामीण ज्यादा दिनो तक नही ले सके। सूचना प्रशासन को दी गयी। लेकिन पिछले 10 बर्षो से पानी की सप्लाई शुरू नही हो सकी।  अब यों कहें कि अधिकारियों को सीएम के आदेशों की कोई परवाह नहीं है । यही वजह है पेयजल व्यवस्था का कई इलाकों में बुरा हाल है।

​दहेज की मांग पूरी न होने पर ससुरालियों ने नवविवाहिता को निकाला 

0पीडित नवविवाहिता ने कोतवाली पुलिस को दी तहरीर 
0पीडिता की तहरीर पर पुलिस ने  आरोपी ससुरालियों के खिलाफ दर्ज की दहेज  उत्पीडन की रिपोर्ट 
ऋषी न्यूज संवाद जालौन। दहेज की मांग पूरी न होने पर ससुरालियों ने नवविवाहिता का उत्पीडन शुरू कर दिया और उसे आए दिन प्रताडित करने आए। जब इससे भी दहेज लोभियों का मन नही भरा तो वह नवविवाहिता को उसके मायके छोड आए। अब पीडिता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी ससुरालीजनो ंके खिलाफ दहेज उत्पीडन की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।  
    कोतबाली क्षेत्र के बीर पुरा निबासी सुमन देबी पुत्री लाल जी ने कोताबाली मे तहरीर देते हुये बताया कि उसकी शादी वर्ष 2015 मे गढगुवा निबासी रमेशचंद्र के पुत्र सौरभ के साथ हुयी थी। शादी मे पिता ने अपने सामर्थ के अनुसार दहेज 8 लाख दिया शादी के बाद ससुराल जाने पर सास बिनीता, ससुर रमेश, देबर अभिषेक, ननद पूजा तथा पति सौरभ द्वारा इण्डिका कार की मांग की गयी। मैने कहा कि मेरे पिता की इतनी सार्मथ नही है। कि वह कार दे सके। इससे नाराज ससुराली जन मार पीट कर उसका उत्पीडन करने लगे। शनिबार की शाम उक्त पाचो ने मार पीट कर जबरन बीर पुरा गांव के बाहर छोड दिया।पुलिस ने मामले की तहरीर लेकर उक्त लोगो के खिलाफ मुकदमा पंजी क्रत कर लिया है।

रोजगार मेले में 468 छात्र-छात्राओं को मिला रोजगार

 

0 शहर के रामनगर स्थित वंडर प्ले पब्लिक स्कूल में आयोजित किया गया रोजगार मेला 
0छात्र-छात्राओं को पढाया गया अनुशासन व शिक्षित होने का पाठ 

ऋषी न्यूज संवाद उरई। शहर के मोहल्ला रामनगर में स्थित वंडर प्ले पब्लिक स्कूल में रविवार को रोजगार मेले का आयोजन किया गया। जिसमें करीब सात सैकडा छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस दौरान तकरीबन चार सैकडा छात्र-छात्राओं को नौकरी के लिए चयनित किया गया। नौकरी पाकर छात्र-छात्राओं के चेहरे खुशी से चहक उठे। इस दौरान उन्होंने हर्ष जताया। इस मौके पर छात्र-छात्राओं को अनुशासन व शिक्षा का पाठ पढाया गया। 
रविवार को वंडर प्ले पब्लिक स्कूल रामनगर में इन्फोपार्क द्वारा रोजगार मेला का आयोजन कराया गया। जिसमें 680 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस मेले में कई मल्टीनेशनल कंपनियों के एचआर व उनकी टीम उपस्थित रहीं जिन्होंने छात्र-छात्राओ के इंटरव्यू लिए। मेले में सर्वाधिक चयन लॉयन्स वर्कफोर्स सॉल्यूशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा लिए गए। उक्त कंपनी ने कुल 213 छात्र-छात्राओं का चयन किया। वहीं 102 छात्र ईजी नौकरी के द्वारा चयनित किए गए। चयनित हुए छात्रों में बीसीए, पीजीडीसीए, ओ लेवल के साथ कौशल विकास टेनिंग के छात्र रहे। विगत सप्ताह में भी संस्थान के 45 छात्र रोजगार के लिए चयनित हुए थे। विगत वर्षों में इन्फोपार्क ने जिले में श्रेष्ठ व अनुशासित कम्प्यूटर शिक्षा देने वाला संस्थान रहा है। इसके लिए इन्फोपार्क को जिले का सर्वश्रेष्ठ संस्थान का पुरूस्कार भी मिला है। हर वर्ष बीसीए छात्रों के बीटीसी में सर्वाधिक चयन इन्फोपार्क से ही रहे। जिससे सरकारी संस्थान व प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत छात्र संस्थान के हैं। इस मौके पर इन्फोपार्क के डायरेक्टर अभय द्विवेदी ने कहा कि संस्थान का उददेश्य ही बच्चों को सर्वश्रेष्ठ व अनुशासित तथा संस्कारित शिक्षा देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। मेले में भाग लेने वाले सभी छात्र छात्राओं मे ंसे कुल 468 छात्र-छात्राएं चयनित हुए। इन्फोपार्क डायरेक्टर अभय द्विवेदी ने बताया कि संस्थान के छात्र हर क्षेत्र में अपनी सफलता के झंडे गाढ चुके हैं। बैंक, सीमा सुरक्षा बल, पुलिस, नेवी, अस्पताल, पोस्ट ऑफिस, कलेक्टेट से लेकर एयरपोर्ट आदि स्थानों पर छात्र कार्यरत हैं। उन्होंने चयनित हुए छज्ञत्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई दी। इस मौके पर अमित, रविंद्र, उमंग, आश्नपा, करमजीत, प्रकाश, विनीत, महेंद्र सेन्टर हेड हयात फातिमा आदि उपस्थित रहे। 

​लाइनमेंन करंट से झुलसा, गंभीर 

0कदौरा थाना क्षेत्र के ग्राम बबीना की घटना 
0हालत गंभीर होने पर लाइनमेन को उरई जिला अस्पताल किया गया रेफर 
ऋषी न्यूज संवाद उरई। लाइन ठीक करने के लिए खंभे पर चढे लाइनमेन को अचानक करंट लग गया। इससे वह खंभे से नीचे गिर गया। गंभीर रूप से झुलसने व चुटहिल होने पर उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कदौरा ले जाया गया। जहां पर उसकी हालत नाजुक होने के कारण उरई जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां पर लाइनमेन का उपचार किया जा रहा है। 
आटा थाना क्षेत्र के ग्राम अकोढी निवासी मानसिंह 34 वर्ष पुत्र प्रभूदयाल कदौरा फीडर में संविदा लाइनमेन के पद पर तैनात है। बीती शनिवार की रात वह बबीना में एक खम्भे पर फाल्ट ठीक करने गया था। बताया जा रहा है कि खंभे पर चढने से पहले उसने शटडाउन नहीं लिया। जिसके चलते खंभे पर चढते ही उसे करंट लग गया और वह नीचे जमीन पर आकर गिर पडा। इससे वह बुरी तरह झुलसने के साथ ही चुटहिल भी हो गया। इसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने उसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कदौरा भेजा। जहां पर हालत नाजुक होने के कारण उसे उरई जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। यहां पर उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। बताया यह भी जा रहा है कि लाइनमेन शटडाउन लेकर खंभे पर चढा था पर बीच में ही लाइन चालू कर दी|

भाजपा के लिए आसान नहीं पालिका की डगर

 

अतिक्रमण अभियान बन सकता बड़ी वजह

बड़े कब्जाधारियों को प्रशासन ने बक्शा छोटों पर गाज

पूरे अभियान के दौरान भाजपा के जनप्रतिनिधि व नेता भी साधे रहे चुप्पी

ऋषी न्यूज संवाद उरई से हेमंत चौरसिया। नगर पालिका को भले ही भाजपा का गढ माना जाता हो, पर इस सीट पर फिर से विजय पताका लहराना इस बार भी भाजपा के लिए आसान नहीं होगा। वजह साफ है, बीते करीब आधा माह से चल रहे अतिक्रमण अभियान के दौरान व्यापारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पडा। उन्होंने अपनी परेशानियों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर भाजपा के जनप्रतिनिधियों व नेताओं तक से संपर्क किया। पर व्यापारियों की एक न सुनी गई। भाजपा के जनप्रतिनिधि व नेता भी पूरे अभियान के दौरान चुप्पी साधे रहे। जिसके चलते छोटे व्यापारी वर्ग में भाजपा नेताओं के प्रति रोष है। इसका असर आगामी निकाय चुनाव में पड सकता है।
गौरतलब हो की उरई नगर पालिका अध्यक्ष की सीट पर अधिकांश समय भारतीय जनता पार्टी का ही कब्जा रहा है। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय बाबूराम एमकॉम भी अपनी राजनीति के शुरूआती दौर में नगर पालिका के अध्यक्ष रहे। इसके बाद मीना वर्मा, काशी वर्मा आदि भाजपा नेताओं ने भी उरई पालिकाध्यक्ष की कुर्सी संभाली। पिछले निकाय चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी गिरजा चौधरी ने सभी प्रत्याशियों को धूल चंटाते हुए भारी मतों से जीत दर्ज की थी। अब निकाय चुनाव की सरगर्मी फिर से शुरू हो गई है और हाल ही में भाजपा ने विधानसभा के चुनाव में भारी भरकम जीत हासिल की है। इसके चलते भाजपा के नेता यह मानकर चल रहे हैं कि उरई पालिकाध्यक्ष की सीट पर फिर से भाजपा का ही कब्जा होगा। पर उनके इस सपने को झटका लग सकता है। कारण यह है कि हाल ही में प्रशासन द्वारा व्यापक पैमाने पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया है। इस अभियान में सैकडों दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खडा हो गया है। इन पीडित दुकानदारों ने कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई। भाजपा के जनप्रतिनिधियों से लेकर नेताओं तक की चौखट पर दस्तक दी। पर निष्कर्ष शून्य ही रहा। पूरे अभियान के दौरान भाजपा के जनप्रतिनिधि व नेता चुप्पी साधे रहे और सब कुछ उजडते हुए देखते रहे। भाजपा जनप्रतिनिधियों व नेताओं की इस चुप्पी से शहर के व्यापारी वर्ग में भाजपा नेताओं के प्रति काफी नाराजगी है। गौर करने वाली बात यह भी है कि उरई नगर पालिका में व्यापारी वर्ग का एक बडा वोट बैंक है। अगर यह वोट बैंक भाजपा के हाथ से छिंटका तो भाजपा को उरई पालिकाध्यक्ष की सीट से भी हाथ धोना पड सकता है। इससे पूर्व भी शहर में कई बार अतिक्रमण अभियान चलाया गया। अभियान शुरू होने के साथ ही सत्ता पक्ष के नेता अपनी राजनीति बचाने के चक्कर में प्रशासन पर दबाव बनाकर इसे रुकवा देते थे। पर इस बार ऐसा नहीं हुआ और इसका खामियाजा सैकडों दुकानदारों को भुगतना पडा। आधा माह के इस अभियान में छोटा व्यापारी वर्ग ही निशाने पर रहा |

​शौचालय योजना में कोंच नगर पालिका का भ्रष्टाचार

  बिना जांच किए नियमों को ताक पर रखकर बांट दी गईं शौचालय की चेेंके
 कहीं पहले से ही बने शौचालय, तो कहीं चेक लेने के बाद भी नहीं कराया निर्माण 
 पालिका  सभासद ने एसडीएम से की मामले की शिकायत​
रिपोर्ट: हेमन्त चौरसिया

  ऋषी न्यूज संवाद उरई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन योजना को कोंच नगर पालिका द्वारा पलीता लगाया जा रहा है। स्वच्छता मिशन के तहत बनाए जा रहे शौचालयों में कोंच नगर पालिका द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गया। कई ऐसे लोगों को इस योजना का लाभ दे दिया गया जिनके घरों में पहले से ही शौचालय बने हैं। जबकि कई लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने चेक लेने के बाद भी शौचालयों का निर्माण नहीं कराया। इन्हीं मामलों को लेकर कोंच नगर पालिका की एक सभासद ने एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा है। जिसमें उन्होंने संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की है।  
कोंच नगर पालिका की सभासद रजनी देवी कुशवाहा ने शनिवार को एसडीएम मोइनुल इस्लाम को शिकायती पत्र सौंपा। इसमें उन्होंने बताया कि कोंच नगर पालिका के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत चलाई जा रही शौचालय योजना में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया  िकइस योजना के तहत मिलने वाली चेकों को बिना जांच किए बांट दिया गया। जिसके चलते कई ऐसे लोगों को चेकें मिल गईं जिनके घरो में पहले से  ही शौचालय बने हुए थे। जबकि कई ऐसे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने चेक मिलने के बाद भी अपने घरों में शोचालय नहीं बनवाए। ऐसे ही एक मामले का शिकायतकर्ता सभासद ने हवाला भी दिया है। जिसमें उन्होंने बताया कि मोहल्ला गोखलेनगर वार्ड नंबर 17 निवासी कविता पत्नी सुनील कुमार को भी शौचालय निर्माण की चेक दे दी गई। जबकि वह इसके पात्र ही नहीं हैं। उन्होंने बताया कि उक्त महिला का पति सुनील कुमार होमगार्ड है। इसके बाद भी उन्हें इस योजना का लाभ दे दिया गया। ऐसे ही कई ओर भी मामले में जिसमें अपात्रों को योजना का लाभ दे दिया गया। महिला सभासद ने मांग की है की मामले में निष्पक्ष जांच कराई जाए ओर दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।                                                  

​लघु सिंचाई विभाग का एक और घोटाला 

कागजों में कर दी बोरिंग, किसान काट रहा चक्कर
 

पीएम से लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों तक हो चुकी शिकायत

 घोटाला करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

मनोज शर्मा / हेमन्त चौरसिया 
ऋषी न्यूज मुख्य संवाद । 

लघु सिंचाई विभाग में एक और घोटाला सामने आया है। बोरिंग के नाम पर हो रहे खेल में पूरा सिस्टम लागा हुआ है। विभागीय लोंगो का खेल तो देखिए! विभाग के कागजों में पूर्ण हो चुकी बोरिंग संबंधित किसान को अपने खेत पर ढूंढे नहीं मिल रही है। इसकी तलाश में पीडित किसान कई बार प्रधानमंत्री से लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों तक से गुहार लगा चुका है। पर अभी तक उसे यह नहीं बताया जा रहा है कि आखिरकार बोरिंग किस जगह पर हुई है। अब पीडित किसान ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री को संबोधित शिकायती पत्र जिलाधिकारी को सौंपा है और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।  
विकास खंड डकोर के ग्राम वर्ध निवासी मूलचंद्र द्विवेदी पुुत्र भगवानदास द्विवेदी ने प्रधानमंत्री को संबोधित शिकायती पत्र जिलाधिकारी नरेंद्र शंकर पांडेय को सौंपा। इसमें उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 में उसने अपने खेत में मध्यम गहरी बोरिंग कराने के लिए 36500 रुपए जमा किए थे। आठ माह बीत जाने के बाद भी जब उसकी बोरिंग नहीं हुई तो पीडित किसान ने लघु सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता को फिर से शिकायती पत्र सौंपा। इसके बाद पीडित किसान के पास बोरिंग पूरी होने का प्रमाण पत्र डाक के द्वारा उसके घर भेज दिया गया। अंधेर की बात तो यह है कि छह साल बीत जाने के बाद भी उक्त पीडित किसान अभी तक अपने खेत पर लघु सिंचाई विभाग द्वारा कराई गई बोरिंग नहीं ढूंढ पाया है। बोरिंग ढूंढने के लिए पीडित किसान कई बार अधिकारियों से शिकायत भी कर चुका है, पर उसकी शिकायतों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब किसान ने एक बार फिर से नवागंतुक जिलाधिकारी नरेंद्र शंकर पांडेय को शिकायती पत्र सौंपा है और लघु सिंचाई विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।   

अब तो टेंडर की आड़ खूब चीरेंगे बेतवा का सीना

 

नेता, अफसर, पट्टाधारक गठजोड़ फिर बनने के आसार

मौरंग खनन माफिया मन ही मन खुश

वैद्य खनन करके छह महीने में कैसे निकाल पाएंगे दो लाख 20 हजार घनमीटर बालू

पथरेहटा घाट में खनन के लिए हुआ टेंडर चर्चा का विषय

टेंडर के हिसाब से जिले में अवैध खनन पिछली सरकार से भी अधिक होने की संभावना
मनोज शर्मा / हेमन्त चौरसिया

ऋषी न्यूज मुख्य संवाद |

विधानसभा चुनाव में अवैध खनन को मुद्दा बनाकर भारतीय जनता पार्टी ने भले ही जीत हासिल  कर भगवा सरकार बना ली हो, पर हकीकत यह है कि जिस तरह से खनन के लिए टेण्डर दिए गए हैं उस लिहाज से अवैध खनन होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता | पिछली सरकार में 50 एकड के पट्टे में डेढ लाख घनमीटर बालू निकालने की अनुमति मिलती थी। जबकि इस बार भाजपा  सरकार में हुए टेंडर में मात्र 22 एकड के पट्टे में छह माह में ही दो लाख घन मीटर से अधिक बालू निकालने की अनुमति सरकार द्वारा दी गई है। अब सवाल यह उठ रहा है कि वैद्य खनन कराकर इतने कम समय में इतनी अधिक बालू कैसे निकाल सकेंगे। इसलिए यह पूरी संभावना जताई जा रही है कि एक बार फिर से जिले में अवैध खनन का कारोबार पनप सकता है। हालांकि इस बारे में विभागीय अधिकारियों का कहना है कि किसी भी सूरत में अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा। अब देखना यह है कि विभागीय अधिकारियों का यह दावा पूर्व की तरह हवा-हवाई साबित होता है या फिर वाकई अवैध खनन को रोकने के लिए खनिज विभाग मानसिक रूप से तैयार हो पाएगा! नेता,अफसर और पट्टाधारक गठजोड़ योगी मंशा और बीजेपी चुनावी दावे भी निकल सकते है |
गौरतलब है कि जिले में बालू खनन के लिए विगत सप्ताह पथरेहटा घाट का टेंडर निकाला गया था। 15 करोड 64 लाख रुपए में यह टेंडर भोपाल की फर्म कॉमर्स एसोसिएट्स को दिया गया है। जो कि 22 एकड के पट्टे में बालू का खनन करेगी। इस टेंडर प्रक्रिया में खास बात यह है कि सरकार द्वारा 22 एकड के इस पट्टे में छह माह में दो लाख 20 हजार घनमीटर बालू खनन करने की अनुमति दे दी गई है। जबकि यह संभव नहीं है कि वैद्य तरीके से मजदूरों के माध्यम से खुदाई कराकर इतनी बालू छह महीने के अंदर निकाली जा सके। गौर करने वाली बात यह है कि इससे पूर्व सपा सरकार में वर्ष 2015 तक 50-50 एकड के पट्टे एक वर्ष के लिए हुए थे और इस 50 एकड के पट्टे से मात्र डेढ लाख घन मीटर बालू निकालने की अनुमति पर्यावरण मंत्रालय द्वारा दी गई थी। अगर पिछली सपा सरकार व वर्तमान की सरकार द्वारा दिए गए खनन के पट्टों की तुलना करें तो इस बार टेंडर में पहले की अपेक्षा नौ गुना से अधिक बालू उठाने की अनुमति सरकार द्वारा दे दी गई है। अब सवाल यह उठता है कि इतनी अधिक बालू मात्र छह महीने में मजदूरों के माध्यम से कैसे निकाली जा सकेगी? इससे जाहिर हो रहा है कि कहीं न कहीं अवैध तरीके से खनन करके नदियों का सीना चीरते हुए बालू निकाली जा सकती है। अगर ऐसा हुआ तो योगी सरकार भी पूर्व की सरकारों की तरह आरोपों में घिर जाएगी। हालांकि इस बारे में खनिज अधिकारी राजेश कुमार सिंह का कहना है कि टेंडर लेने वाली फर्म को छह महीने का समय दिया गया है। समय पूरा होने के बाद इसे आगे नहीं बढाया जाएगा। साथ ही यह भी निगाह रखी जाएगी कि संबंधित फर्म चिन्हित जगह के अलावा और कहीं से बालू न निकाले। किसी भी सूरत में अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा।
खनन टेंडर होने के बाद भी गरीबों की पहुंच से दूर रहेगी बालू

जिले में बालू खनन का टेंडर भले ही हो गया हो, पर यह बालू अभी भी गरीबों की पहुंच से  दूर रहेगी। कारण यह है कि पिछली  सपा सरकार में 150 रुपया प्रति घनमीटर बालू के हिसाब से रॉयल्टी बसूली जाती थी। अब योगी  सरकार में यह रॉयल्टी करीब पांच गुना बढा दी गई। अब यह  रॉयल्टी 716 रुपए प्रति घनमीटर के हिसाब से बसूली जा रही है। जब सरकार पट्टा धारक से पांच गुना अधिक रॉयल्टी बसूल कर रही है तो फिर पट्टाधारक इस बालू को बाजार में किस रेट में बेचेगा। जाहिर है कि जब रॉयल्टी पांच गुना बढ गई है तो बाजार में बालू के दाम भी कम से कम दस गुना से अधिक बढेंगे। ऐसे में बालू गरीबों की पहुंच से अभी भी दूर रहने वाली है। इन खनन पटटों का गरीबों को कोई लाभ नजर नहीं आ रहा हैै।
ढाई मीटर से अधिक हुई खुदाई तो डूब जाएंगे सैकडों गांव

हाल ही में हुए पथरेहटा घाट पर बालू खनन के  टेंडर में ढाई मीटर तक खुदाई करके बालू निकालने की अनुमति दी गई है। पर अब तक यह देखा गया है कि कभी भी नियमानुसार बालू की खुदाई नहीं हुई। ऐसे में अगर यही क्रम आगे भी जारी रहा और ढाई मीटर से अधिक खुदाई करके बालू निकाली गई तो इससे किसानों को बडा नुकसान होगा और सैकडों गांव पानी में डूबने की संभावनाएं बढ जाएगीं।
क्या एनओसी जारी होने से पहले होगी जनसुनवाई!

जिला प्रशासन द्वारा इतनी कम जगह से अत्याधिक बालू निकालने की अनुमति दिए जाने के बाद संबंधित क्षेत्र के किसानों की मुश्किलें और भी बढ सकती हैं। इससे किसानों की चिंताएं भी बढ गई हैं। गौरतलब है कि इससे पूर्व जब भी पर्यावरण मंत्रालय खनन की एनओजी जारी करता था उससे पूर्व जनसुनवाई की जाती थी और संबंधित क्षेत्र के किसानों की आशंकाओं के बारे में पूछा जाता था। इस बार भी इसी जनसुनवाई को लेकर किसानों की उम्मीदें टिकी हुई हैं। इस बारे में खजिन अधिकारी राजेश कुमार ंिसह का कहना है कि अगर पर्यावरण मंत्रालय चाहेगा तो एनओसी जारी करने से पूर्व जन सुनवाई कर सकता है। ⁠⁠⁠⁠

कहीं चोरी , ठगी तो कहीं हुई लूटपाट

चोरों ने किया हाथ साफ

पढ़े ऋषी न्यूज पर जालौन की 6 ख़बरें

१ – मंदिर के पुजारी को बनाया ठगी का शिकार

जालौन। दो युवकों ने मंदिर के पुजारी को ठगी का शिकार बनाया। दोनों युवक अनुष्ठान के नाम पर सोने की जंजीर ले उड़े। पीड़ित पुजारी ने मामले की तहरीर कोतवाली में दी। तो वहीं, पुलिस ने पुजारी के बताए हुलिए के आधार पर ठगी करने वाले दोनों युवकों की तलाश शुरू की।

कोतवाली रोड स्थित सरस्वती मंदिर के पुजारी हृदेश कुमार मिश्रा मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं। शुक्रवार की सुबह लगभग 9 बजे मंदिर पर दो युवक आए और मंदिर में पूजा व अनुष्ठान करने की बात कही। इसके एवज में उन्होंने पुजारी को चढ़ौती देने की बात भी कही। चढ़ौती से पूर्व उन्होंने पुजारी से मांग रखी कि उन्हें किसी ने बताया है कि वह किसी सोने की वस्तु को स्पर्श करें तभी उनकी बाधा दूर होगी। युवकों की बातों पर विश्वास करके पुजारी अपने पड़ोसी शिवशंकर निरंजन के घर से एक सोने की जंजीर मांग कर ले आए और उस जंजीर को युवकों को स्पर्श करने के लिए दे दिया। जंजीर हाथ लगते ही दोनों युवक पुजारी को चकमा देकर जंजीर समेत वहां से भाग निकले। ठगी के शिकार हुए पुजारी ने मामले की तहरीर कोतवाली में दी है। तो वहीं, पुजारी के बताए हुलिए के आधार पर पुलिस ने ठगी करने वाले दोनों युवकों की तलाश शुरू की।

 

२ -पंचर की दुकान का ताला तोड़ा

जालौन। पंचर की दुकान का ताला तोड़कर दुकान में रखे लगभग 40 हजार रुपये के टायर व ट्यूब के साथ एक हजार रुपये नगद चोरी कर ले जाने की सूचना पीड़ित दुकानदार ने कोतवाली में तहरीर देते हुए की।

कोतवाली क्षेत्र के ग्राम लहचूरा निवासी संतराम ने पुलिस को बताया कि वह गांव के बाहर पंक्चर की दुकान किए है। गुरुवार की रात वह दुकान बंद कर घर चला गया। तभी रात्रि में अज्ञात चोरों ने दुकान का ताला तोड़कर दुकान में रखे लगभग 40 हजार रुपये कीमत के टायर ट्यूब सहित एक हजार रुपये नगद चोरी कर ले गए। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने चोरों की तलाश शुरू की।

३ – शराब के लिये पैसा न देने पर पेट्रोल पम्प कर्मी को लूटा

जालौन। पेट्रोल पंप पर काम कर घर जा रहे पेट्रोल पंप के कर्मचारी को दबंग रास्ते में रोककर शराब के लिए रुपये देने की मांग करने लगे। मना करने पर दबंग युवक के साथ मारपीट कर 2700 रुपये छीनकर भाग निकले। पीड़ित युवक ने मामले की तहरीर कोतवाली में दी। तो वहीं, पीड़ित की तहरीर पर पुलिस मामले की जांच में जुटी।

कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला पहलवानबाड़ा निवासी सत्येंद्र कुमार ने पुलिस को बताया कि वह पेट्रोल पंप पर गाड़ियों में पेट्रोल डालने का कार्य करता है। गुरूवार की रात्रि लगभग 8 बजे वह काम करके वापस घर जा रहा था। तभी रास्ते में उसके मोहल्ले के ही दबंग रानू व ऊदल ने उसे जबरन रोककर उससे शराब के लिए रुपये देने की मांग करने लगे। जब उसने रुपये देने से इंकार किया तो दोनों ने उसके साथ मारपीट कर उसकी जेब में पड़े 2700 रुपये छीन लिए। इतना ही नहीं पुलिस से शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।

४ – कोटेदार की दुकान का निरीक्षण एसडीएम ने

कोंच(जालौन)। उपजिलाधिकारी मुईनुल इस्लाम और क्षेत्रीय खाद अधिकारी अखिलेश कुमार ब्लाक के ग्राम घुसिया जा पहुंचे जहां गांव में कोटेदार की गोदाम का निरीक्षक किया। कोटेदार को बुलाकर कहा कैसे वितरण करते हो गांव की पात्र ग्रहस्थी और अंत्योदय कार्ड धारकों की सूची दिखाइए अगर सूची में कोई बड़ा आदमी आ गया हो तो उसको सूची से हटायें और उन्हें खाद सामग्री कतई न दें। उन्होंने स्टॉक रजिस्टर को भी देखा और गांव के लोगों से पूंछा कि क्या कोटेदार समय से खाद सामग्री का वितरण करता है। दुकान के बारें में भी ग्रामीणों से पूंछा गुप्त तरीके से कोटेदार का विरोध करते रहे।फिलहाल दूकान पर जब तक अधिकारी रहे कोटेदार के पसीना ही बहता नजर आया और वह तनाव में रहा।

 
५ – उधारी वापस मांगने पर मुकदमे में फंसाने की धमकी

जालौनउधार लिए रुपये वापस न लौटाने एवं मांगने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दिए जाने की शिकायत पीड़ित ने पुलिस महानिदेशक से की है।

कोतवाली क्षेत्र के ग्राम हरकौती निवासी अशोक कुमार ने पुलिस महानिदेशक को पत्र प्रेषित करते हुए लिखा कि उसके पड़ोसी सीताशरण की मृत्यु के बाद वह उनकी पत्नी विनीता देवी के परिवार का भरण पोषण पिछले 15 वर्षों से कर रहे थे। इसी दौरान उसकी नियुक्ति गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय में रसोइया के पद पर हो गई। इसके बाद उक्त महिला ने दूसरों के बहकावे में आकर उस पर मुकदमा दर्ज करा दिया। इसके बाद जब उसने उक्त महिला से अपने 25 हजार रुपये मांगे तो वह उसे दूसरे झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगी। पीड़ित ने पुलिस महानिदेशक से न्याय की गुहार लगाई है।

६ – जन सवालों को लेकर प्रदर्शन 25 मई को

जालौनसार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार, मनरेगा के बजट में कटौती, निजीकरण के खिलाफ, कृषि संकट, न्यूनतम वेतनमान, श्रम कानूनों में सुधार, रेहड़ी, खोमचा एवं पटरी दुकानदारों के पंजीयन सहित प्रदेश में बढ़ते अपराधों के खिलाफ भारतीय मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी आगामी 25 मई को स्थानीय ब्लॉक कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेगी। यह जानकारी पार्टी के जिला सचिव कमलाकांत वर्मा ने

 

 

निकाय चुनाव आरक्षण की सुगबुगाहट दावेदारों में बेचैनी

 

  उरई नगर पालिका अध्यक्ष की सीट पर सबसे ज्यादा घमासान 

कहीं सामान्य तो  कहीं पिछडा वर्ग महिला के लिए सीट आरक्षित होने की चर्चा 

पहले से ही गोटें बिछाए बैठे दावेदार, आरक्षण जारी होने का कर रहे इंतजार 

ऋषी न्यूज संवाद उरई। विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब निकाय चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। जल्द ही निकाय चुनाव का आरक्षण जारी होने वाला है। इसके चलते चुनाव लडने के दावेदारों ने भी कमर कस ली है और आरक्षण जारी होने से पहले ही गोटें बिछा दी हैं। जिले में सबसे ज्यादा घमासान उरई नगर पालिका सीट को लेकर है। उरई पालिका की सीट पर लंबे अर्से बाद आरक्षण बदलने की सुगबुगाहट है। इसके चलते यहां पर अभी से ही करीब आधा सैकडा दावेदार उत्पन्न हो गए हैं। यह सीट सामान्य या पिछडा वर्ग महिला के लिए आरक्षित होने की संभावना है। जिसके चलते इन वर्गों के दावेदारों ने अभी से ही अपनी तैयारी कर रखी है और आरक्षण जारी होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।  गौरतलब है कि उरई नगर पालिका की सीट दो दशक से दलित वर्ग के लिए आरक्षित है। पिछले निकाय चुनाव से पूर्व यह सीट सामान्य होने की चर्चा तेज हुई थी। जिसके बाद चुनाव लडने के दावेदारों की बाढ सी आ गई थी और पूरा शहर दावेदारों की होर्डिंग्स से पट गया था। पर अंत में यह सीट दलित महिला के लिए आरक्षित कर दी गई। जिसके चलते सामान्य वर्ग के दावेदारों के अरमान धरे के धरे रह गए। अब एक बार फिर से निकाय चुनाव का आरक्षण जारी होने से पूर्व उरई पालिका की सीट का आरक्षण बदलने की सुगबुुगाहट है। इसे लेकर दावेदारों ने अभी से ही तैयारियां तेज कर दी हैं। उरई नगर पालिका की सीट सबसे ज्यादा पिछडा वर्ग महिला के लिए आरक्षित होने की संभावना है। इसके चलते ओबीसी दावेदारों ने खुद के साथ ही अपने परिवार की महिलाओं को भी चुनाव लडाने की तैयारी कर रखी है। पिछडा वर्ग के दावेदारों में सबसे अधिक चर्चा युवा समाजसेवी पूर्व सभासद देवेंद्र यादव, पवनकान्त रायक्वार आदि के नामों की है। वहीं यह सीट सामान्य भी होने की संभावना जताई जा रही है। जिसके लिए दावेदारों में सबसे अधिक चर्चा नरसिंह दास गुप्ता एडवोकेट, devendr yadav , भाजपा नेता अनिल बहुगुणा, अवध शर्मा बब्बा, केके सिंह, व्यापारी नेता दिलीप सेठ आदि के नाम प्रमुख हैं। इसके अलावा भी ऐसे करीब आधा सैकडा नाम हैं जिन्होंने अभी से ही चुनाव लडने की तैयारी कर रखी है और आरक्षण जारी होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अब देखना यह है कि यह सीट किस वर्ग के लिए आरक्षित होती है? इस पर शहरियों की निगाहें टिकी हुई हैं।

 

हैसियत सभासदी जीतने की नहीं और ख्वाब अध्यक्ष बनने के 

उरई। उरई नगर पालिका सीट का आरक्षण बदले जाने के बाद दावेदारों की लिस्ट दिन दूनी-रात चौगुनी बडी होती जा रही है। बडी संख्या में ऐसे नाम भी सामने आ रहे हैं जिन्हें शहर के लोग दूर-दूर तक नहीं जानते। इन दावेदारों की जमीनी हकीकत देखी जाए तो इनकी वार्ड मेंबर का चुनाव जीतने तक की हैसियत नहंी है, पर वह सपने अध्यक्ष बनने के संजोए हुए हैं। कई दावेदार तो ऐसे हैं जिनका राजनीति से दूर-दूर तक वास्ता नहीं है और दूसरे माध्यम से अपनी आजीविका चला रहे हैं, पर इन्होंने भी अपनी दावेदारी ठोंक दी है।
दावेदारों ने कर रखी आपस  में सेटिंग 

उरई। उरई नगर पालिका अध्यक्ष पद के दावेदारों ने आपस में सेटिंग कर रखी है। गुप्त समझौतों के तहत पिछडा वर्ग व सामान्य वर्ग के दावेदार आपस में एक-दूसरे के संपर्क में लगातार बने हुए हैं। इन लोगों का गुप्त समझौता यह है कि अगर सीट सामान्य होती है तो पिछडा वर्ग का दावेदार उनके चुनाव में पूरी मदद करेगा। और अगर सीट पिछडा वर्ग के लिए आरक्षित होती है तो सामान्य वर्ग का दावेदार मदद करेगा। इस सेटिंग के खेल में भी दावेदार पूरे मनोयोग से लगे हुए हैं।

रिपोर्ट : हेमन्त चौरसिया⁠⁠⁠⁠

मथुरा कांड को लेकर आक्रोश विरोध में बाजार बंद

– बदमाशों के शीघ्र पकडे जाने की मांग
उरई व् कोंच में हुआ प्रदर्शन

सरकार सर्राफों की सुरक्षा करने में सफल नही
ऋषी न्यूज संवाद उरई / कोंच ।

विगत दिनों सशस्त्र बदमाशां द्वारा मथुरा में की गयी सर्राफा व्यापारियों की हत्या का मामला पूरे प्रदेश में तूल पकड रहा है। मथुरा में सर्राफा व्यापारियों के हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर आज उरई में सर्राफा बाजार बंद रहा। सर्राफा व्यापारियों ने खुलासा करने की मांग को लेकर नगर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भी सौपा।
प्रदेश सर्राफा समिति के आवाहन पर आज सर्राफा व्यापारियों ने मथुरा में एक सर्राफा व्यापारी के यहां डकैती, हत्या लूटपाट की दर्दनाक घटना के विरोध में उरई का सर्राफा बाजार बंद रखकर आक्रोश व्यक्त किया और घटना का खुलासा करने की मांग की। सर्राफा व्यापारियों ने ज्ञापन में चिंता व्यक्त की है कि इस तरह की घटनाओं से सर्राफा व्यापारी भयभीत है पहले लखनऊ फिर बनारस और अब मथुरा की घटना से स्पष्ट है कि सरकार सर्राफों की सुरक्षा करने में सफल नही हो पा रही है। जबकि इससे पहले जालौन जिले में कदौरा कांड हुआ था जिसका अभी तक खुलासा नही हो पाया है। ज्ञापन में अनूप कुमार कौशल, प्रदीपकुमार, श्याम किशोर, महेश चंद्र, श्यामू आदि तमाम व्यापारियों ने मांग की है कि जिला मुख्यालय उरई पर भी चौराहे पर सीसी टीबी कैमरे लगाए जाए और पिकेट ड्यूटी में सिपाहियों की संख्या बढ़ाई जाए।

कोंच के सर्राफा व्यापार से जुड़े कई दुकानदारों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखे और हत्या कांड से जुड़े अपराधियों के खिलाफ कार्य बाही की मांग की है।
आज यहां सुबह से लेकर सर्राफा व्यापारी महेंद्र सोनी उर्फ लला के दुकान पर एकत्रित हुये और एक बैठक कर अपने काम काज बंद रहे।सुबह से लेकर सर्राफा व्यापारियो ने एक बजे तक प्रतिष्ठानों को बंद कर बिरोध दर्ज कराया।सर्राफा से जुड़े लोग महेंद्र सोनीउर्फ लला,अबधेश सोनी,राम कपूर सोनी,संतोष सोनी,अभिषेक स्वर्णकार,अजय सोनी खेरी,कौशल सोनी इमलोरी,नरोत्तम दास स्वर्णकार,विजय सोनी,शशिकांत सोनी,रामू लाल सोनी,मंगल सोनी,रामसिया सोनी,दिनेश सोनी मानव,संजीव सोनी,अवध विहारी सोनी,राजीव सोनी,बोवी सोनी,धीरज सोनी(देवराज ज्वेलर्स)महेंद्र सोनी चंदेरिया,रामरतन चंदेरिया,गुड्डू सर्राफ,केशरीमल तरसोलिया,प्रभंजन सर्राफ,सहित तमाम व्यापारी मौजूद रहे।

समाज को कुष्ठ मुक्त बनाने की पहल

 

कुष्ठ निवारण शिविर आयोजन

पांच सौ मरीजों ने कराया परीक्षण

ऋषी न्यूज संवाद जालौन। राष्ट्रीय कुष्ठ निवारण कार्यक्रम के तहत मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अल्पना बरतारिया की अध्यक्षता एवं डॉ. देवेंद्र कुमार भिटौरिया के संचालन में कैलिया स्थित प्राइमरी पाठशाला में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 500 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया एवं दवा वितरण के साथ चिकित्सकीय सलाह भी दी गई।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अल्पना बरतारिया ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य समाज को कुष्ठ मुक्त करने के साथ ही कुष्ठ रोग से पीड़ितों का पुर्नवास करना भी है। ग्रामीणों को कुष्ठ रोग की जानकारी के साथ उपचार के प्रति जागरूक करने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में राष्ट्रीय कुष्ठ निवारण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाऐं उपलब्ध कराने के लिए प्राइमरी पाठशाला कैलिया में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में डॉ. अनुपमा पाल राजपूत, आयुष चिकित्सक डॉ. नीलम राय, डॉ. शारदा शरण, दंत चिकित्सक डॉ. अजय शर्मा की टीम ने लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। जिसमें ग्राम सलैया, सामी, बरहल, ब्योना राजा, पीपरी के साथ कैलिया गांव के तकरीबन 5 सैंकड़ा से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इतना ही नहीं मरीजों को निःशुल्क दवा वितरण के साथ चिकित्सकीय सलाह भी दी गईं चिकित्सकों ने मरीजों को ब्लड प्रेशर, शुगर, मौसम जनित बीमारियों में उल्टी, दस्त, मलेरिया बुखार आदि के उपचार के साथ उनके बचाव के उपाय भी बताए। शिविर में लालाराम निरंजन, उमराव सिंह गुर्जर, शिशुपाल सिंह चंदेल, लालजी तिवारी, अनिल कुमार, गीता त्रिपाठी, विनय बाजपेई, जयचंद्र सुमन, रमेश वर्मा, रमेश गुप्ता, प्रदीप पटेल, लखन सिंह, बसंतलाल, दिलीप कुमार, रजनी याज्ञिक, राजेश्वरी, बंदना, रेशमा परवीन, चंद्रकुमारी, सुनीता पाल, उमा दुबे समेत तमाम लोगों ने सहयोग किया।

शिक्षा मित्र व अनुदेशकों की बल्ले बल्ले

मानदेय में तीन गुना वृद्धि

वृद्धि अप्रैल माह से ही होगी लागू

मनोज शर्मा
ऋषी न्यूज मुख्य संवाद | प्राथमिक पाठशाला में शिक्षा मित्र से टीचर बने शिक्षा मित्रों का फैसला भले ही सुरक्षित हो लेकिन जो मौजूदा समय में शिक्षा मित्र है और अनुदेशक मानदेय पर है उनके मानदेय में केंद्र सरकार ने तकरीवन तीन गुना वृद्धि करने का फैसला कर वर्ष २०१७ की सौगात दी है | इस फैसले से शिक्षा मित्र व् अनुदेशकों की बल्ले बल्ले हो जाएगी |
केंद्र सरकार ने शिक्षा मित्र व् अनुदेशकों में बढ़ोत्तरी करने का जो फैसला लिया है वह इसी सत्र मतलब अप्रैल माह से लागू हो जायेगा | यूपी में २६ हजार से अधिक शिक्षा मित्र व् ३० हजार से अधिक अनुदेशकों का इसका सीधा फायदा मिलेगा | अनुदेशकों का मानदेय अभी ८४७० रूपये है जो बढ़कर १७ हजार हो जायेगा | इसी प्रकार शिक्षा मित्रों को साढ़े तीन हजार की जगह १० हजार मिलेगा | सर्व शिक्षा अभियान के प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड ने अपनी मुहर लगा दी है | राज्य सरकार ने ये प्रस्ताव भेजा था |

​महिला का यौन शोषण कर रहा डीपीओ कार्यालय का बाबू

पीड़ित महिला ने पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार
अश्लील सीडी बनाकर दे रहा वायरल करने की धमकी 
कोतवाली में तहरीर देने के बाद भी पुलिस ने नही की कार्रवाई
मनोज शर्मा/ हेमंत चौरसिया
ऋषी  न्यूज मुख्य संवाद |

जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में तैनात एक बाबू पर महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। एसपी को दिए शिकायती पत्र में महिला ने बताया कि आरोपी बाबू श्याम नारायण ने उसके साथ जबरन बलात्कार किया और इसकी सीडी बना ली। अब इसी सीडी को बायरल करने की धमकी देकर बीते एक वर्ष सेवह महिला का यौन उत्पीड़न क्र रहा है। इस मामले में पीड़ित महिला ने उरई कोतवाली पुलिस से भी शिकायत की, पर कोतवाली पुलिस ने इस गम्भीर मामले में कोई गम्भीरता नही दिखाई। अब पीड़िता ने एसपी को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। 

डकोर क्षेत्र के  ग्राम मुहाना हाल मुकाम मोहल्ला अंदर नगर निवासी एक महिला ने गुरुवार को एसपी स्वपनिल ममगाई को शिकायती पत्र सौपा। जिसमे महिला ने बताया की उसका  चयन जून  2011 में आंगनबाडी कार्यकत्री के रूप में हुआ था | आठ माह काम करने के बाद उसका मानदेय रोक दिया गया । इसके बाद उसने कोर्ट की शरण ली। हाइकोर्ट के आदेश के बाद भी जब विभाग ने उसका मानदेय नही दिया तो महिला ने कोर्ट की अवमानना का मामला दायर कर दिया। फ़िलहाल मामला विचाराधीन है। इसके बाद जिला कार्यक्रम विभाग के बाबू श्याम नारायण  ने उसे बुलाया और मदद करने का भरोसा दिया। इसके बाद महिला और बाबू का एक दूसरे के घर आना जाना शुरू हो गया। महिला का आरोप है कि एक दिन बाबू उसके घर आया और उसे अकेला पाकर जबरन उसके साथ बलात्कार किया। आरोप है कि आरोपी मनचले बाबु ने उसकी अश्लील सीडी भी बना ली और इसी सीडी के सहारे वह महिला को ब्लैकमेल  कर एक साल से यौन शौषण कर रहा है। इस मामले में कार्रवाई के लिए पीड़ित महिला ने बीती 15 मई 2017 को उरई कोतवाली पुलिस को तहरीर भी दी पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की।पीड़िता ने एसपी स्वपनिल ममगाई को शिकायती पत्र देकर आरोपी मनचले बाबु पर कार्रवाई की मांग की है। एसपी के अलावा उच्चाधिकारियों और सीएम को भी शिकायती पत्र भेजा है।
वही इस बारे में आरोपी बाबू श्याम नारायण का कहना है की ये सभी आरोप बेबुनियाद है | वह मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रही है |

ग्वालियर के लिए चलेंगी परिवहन की बसें

 

परिवहन विभाग के राज्य मंत्री से मिला आश्वासन 

दूरी होगी काम समय और किराये में भी बचत 

ऋषी न्यूज संवाद उरई |

भाजपा नेता व बार संघ कोंच के पूर्व उपाध्याक्ष सुनील लोहिया व प्रधानाचार्य बृजबल्लभ सिंह सेंगर ने बुधवार को लखनऊ में उ०प्र० सरकार के परिवाहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार  स्वतंत्र देव सिंह से भेट की | भेंट के दौरान एक मांग पात्र सौंपा जिसमे मध्य प्रदेश  परिवहन की बसों को चलाये जाने की जरूरत बताई |  उन्होंने अधिकारीयों को जरुरी दिशा निर्देश दिए है |

परिवाहन राज्य मंत्री से मिलकर लौटे सुनील लोहिया ने एक भेंट में बताया की उरई-कोंच से म०प्र० कों जोडने वाले तीन नये मार्ग उरई से ग्वालियर वायां कोंच नदीगांव, सेवढा, मौ, के रास्ते, उरई से ग्वालियर वायां कोंच कैलिया, सलैया, दबोह, आलमपुर, के रास्ते व उरई से दतिया वायां कोंच, समथर, भाण्डेर के रास्ते नई रोडवेज बसे चलाये जाने की मांग की है | क्षेत्रीय विधायक मूलचन्द्र निरंजन की प्रभावी सस्ंतुति पर परिवाहन राज्य मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने उनकी मांग को स्वीकार कर लिया है  ही नहीं इस संदर्भ में उ०प्र० सड़क परिवाहन निगम के प्रबन्ध निदेषक व क्षेत्रीय प्रबन्धक झांसी को दूरभाश पर जरुरी निर्देष दिये । उन्होंने अश्वासन दिया है की जल्द ही बस सेवा शुरू की जाएगी | ज्ञातव्य है कि उरई वायां कोंच, नदीगांव, सैवढ़ा, मौ, बेहट, के रास्ते ग्वालियर काफी निकट हो गया है उ०प्र० की उद्योगनगरी कानपुर एवं म०प्र० के प्रमुख व्यापारिक केन्द्र ग्वालियर आने जाने वाले दैनिक यात्रियों की संख्या में दिन वा दिन वृद्धि हो रही है लखनऊ, कानपुर, उरई, की ओर से ग्वालियर आने जाने वाले यात्रियो को झांसी होकर जहाँ लगभग 225 कि0मी0 की यात्रा करनी पड़ रही है वही उक्त मार्ग पर रोडवेज बसे संचालित हो जाने से कोंच नदीगांव के रास्ते ग्वालियर आने जाने वाले यात्रियो को मात्र 150 कि0मी0 का सफर तय कर कम समय व कम किराये में ग्वालियर तक की यात्रा करने का लाभ प्राप्त होगा|

सुन लो योगी जी : इंतहा हो गई इंतजार की

पानी के लिए एक साल से तरसते लोग

लो बोल्टेज से नहीं चल पाई मोटर

पत्र व्यवहार में अटका मामला

मनोज शर्मा

ऋषी न्यूज मुख्य संवाद |

योगी जी आपकी सरकार भी दो माह की हो गई और पेयजल मुद्दे पर जो गंभीरता की बातें की गई वह धरातल पर उतरती नहीं दिख रही | यही वजह है की जनपद जालौन के रामपुरा ब्लाक में तीन गांव ऐसे है जहाँ पानी के इंतजार में लोग पिछली सरकार में भी थे और आपके शासन में भी है | हो गया लोगों को इंतजार करते करते | अब तो यहाँ पर लोग यही गुनगुना रहे है की इंतहा हो गई इंतजार की आया न पानी क्या बात हो गई |

रामपुरा ब्लाक क्षेत्र में लाखों रूपये की लागत से पेयजल के इंतजाम किये गए | जलालपुरा गांव में पंप हॉउस भी बनाया गया जिससे आसपास के इलाके में पानी की आपूर्ति हो सके | जल संसथान रोस्टर तैयार किया जिसमें किरवाहा, नीमगांव और जलालपुरा में उक्त पंप से पानी की सप्लाई तय की गई | इसके बाद भी इन गांव के लोगों को योजना का कोई लाभ नहीं मिल सका | एक साल से गांव के कुआँ और हैंडपंप के ही भरोसे पर लोग है | भोर होते ही हैंडपंप पर लाइन लगनी शुरू हो जाती | बात कमी कहाँ आ रही है सिर्फ लापरवाही ही है जिसकी वजह से लोंगों को एक साल से पानी आने का इन्जर है | लो बोल्टेज मतलब सिर्फ दो फेस ही बिजली की आपूर्ति हो रही है | इससे पंप लोड नहीं ले पता | इसके लिए जलसंस्थान की ओर से लिखा पढ़ी भी की गई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ | अखिलेश सरकार में मायूस रहने वाले ग्रामीणों को योगी सरकार से बहुत उम्मीदें है | फ़िलहाल अब तक इस सरकार में भी कोई ठोस कदम नहीं उठाये गए है |

सपा नेता के रिश्तेदार को गिरफ्तार करने से बचती पुलिस – ⁠आरोप

 

शिक्षक की बेटी ने लगाया है दहेज उत्पीडन व हत्या के प्रयास का ⁠आरोप

रिपोर्ट दर्ज करने के बाद आरोपियों की गिरफतारी नहीं कर रही पुलिस 

माध्यमिक शिक्षक संघ में रोष, एसपी को दिया ज्ञापन, आंदोलन की चेतावनी 

मनोज शर्मा

ऋषी न्यूज मुख्य संवाद |

उरई। खुद को सपा के एक बडे नेता का रिश्तेदार बताने वाले दहेज उत्पीडन व हत्या के प्रयास के आरोपी परिवार को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है। इस मामले में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने रोष जताते हुए बुधवार को पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि अगर जल्द ही आरेापियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह आंदोलन करेंगे। इस मामले में उरई कोतवाली पुलिस पर ढुलमुल रवैया अपनाने का आरोप भी लगाया गया है।
बुधवार को पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई को शिकायती पत्र देने पहुंचे उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि उनके शिक्षक साथी रमेश दत्त मिश्रा ने अपनी बेटी प्रियंका की शादी उरई के मोहल्ला राजेंद्र नगर निवासी आशुतोष के साथ की थी। शादी के बाद से ही उसके ससुरालीजन अतिरिक्त दहेज की मांग करने लगे और मांग पूरी न होने पर उन्होंने प्रियंका का मानसिक व शारीरिक उत्पीडन शुरू कर दिया। आरोप है कि बीती 28 अप्रैल 2017 को प्रियंका के पति आशुतोष , ससुर संतोष वाजपेयी, सास शशि ने उसके साथ मारपीट की और जान से मारने के उद्देश्य से प्रियंका को छत से नीचे फेंक दिया। जिससे नवविवाहिता को गंभीर चोटें भी आईं। इस मामले में पीडित पक्ष की तहरीर पर उरई कोतवाली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जान से मारने का प्रयास व दहेज उत्पीडन की रिपोर्ट दर्ज की थी। इस मामले में 15 दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है। जबकि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। इस मामले में पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ नरमी बरती जा रही है। माध्यमिक शिक्षक संघ ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही आरेापियों की गिरफ्तारी न हुई तो संगठन आंदोलन करेगा। इस मौके पर शिकायत करने वालों में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक  संघ के जिलाध्यक्ष व गांधी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डा0 रविशंकर अग्रवाल, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य योगेश चंद्र द्विवेदी , डा0 राकेश निरंजन, गांधी इंटर कालेज के प्रवक्ता जगदीश तिवारी, अजीत, राजेश मिश्रा, राजीव नारायण मिश्रा आदि शामिल रहे। ⁠⁠⁠⁠

आरोप : पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी ने किया दुराचार का प्रयास

कोतवाली पुलिस से लेकर उच्च अधिकारियों तक शिकायत करने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

पीडित महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराने को ली न्यायालय की शरण

पूर्व सांसद बोले, राजनीतिक षडयंत्र के तहत लगाए जा रहे आरोप

मनोज शर्मा / हेमन्त चौरसिया

ऋषी न्यूज मुख्य संवाद |
उरई। सत्ता में रहते हुए विवादों से चोली-दामन का साथ रखने वाले जालौन-गरौठा-भोगनीपुर संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद व जनपद में समाजवादी पार्टी के नेता माने जाने वाले घनश्याम अनुरागी की मुश्किलें अभी भी कम होती नजर नहीं आ रही हैं। उरई निवासी एक महिला ने उन पर दुराचार के प्रयास का आरोप लगाया है। पूर्व सांसद पर कार्रवाई के लिए महिला ने पहले कोतवाली पुलिस की शरण ली और उच्च अधिकारियों तक को शिकायती पत्र भेजा। इसके बाद भी कोई कार्रवाई न होने के बाद अब पीडित महिला ने न्यायालय की शरण ली है। महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए सीजेएम कोर्ट में आवेदन प्रस्तुत किया है। इससे पूर्व सांसद की मुश्किलें बढती हुई नजर आने लगी हैं। वहीं इस बारे में पूर्व सांसद का कहना है कि राजनीतिक षडयंत्र के तहत उन पर आरोप लगवाए जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार उरई कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला पटेल नगर डिग्गी ताल के पास रहने वाली एक महिला ने सीजेएम कोर्ट उरई में प्रस्तुत किए आवेदन में बताया कि वह मूल रूप से हमीरपुर जनपद के थाना जरिया अंतर्गत ग्राम दादों की रहने वाली है और इन दिनों वह पटेल नगर में अपने पति के साथ रहती है। पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी से उसकी जान-पहचान थी और एक-दूसरे के घर पर आना जाना भी था। महिला ने बताया कि वर्ष 2009 में जब घनश्याम अनुरागी सांसद निर्वाचित हुए तो उन्होंने उसके पति को रोजगार दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद उसका और सांसद का एक-दूसरे के घर आना-जाना तेज हो गया। पर आश्वासन के बाद भी उसके पति की कोई मदद नहीं की गई। महिला ने आरोप लगाया कि इसी सिलसिले में बीती छह अप्रैल 2017 को शाम तकरीबन चार बजे वह पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी के आवास पर पहुंची। महिला का आरोप है कि जब वह उनसे मिलने के लिए कमरे में गई तो पूर्व सांसद ने उसे दबोच लिया और उसके साथ छेडखानी करते हुए दुराचार का प्रयास किया। काफी चीखने और चिल्लाने के बाद खुद की जान बचाकर मौके से भाग निकली और इस बारे में अपने पति को अवगत कराया। इसके बाद उसने कोतवाली पुलिस से शिकायत की ओर मुख्यमंत्री, डीजीपी, आइ्रजी जोन समेत कई उच्च अधिकारियों को शिकायती पत्र भी भेजा। पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब महिला ने उरई सीजेएम कोर्ट में आवेदन प्रस्तुत करते हुए पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है। वहीं इस बारे में पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी का कहना है कि वह महिला को नही जानते हैं। राजनीतिक षडयंत्र के तहत मेरी छवि खराब करने के लिए यह आरोप लगवाए जा रहे हैं।

30 मई को होगी मामले की सुनवाई
उरई। महिला द्वारा पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी पर दुराचार के प्रयास का आरोप लगाते हुए सीजेएम कोर्ट में प्रस्तुत किए गए आवेदन पर 30 मई को सुनवाई की तारीख मुकर्रर की गई है। इससे पहले 16 मई को सुनवाई होनी थी, पर सीजेएम के छुट्टी पर होने के कारण अगली तारीख 30 मई कर दी गई। इस दिन बहस होने के साथ ही स्पष्ट हो जाएगा कि पूर्व सांसद के खिलाफ आगे कोई कार्रवाई होगी या नहीं?

पहले भी लग चुके आरोप
उरई। पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी के खिलाफ इस तरह का आरोप पहले भी लग चुका है। उनके ही परिवार की एक सदस्य ने उन पर इस तरह का आरोप लगाया था और इसकी शिकायत महिला आयोग समेत कई जगहों पर की थी। पर उस वक्त वह सत्ता पक्ष के सांसद थे। जिसके चलते इस मामले ने तूल तो पकडा पर कुछ ही दिनों में यह ठंडे बस्ते में चला गया। अब एक बाहरी महिला द्वारा इस तरह का आरोप लगने के बाद पूर्व सांसद की मुश्किलें बढती हुई नजर आने लगी हैं। अगर न्यायालय ने सुनवाई के बाद पूर्व सांसद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश जारी किया तो मामला और भी तूल पकडेगा।

शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर नपेंगे अधिकारी

 

किसान दिवस में डीएम ने दिए बैंक प्रबंधन को निर्देश

 

manoj sharma 

ऋषी न्यूज संवाद उरई |
बुधवार को किसान दिवस आयोजन विकास भवन सभागार में आयोजित किया गया | इसमें किसानों की समस्याओं पर गंभीरता से
चर्चा हुई | १० किसानों ने शिकायत दर्ज कराई और कहा की अधिकारी गंभीरता से शिकायतों को नहीं ले रहे है | इस पर जिलाधिकारी ने किसानों को आश्वस्त किया की समय सीमा में शिकायतों का निस्तारण होगा | इसके आलावा किसानों को फसल बीमा का भुगतान जल्द करने के निर्देश दिए है | इसी के साथ बैंक प्रबंधन को निर्देशित किया की बैंक बीमा राशि को अपने स्तर से कतई न रोंके |
जिलाधिकारी नरेंद्र शंकर पांडेय ने किसान दिवस में एक एक कर सभी किसानों की समस्याओं को सुना | किसानों ने शिकायत की वर्ष २०१६ खरीफ फसल बीएम धनराशि अभी तक नहीं दी गई | इस पर डीएम ने बैंक अधिकारीयों को निर्देश दिया की किसानों के कहते में बीमा की राशि जल्द ही स्थान्तरित करें अन्यथा की स्थिति में कार्रवाई अमल में लाइ जाएगी | भारतीय स्टेट बैंक में सूखा राहत से सम्बंधित चेक कालातीत हो चुकी है उन्हें एक सप्ताह अंदर रिवेलीडेट कराकर सम्बंधित तहसीलदार को उपलब्ध कराएं | बीते किसान दिवस की दो शिकायतें निस्तारित नहीं हुई इस पर जल निगम के अधिकारी को फटकार लगाई और कहा की शिकायतों का निस्तारण कर रिपोर्ट डीडी कृषि कार्यालय को भेजें | आज किसान दिवस में कुल १० शिकायतें आई | इसके पहले उप कृषि निदेशक अनिल कुमार पाठक ने रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया | किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष साहब सिंह चौहान , यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन आदि किसान नेता और सीडीओ एसपी सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे |

व्हाट्सएप मैसेज 777888999 नंबर का सच

 

भ्रामक प्रचार के चक्कर में न आएं
ऋषी न्यूज संवाद |
पूरी दुनिया पर रेसमवेयर वायरस से मचे हड़कंप के बाद अब व्हाट्सएप पर कई मैसेज तेजी से वायरल होने शुरू हो गए हैं। ऐसा ही एक मैसेज बुधवार को वायरल हुआ जिसके मुताबिक 777888999 नंबर से आ रही कॉल को न रिसीव करें। इसे रिसीव करते ही फोन में ब्लास्ट हो जाएगा। इस मैसेज में ये भी लिखा है क‌ि इसे जल्द से जल्द फॉरवर्ड करनें वक्त कम है। इस मैसेज के मिलते ही लोगों ने अपने करीबियों को बिना सच्चाई जाने ये मैसेज फॉरवर्ड करना शुरू कर‌ दिया है। अगर आपके पास भी ऐसा मैसेज आया है तो आप सच्चाई जान लें। दरअसल ऐसा ही एक मैसेज जनवरी में भी वायरल हुआ था और अभी तक इस नंबर से किसी के पास कॉल या विस्फोट जैसी खबर नहीं आई। इस नंबर को देखेंगे तो पता चलेगा क‌ि इसमें सिर्फ 9 डिजिट हैं। एक्सपर्ट की मानें तो भारत में 9 डिजिट के नंबर नहीं होते। 10 से कम डिजिट्स के नंबर विदेशों के हो सकते हैं लेकिन उनके पहले कोई न कोई फ‌िक्स कंट्री कोड जरूर होता है जैसे भारत के नंबरों से पहले +91 लगा रहता है। इसलिए इस मैसेज को लेकर आपको डरने की जरूरत नहीं बल्क‌ि अगर आपके जानने वाले अगर ऐसा कर रहे हैं तो आप उन्हें बता सकते हैं क‌ि ये सिर्फ सोशल मीडिया में उड़ी एक अफवाह है।

ye news अमर उजाला ऑनलाइन seva se hai

​कस्तूरबा विद्यालय की परेशानी बिजली न पानी  

मोमबत्ती की रोशनी में पढने को मजबूर कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं 
 सोलर प्लांट खराब, जल निगम द्वारा कराई गई बोरिंग भी हुई फेल 
ऋषी न्यूज संवाद उरई। 

गरीब छात्राओं को  बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए संचालित किए जा रहे कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय समस्याओं से जूझ रहे है।  इसी में एक मडोरा में संचालित होने वाले स्कूल की कहानी है । इस विद्यालय में न बिजली की सुविधा है और न ही पानी की। यहां की छात्राएं मोमबत्ती व दीपक की रोशनी में पढने को मजबूर  हैं। विभागीय अधिकारियेां द्वारा इन समस्याओं को लेकर बहानेबाजी चल रही है। कुल मिलाकर कमियों को सुधारने के लिए गंभीर प्रयास नहीं हो पा रहे हैं।  

उरई-कोंच मार्ग पर मडोरा गांव में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की हालत इन दिनों बहुत ही खराब है। यहां पर हालत यह है कि न पीने के लिए पानी उपलब्ध है और न ही पढाई के लिए रोशनी की व्यवस्था। भीषण गर्मी में यहां की छात्राओं को बिना बिजली के पढाई करनी पड रही है। इस आवासीय विद्यालय में पांच किलोवाट का सोलर प्लांट लगा हुआ है। पर इस प्लांट से बैटी ही गायब हैं। जिसके चलते यह सोलर प्लांट केवल नाममात्र के लिए ही है। इसका कोई उपयोग नही है। इसके अलावा विद्यालय में इन दिनों बिजली का कनेक्शन भी नहीं है। जिसके चलते विद्यालय में बिजली की कोई सुविधा नहीं है। भीषण गर्मी में यहां की छात्राओं को बिना पंखा, कूलर के ही पढाई करनी पड रही है। आसमान से बरसती आग और विद्यालय से गायब बिजली के चलते यहां की छात्राओं की सेहत को लेकर भी चिंताएं जाहिर की जाने लगी हैं। गर्मी के मौसम में हवा पानी की व्यवस्था भी न हो पाने के चलते छात्राओं के बीमार होने का खतरा बढ गया है। इसके अलावा विद्यालय में पानी के भी कोई इंतजाम नहीं हैं। विद्यालय में जल निगम द्वारा बोरिंग कराई गई थी। पर यह  बोरिंग फेल हो गई। इसके बाद पानी का इंतजाम करने को केाई दूसरा तरीका नहीं अपनाया गया। बिजली, पानी के अभाव में यहां की छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। बताया जा रहा है कि पढाई के बाद छात्राओं को पानी का इंतजाम खुद ही करना पडता है। जिसके चलते उनकी पढाई प्रभावित होती है। इसके अलावा शाम को सूरज ढलने के बाद छात्राएं मोमबत्ती व दीपक की रोशनी में पढने को मजबूर हैं। 

बोले जिम्मेदार

इस बारे में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कमलेश कुमार ओझा का कहना है कि विद्यालय में बिजली के लिए सोलर प्लांट लगवाया गया है। उसमें खराबी आ गई है। इसके लिए नेडा के अधिकारियों द्वारा लिखा पढी की गई है। इसके अलावा पानी के लिए जो बोरिंग कराई थी वह फेल हो गई है। पानी के दूसरे इंतजाम किए जा रहे हैं। इसके अलावा कोई समस्या है तो उसका समय समय पर निदान कराया जाता है। वह स्वयं निरीक्षण करते है । यहाँ भी जाँच कराएँगे।
रिपोर्ट : हेमन्त चौरसिया उरई

​पीड़ित किसानों को मिली राहत की चेक

★ 260 में आठ शिकायते निपटी

“★ डीएम का करते रहे इंतजार

ऋषी न्यूज संवाद माधौगढ़।                   जिलास्तरीय  तहसील दिवस  का आयोजन माधौगढ मे एडीएम राकेश कुमार सिह की अध्यक्षता मे सम्पन्न हुआ। तहसील दिवस  मे कुल 260 शिकायते आई जिसमें मौके पर 8 शिकायतो का निसतारण किया गया। अग्नि पीड़ित किसानों को राहत की चेक दी गई।

 तहसीलदिवस में मौजूद एडीएम के अलावा एएसपी सुभाषचंद्र शाकय,  पी ड़ी चित्रसेन सिंह, जिला विकासअधिकारी श्रीकृष्ण पांडेय, सी एमओ अल्पना बरतरिया, एसडीएम शीतला प्रसाद यादव,  बीएसए कमलेश कुमार ओझा,  तहसीलदार बृजेश कुमार वर्मा आदि अधिकारियों ने शिकायतों को सुनकर उनका समय सीमा में निस्तारित कराने का वादा किया।  फरियादियों को डीएम के आने का भरोसा था लेकिन जब वह नहीं आये तो मायूस होकर लौट गए। ड़ालचरन ने  दो  साल से कोटेदार के राशन न देने की शिकायत की।  अकबर पुरा निवासी धर्मेंद्र सिंह ने सचिव की शिकायत की । कुलमिलाकर 260 शिकायतें विभिन्न विभागों से सम्बंधित आई। अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह व अपर पुलिसअधीक्षक सुभाष चंद्र शाक्य ने अग्नि पीड़ित किसानो को अचानक फसल जल कर राख हो जाने पर सहायता दी। फसल बीमा का कृषि मंड़ी समिति द्वारा 19 किसानो  को 20000, 15000,रूपये की चेक दी। इसके पूर्व अधिकारियों से शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही न बरतने का निर्देश दिया।  

बिजली का वादा जालौन में आधा

गर्मी में झेलना पड रहा बिजली संकट

अधिकारी कर्मचारी नहीं दे रहे ध्यान

बमुश्किल १२ घंटे मिल रही बिजली

ऋषी न्यूज संवाद | jalaun

बिजली की सुविधा देने के लिए योगी सरकार का वादा जालौन नगर में आधा आधा ही नजर आ रहा है | हालत यह है की २२ और २४ घंटे की कहे कौन यहाँ पर तो १२ घंटे भी सही से बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही | इससे लोगों का गर्मी में दम निकल रहा है | उपभोक्ता कब ही योगी सरकार को कोस रहे है तो कभी स्थानीय अधिकारीयों को |
नगर जालौन में बिजली संकट गहराया हुआ है | दिन हो या रत लोगों को गर्मी से जूझना पड रहा है | बिजली चक्कर में पानी की सप्लाई भी बेपटरी हो गई है | विभागीय अधिकारी भी सरकार की मंशा को पलीता लगते नजर आ रहे है | फाल्ट के नाम पर कटौती तो कभी इमरजेंसी कटौती होने से नगर के लोगों को किसी दिन १२ घंटे तो किसी दिन १४ घंटे ही बिजली मिल रही है | धीरज द्विवेदी का कहना है की बिजली ने लोंगो का छीन लिया है | राकेश का कहना है की योगी सरकार अपने वादे पर खरी नहीं उतर रही है | नगर का जब ये हल है तो ग्रामीण इलाकों में तो स्थिति और भी बदत्तर होगी | बीजेपी के नेताओ को किये की वह आगे आकर बिजली का मुद्दा उठायें |

एक देश एक कर का विधेयक जीएसटी पास

 

कानून व्यवस्था पर सीएम को देना पड़ा आश्वासन

सदन में हंगामा तो हुआ लेकिन पहले दिन जैसा नहीं

सहारनपुर कांड को लेकर कांग्रेस व‌िधायकों का वाकआउट

मनोज शर्मा

ऋषी न्यूज मुख्य संवाद । उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा के प्रथम सत्र का दूसरा द‌िन पहले दिन की अपेक्षा कम हंगामेदार रहा।सबसे पहले कानून व्यवस्था जो बहस हुई उस पर सीएम योगी आदित्यनाथ को आश्वासन देना पड़ा। कहा की यूपी में कानून का राज रहेगा और अपराधी जेल में होंगे | एक देश-एक कर’ की व्यवस्था लागू करने के लिए विधानसभा में लाया गया जीएसटी विधेयक सभी की सहमति से पारित हो गया। सहारनपुर कांड को लेकर कांग्रेस व‌िधायकों ने सदन से वाकआउट किया
सीएम योगी आदित्यनाथ ने जीएसटी बिल पर सदन को संबोधित करते हुए कहा कि जीएसटी बिल देश में आर्थिक सुधार का सबसे बड़ा साधन साबित होगा है। इसके लागू होने से कर की चोरी रुकेगी और व्यापारियों का उत्पीडऩ बंद होगा। जीएसटी के लागू होने के बाद आम जनता को इसका लाभ मिलने वाला है।
कानून व्यवस्था और मथुराकांड पर व‌िपक्ष ने हंगामा भी क‌िया। सीएम ने आश्वस्त करते हुए कहा क‌ि यूपी में अपराध में कमी आई है। अब अपराध‌ियों को सत्ता की आड़ में संरक्षण नहीं म‌िलेगा और यूपी में कानून का राज रहेगा। सपा नेताओं की तरफ इशारा किया और कहा कि पिछली सरकार में कानून व्यवस्था कैसी थी ये भी बताइये |
इसके अलावा सदन में भूगर्भ जल के स्तर को सुधारने की बात कही गई । बीजेपी व‌िधायक ने कहा, सदन में राज्यपाल को चोट पहुंचाने की कोश‌िश की गई उनकी गर‌िमा को ठेस पहुंचाई गई। इस पर नेता प्रत‌िपक्ष राम गोव‌िंद चौधरी ने सफाई दी |

हाईकोर्ट का सवाल : एक साथ दो पदों पर कैसे योगी

 

जनहित याचिका पर किया गया आदेश पारित

अब 24 मई को होगी अगली सुनवाई

योगी के साथ केशव भी है सांसद

मनोज शर्मा

ऋषी न्यूज मुख्य संवाद |

सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य दो पदों को सम्हाल रहे है | एक लोकसभा का और दूसरा विधानसभा का है | एक से त्यागपत्र नहीं दिया तो समाजसेवी संजय शर्मा की ओर से एक जनहित याचिका दायर कर दी गई | इस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पूछा है कि योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य एक साथ मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और सांसद दोनों ही पदों पर है तो कैसे रह सकते हैं | अदालत की लखनऊ बेंच ने इस सिलसिले में अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी को समन भेजकर जवाब मांगा है |
गौरतलब हो की समाजसेवी संजय शर्मा की ओर से दायर जनहित याचिका में कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर सीट और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य फूलपुर सीट से सांसद पद पर आसीन है और तनख्वाह व बाकी सुविधाएं ले रहे हैं| सांसद किसी राज्य का मंत्री नहीं बन सकता | दोनों को ही प्रदेश में मुख्य और उप मुख्यमंत्री पद मिला है लिहाजा यह संविधान के अनुच्छेद 101(2) का उल्लंघन है | याचिका दायर करने वाले ने दोनों की नियुक्ति रद्द किये जाने की मांग भी की है | जस्टिस सुधीर अग्रवाल और जस्टिस वीरेंद्र कुमार की बेंच ने याचिका को स्वीकार कर लिया और मामले पर अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी से राय मांगी है | इसके लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 24 मई सुनिश्चित की है |

नगर पलिका में सिटीजन चार्टर की अनदेखी

 

प्रमाण पत्र नहीं हो रहे जारी, लगाने पड़ रहे चक्कर

अधिकारी भी नहीं दे रहे ध्यान
ऋषी न्यूज संवाद जालौन। नगर पालिका परिषद द्वारा सिटीजन चार्टर की पूरी तरह अनदेखी की जा रही है। एक सप्ताह में बनने वाले जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र एक माह में भी जारी नहीं हो पा रहे हैं। जिसके कारण आवेदक परेशान हैं। प्रमाण पत्र न बन पाने से आवेदक नगर पालिका कार्यालय एवं लोकवाणी केंद्रों पर चक्कर काटने को मजबूर हैं।
सिटीजन चार्टर के अनुसार जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने का समय एक सप्ताह निर्धारित किया गया है। किंतु स्थानीय नगर पालिका परिषद एक सप्ताह की जगह एक माह में भी प्रमाण पत्र जारी नहीं कर पा रहा है। गुड्डी देवी पत्नी शहजाद खां निवासी नया खंडेराव की मृत्यु के बाद मृतका के देवर ने 7 अप्रैल को मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आॅनलाइन आवेदन किया था। इसके बाद लगभग डेढ़ माह का समय बीत गया है। लेकिन अभी तक उसका प्रमाण पत्र नहीं बन पाया है। शेर सिंह ने कढ़ोरे पुत्र छिद्दे निवासी बापू साहब की मृत्यु होने पर 15 अप्रैल को मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था। उनका भी अभी तक प्रमाण पत्र नहीं बन सका है। इसी प्रकार चिमनदुबे निवासी अरविंद्र कुमार ने पुत्तू पुत्र ईश्वरी की मृत्यु होने पर 21 अप्रैल को मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन किया था। उनका भी अभी तक प्रमाण पत्र नहीं बना है। नगर पालिका कार्यालय में एक ओर जहां मृत्यु प्रमाण पत्र के आवेदन महीनों से लंबित हैं तो वहीं जन्म प्रमाण पत्र भी पिछले माह से नहीं बने हैं। उम्मे कुलसूम पुत्री मोहम्मद आफाक निवासी नारोभास्कर ने 23 अप्रैल को जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था। मोहम्मद अयाज पुत्र निजामुद्दीन निवासी तोपखाना ने 20 अप्रैल को जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था। उनके जन्म प्रमाण पत्र भी अभी तक जारी नहीं हुए हैं। महीनों से लंबित जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र जारी न होने के संबंध में जब नगर पालिका के ईओ डीडी सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले सप्ताह ही जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्रों के आवेदनों पर रिपोर्ट लगवाकर कर्मचारियों को उन्हें जारी करने के निर्देश दिए थे। यदि संबंधित कर्मचारी ने लापरवाही की है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

योगी सरकार में अपराधी जा रहे जेल

 

मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कानून व्यवस्था पर किया सरकार का बचाव

मांगी कुछ समय की मोहलत

पेयजल पर अधिकारीयों से की वार्ता

ऋषी न्यूज संवाद उरई | एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए जिले में आई केंद्रीय खादय प्रसंस्करण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने पत्रकारों से बातचीत मे कानून व्यवस्था पर प्रदेश की योगी सरकार का बचाव किया है । उन्होने कहा कि आज प्रशासन स्वतंत्रता के साथ काम कर रहा है जिसकी वजह से वारदात का सही खुलासा हो जाता है जबकि पूर्व में ऐसा नहीं होता था| पूर्व की सरकार पर तंज कसा और कहा की पहले गुंडों , माफियाओं को पनाह मिलती थी जिसकी वजह से उनके हौसले बुलंद थे । अपराध करने वाले जेल में पहुँच रहे है | प्रदेश में नई सरकार को केवल 2 माह हुए हैं । कुछ समय और दीजिये सब ओके हो जायेगा |
लोधी समाज की ओर से आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में शामिल होने आयीं केंद्रीय खादय प्रसंस्करण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा की प्रदेश सुधर की ओर आगे बढ़ने लगा है | दो माह की सरकार ने जो फैसले लिए उसकी प्रशंसा हो रही है | विकास का पहिया तेजी से घूमेगा | उन्होंने कहा की प्रदेश की कानून व्यवस्था में सुधार हो रहा है । कुछ घटनाओं के जिक्र करने पर वह चुप ही रही और बोली कुछ समय में बदलाव सड़क पर चलने वाले आम आदमी को भी नजर आने लगेगा | केंद्रीय खादय प्रसंस्करण राज्य मंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक भी की । इसमें उन्होंने बताया की कि पिछली सरकार के कार्यकाल की पेयजल परियोजनाओं का संचालन कागजों में हो रहा है । भ्रष्टाचार के कारण सारी परियोजनाएँ आधी अधूरी रह गयी और लोंगो को लाभ नहीं मिल पाया | सभी परियोजनाओं जाँचकराइ जाएगी । उन्होने कहा कि बुंदेलखंड को पेयजल संकट से मुक्त कराया जायेगा | इसके लिए सरकार ने काम शुरू कर दिया है | यहाँ के लिए बजट भी दे दिया | कहा की समय समय पर समीक्षा भी होगी | केंद्र सरकार के कामों की प्रशंसा की| देश तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है | दौरान सांसद भानूप्रताप वर्मा , पूर्व संसद गंगा चरण राजपूत,मनोज राजपूत अदि मौजूद रहे |

योगी सरकार की चुनौती बरकरार

दो माह में पटरी पर नहीं आ सकी कानून व्यवस्था

४० दिन बाद सरकार को जारी करना है रिपोर्टकार्ड

नए निजाम में पुराना हाल

MANOJ SHARMA

ऋषी न्यूज मुख्य संवाद | योगी सरकार ने अपने शुरूआती करीब दो माह के कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। किसानों की कर्जमाफी से लेकर ‘पॉवर फॉर ऑल’ समझौते पर दस्तखत, बुंदेलखंड में पेयजल संकट रोकने के लिए योजना हो या फिर अफसरों को समय पर दफ्तर में हाजिर होने के निर्देश | सरकार के कामकाज की सराहना हो रही है लेकिन कानून व्यवस्था पर योगी सरकार की चुनौती बरकरार है | कहीं पर हत्या हो रही है तो कहीं पर सामूहिक दुराचार कुल मिलाकर नए निजाम में पुराना हाल उपलब्धियों पर भारी पड़ रहा है |
यूपी में कानून व्यवस्था पर सपा सरकार की आलोचना करके सत्ता में आयी बीजेपी सरकार के सामने उसी कानून व्यवस्था का मुद्दा सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरा है| अपने अब तक के कार्यकाल में कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जो प्रयास किये गए होंगे वह सार्थक साबित नहीं हो पाए | बताते चलें की सहारनपुर में जातीय संघर्ष, बुलन्दशहर हो या फिर सम्भल और गोंडा यहाँ हाल में हुई साम्प्रदायिक घटनाए निश्चित तौर पर योगी सरकार के लिये चिंता खड़ी कर रही होगी | इसके आलावा रेप की घटनाओं ने भी सरकार के दावों की पोल खोल दी है | डकैती और लूट की घटनाओं को लेकर भी चिंता करने की जरूरत है | प्रदेश में अपराध का ग्राफ चढ़ने से अब सवाल उठना लाजमी है | बुंदेलखंड क्षेत्र में योगी सरकार का कोई खौफ अपराधियों में नहीं दिखा | योगी सरकार १०० दिन का रिपोर्ट कार्ड लेकर जब जनता के बीच में आएगी तो फिर ये घटनएं विपक्ष के लिए सरकार को घेरने का काम करेंगी | अपने रिपोर्ट कार्ड में जनता को सुरक्षा के मुद्दे पर विश्वास दिला पाना मुश्किल होगा | इसी स्थिति में सरकार की कामयाबी भी साबित नहीं हो पायेगी | बुंदेलखंड क्षेत्र में योगी सरकार का कोई खौफ अपराधियों में नहीं दिखा |

राज्यपाल पर फेंकी कागज की पर्ची और गोले

सदन में विपक्ष का हंगामा, बजाई सीटी

मुस्कराते रहे पूर्व सीएम अखिलेश

मनोज शर्मा
ऋषी न्यूज मुख्य संवाद |
नई सरकार गठन मतलब १७ वीं विधानसभा के लिए विधानमंडल का पहला सत्र आज सुबह 11 बजे शुरू हुआ। राष्ट्रगान के साथ सदन की शुरुआत हुई | सदन में राज्यपाल के अभ‌िभाषण के बीच ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया| हंगामा भी ऐसा की जैसे बच्चे सिनेमाघर में पिक्चर देख रहे हो | हालत यह रही की कोई सिटी बजा रहा था तो किसी ने कागज की गेंद बनाकर उछाल दिया | इसका बचाव भी किया गया | पूर्व सीएम अखिलेश बोले तो कुछ नहीं लेकिन ये देखकर मुस्कराते रहे |
व‌िपक्ष ने सदन में कार्यवाही न चल सके इसके ल‌िए खूब शोर क‌िया और बात को दबाने का प्रयास किया | हुआ यूँ कि जब महामहिम राज्यपाल रामनाईक अभ‌िभाषण में सूबे की नई नीत‌ियों की जानकारी दे रहे थे उसी समय व‌िपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया उनकी आवाज दबाने की पूरी कोश‌िश की गई| सूत्र तो ये भी बता रहे है की कुछ विधायकों के पास सीटियां भी थी जो बजे गई | जब हो हल्ला हो रहा था तो उस समय सदन में सीएम योगी आद‌ित्यनाथ पूर्व सीएम अख‌िलेश भी मजूद थे | राज्यपाल कहा की सदन में व‌िधायकों का ये व्यवहार ठीक नहीं।

परवान चढ़ चुके प्यार पर चली कुल्हाड़ी की धार

 
प्रेम के दीवाने जोड़े को उतारा मौत के घाट

अपनी लाड़ली को भी काट डाला

manoj sharma

ऋषी न्यूज मुख्य संवाद | बदांयू के वजीरगंज थाना क्षेत्र में एक परिवार को दो दिलों का प्यार और फिर शादी रचाने का फैसला ऐसा नागवार गुजरा की उसे मौत की नीद ही सुला दिया | यहाँ तक की अपनी लाड़ली को भी नहीं बख्शा | ऑनर किलिंग की इस घटना से इलाके में सनसनी फ़ैल गई |
जानकारी के अनुसार जनपद के गांव उरैना निवासी गोविंदा(25) का पड़ोस में रहने वाली आशा(21) हो गया | दोनों का प्यार परवान चढ़ा तो बात शादी करने तक पहुँच गई | बात जब चर्चा में आई तो युवती के परिजनों ने घर से बाहर निकलने पर बंदिश लगा दी। परिवार के लोंगो की आँख बचाकर दोनों को जब मौका मिला मिलते रहे। करीब दो महीने पहले ही प्रेमी-युगल ने एक मुलाकात में साथ जीने मरने की कसमें खाकर शादी करने का फैसला ले लिया और एक दिन मौका पाकर दोनों भाग गए | यही बात युवती के परिवार को अपनी शान के खिलाफ लगी लेकिन दोष तो अपने का ही था लिहाजा मौके का इंतजार किया गया | गांव में एक पंचायत हुई जिसमें पंच परमेश्वरों ने दोनों की शादी कराने का फैसला ले लिया शादी करने के आश्वासन पर युवती को परिजनों को सौंप दिया गया। शादी की तारीख 21 मई भी तय कर दी गई। दोनों खुश थे और इसी बीच युवती के परिजनों द्वारा शादी की तैयारियों के बारे में बातचीत करने के लिए गोविंदा को दिल्ली से बुला लिया | रविवार को जब गोविंदा अपनी होने वाली पत्नी आशा के घर पहुंचा तो युवती के परिजनों ने उसे कुल्हाड़ी से काट डाला। बचाने आई आशा को भी परिजनों ने कुल्हाड़ी से काट दिया। इसके बाद हत्यारे युवती के शव को ठिकाने लगाने गांव के बाहर ले जा रहे थे तभी एक महिला ने देख लिया और शोर मचा दिया। इस पर हत्यारे शव को वहीं छोड़कर भाग गए। घटना की जानकारी मिलने पर गोविंदा के परिजन युवती के घर पहुंचे तो खून से लथपथ शव देखकर चीख पड़े | जानकारी पुलिस को गई| सुचना पाकर एसएसपी चंद्रप्रकाश, एसपी देहात संजय राय पुलिस फोर्स संग घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने गोविंदा के पिता पप्पू की तहरीर पर युवती के पिता किशनलाल, मां जलधारा, भाई रामवीर, विजयपाल समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है की ये मामला फ़िलहाल ऑनरकिलिंग का ही नजर आ रहा है  जल्द ही हत्या करने वाले गिरफतार किये जायेंगे |

परीक्षा दी 886 ने चयन होगा 10 का

 

विद्या ज्ञान परीक्षा दो पालियों में हुई संपन्न

बीएसए ने दोनों केंद्रों की देखी व्यवस्थाएं

ऋषी न्यूज संवाद उरई | शिवनाडर फाउंडेशन व बेसिक शिक्षा विभाग के सहयोग से विद्या ज्ञान परीक्षा आयोजित हुई | इसमें गर्मी की परवाह किये बगैर 886 बच्चे सम्मलित हुए | परीक्षा जिले के दो केंद्रों पर दो पालियों में संपन्न हुई। इस परीक्षा में चयनित गरीब मेधावी बच्चों को फाउंडेशन इंटर तक निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था करता है। हर जिले से 10 -10 बच्चों का चयन परीक्षा के माध्यम से किया जाता है |
आज छत्रशाल इंटर कालेज जालौन और सर्वोदय इंटर कालेज उरई में विद्या ज्ञान परीक्षा हुई | इसमें ३६३ बालिकाओं और ५२३ बालकों ने प्रतिभाग किया | परीक्षा की निगरानी के लिए शिक्षकों के अलावा शिवनाडर फाउंडेशन के अधिकारी भी थे। परीक्षा में किसी तरह की गड़बड़ी न होने पाए इसके लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी केके ओझा व खंड शिक्षा अधिकारियों ने जायजा लिया। बीएसए श्री ओझा ने बताया कि परीक्षा बिना किसी व्यवधान के संपन्न हो गई। इसका परिणाम जब उसमें पांच छात्र और पांच छात्राओं को चयनित किया जायेगा | यूपी में दो स्कूल है जहाँ बच्चों को पढ़ने का अवसर मिलता है |

खुलासा : हाँ हुआ महिला के साथ गैंग रेप

चार लोगों ने महिला के साथ बलात्कार किया

अपने बयान में बोली थी महिला नहीं हुआ रेप

मेडिकल रिपोर्ट व फोरेंसिक जाँच में सामने आया सच

मनोज शर्मा

ऋषी न्यूज मुख्य संवाद | चार मई की रात जयपुर से माधौगढ़ आ रहे दंपति के साथ जो हुआ उसे कोई भूल नहीं पायेगा | लूटपाट के बाद पति के सामने ही उसके जीवन साथी के साथ गैंग रेप किया | इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गई लेकिन महिला के बयान के बाद घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया था | आज सभी चर्चाओं पर विराम लग गया और साबित हो गया की महिला के साथ गैंग रेप हुआ है | आरोपियों की पहचान हो गई और तीन को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया | तीन और दरिंदों की पहचान के लिए टीमें काम कर रही है |
पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने प्रेस वार्ता में घटना से पर्दा उठा दिया | उन्होने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि दम्पति माधौगढ़ आने के लिए औरैया जालौन चौराहे पर खड़े थे। रात में बस न मिलने की वजह से दंपती जालौन की तरफ आ रही महेंद्रा मैक्स गाड़ी में बैठ गये। सहाव मोड़ के पास पहुंचने के बाद गाड़ी सवार लोगों ने खेत में ले जाकर दंपती के साथ अभद्रता शुरू कर दी | रुपये व जेवर लूट लिये और फिर दरिंदगी की इंतहा करते हुए चार लोगों ने महिला का रेप किया। पीड़ित दंपती की सुचना के आधार पर डकैती व सामूहिक बलात्कार की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस ने पूरी रणनीति के साथ अपनी पड़ताल आगे बढ़ाई महिला का मेडिकल कराया गया और फोरेंसिक टीम ने भी घटना स्थल से कुछ साक्ष्य जुटाए | घटना के खुलासे के लिए सीओ सिटी अरुण कुमार सिंह व सीओ जालौन संजय शर्मा के नेतृत्व में पांच टीमे बनायीं गईं | वारदात वाली रात घटनास्थल के आसपास कितने लोगों के मोबाइल फोन का लोकेशन था सर्विलांस के माध्यम से ट्रेस किया और फिर संदिग्धों की सूची बनाकर धरपकड़ की गई | पुलिस की मानें तो इस घटना में छह लोग शामिल थे। जिनमें तीन को पकड़ लिया गया है| पकडे गये आरोपियों में भूरा निवासी सेदपुरा थाना अजीतमल , फिरोज उर्फ लंगड़ा निवासी भीखेपुरा , कल्लू निवासी चपटा थाना अजीतमल शामिल हैं। ये सभी जनपद औरैया के है आरोपियों के पास से लूट के रुपये, सोने की अंगूठी, मंगल सूत्र, मोबाइल फोन व तमंचा बरामद हुआ हैं।पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने कहा कि जनपद जालौन में इतना जघन्य अपराध पहले कभी नहीं हुआ। आरोपियों जिस तरह की घटना की उससे उन्हें द¨रदे की उपाधि देना भी कम होगा। आरोपियों के विरुद्ध मजबूत साक्ष्य संकलित करने के बाद कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी। इसके बाद प्रभावी पैरवी कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का काम किया जाएगा जिससे कि यह मामला नजीर बने।जो फरार है उन्हें जल्द पकडा जायेगा |

अधूरा काम पूरा करने पर मिलेगा पुरस्कार
दरिंदों को पकड़ने के लिए जो पांच टीमें गठित की गईं थीं उनके सदस्यों को बाकि के आरोपी गिरफतार करने पर पुरस्कार मिलेगा | टीम में महाराज सिंह तोमर कोतवाल जालौन, ब्रजनेश यादव, अरुण तिवारी स्वाट टीम प्रभारी, बृजेश यादव प्रभारी सर्विलांस टीम मनोज कुमार गुप्ता, शोएब आलम, कुलभूषण यादव, गौरव वाजपेयी, सत्येंद्र, मनोज कुमार, रवि भदौरिया, नीतू कुमार, अमित कुमार, करनवीर , हरगोविंद, सर्वेश कुमार, लोकेश कुमार के नाम शामिल है इन सभी को इस सनसनीखेज घटना के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक की ओर से पुरुस्कृत किया जायेगा लेकिन इसके लिए बचे तीन आरोपियों का भी पकड़ना होगा | तीन आरोपी अभी फरार हैं, इनमें अली मोहम्मद निवासी सेनपुरा भीखेपुर थाना अजीतमल औरैया, रफीक मजीद व भूरा निवासी गोहद एमपी शामिल है |